ETV Bharat / state

Patna Flood: सैकडों एकड़ खेत हुए जलमग्न, धान की फसल बर्बाद

बिहार में लगातार बारिश हो रही है. वज्रपात से जानमाल का नुकसान भी हो रहा है. वहीं, धनरूआ के कोसुत पंचायत में पानी घुसने से तकरीबन डेढ सौ एकड़ में हुई धान की रोपनी बर्बाद हो गई है.

धान की रोपनी बर्बाद
धान की रोपनी बर्बाद
author img

By

Published : Jul 8, 2021, 4:11 PM IST

पटना: बिहार सहित नेपाल में पिछले कई दिनों से हो रही बारिश (Rain In Bihar And Nepal) के कारण नदियां उफान (Rivers Overflow) पर हैं. बूढ़ी गंडक नदी (Burhi Gandak River) जिले में अलग तांडव मचा रही है. वहीं, धनरूआ के कोसुत पंचायत में पानी घुसने से तकरीबन डेढ सौ एकड़ में हुई धान की रोपनी बर्बाद हो गई है.

ये भी पढ़ें- Sitamarhi News: जिलाधिकारी ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का किया निरीक्षण

मानसून के दस्तक देते ही पटना के ग्रामीण क्षेत्रों में किसानों ने अपने-अपने खेतों में धान की रोपनी शुरू कर दी थी. इस बीच आयी बाढ़ और बारिश से धनरूआ के कोसुत पंचायत में खेती बर्बाद हो गई. ऐसे में किसान अब मुआवजे की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं.

ईटीवी भारत की रिपोर्ट

दरअसल धनरूआ प्रखंड स्थित रामपुर बराज से बिना आंकलन और सर्वे कर पानी छोड़ा गया है. जिसके कारण आसपास के आहर पईन में उफान आ चुका है. ऐसे में आहर का पानी सभी खेतों में भर गया है. जिसके कारण सैकड़ों एकड़ खेत पूरी तरह जलमग्न हो गये हैं और खेतों में हुई धान की रोपनी बर्बाद हो गई है. सभी किसानों ने सरकार से मुआवजे और आहर पईन में सुलिस गेट लगाने की मांग की है.

ये भी पढ़ें- बूढ़ी गंडक के उफान से हाहाकार, मुजफ्फरपुर में बाढ़ से घिरे 15 हजार लोग

धनरूआ प्रखंड के कोसुत पंचायत के सैकड़ों किसान धान रोपनी नष्ट होने से आहत हुए हैं. वहीं, इस मामले मे लघु जल संसाधन विभाग के कार्यपालक अभियंता राम कुमार प्रसाद ने कहा कि जल्द ही इसका निराकरण करेगें. उन्होंने कहा कि ईटीवी भारत से प्राप्त जानकारी होने पर तत्काल बराज से पानी कम करने के आदेश दिये गये हैं. साथ ही सुलिस गेट बनाने के लिए जेईई को स्थलीय निरिक्षण कर कार्रवाई करने को कहा गया है.

पटना: बिहार सहित नेपाल में पिछले कई दिनों से हो रही बारिश (Rain In Bihar And Nepal) के कारण नदियां उफान (Rivers Overflow) पर हैं. बूढ़ी गंडक नदी (Burhi Gandak River) जिले में अलग तांडव मचा रही है. वहीं, धनरूआ के कोसुत पंचायत में पानी घुसने से तकरीबन डेढ सौ एकड़ में हुई धान की रोपनी बर्बाद हो गई है.

ये भी पढ़ें- Sitamarhi News: जिलाधिकारी ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का किया निरीक्षण

मानसून के दस्तक देते ही पटना के ग्रामीण क्षेत्रों में किसानों ने अपने-अपने खेतों में धान की रोपनी शुरू कर दी थी. इस बीच आयी बाढ़ और बारिश से धनरूआ के कोसुत पंचायत में खेती बर्बाद हो गई. ऐसे में किसान अब मुआवजे की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं.

ईटीवी भारत की रिपोर्ट

दरअसल धनरूआ प्रखंड स्थित रामपुर बराज से बिना आंकलन और सर्वे कर पानी छोड़ा गया है. जिसके कारण आसपास के आहर पईन में उफान आ चुका है. ऐसे में आहर का पानी सभी खेतों में भर गया है. जिसके कारण सैकड़ों एकड़ खेत पूरी तरह जलमग्न हो गये हैं और खेतों में हुई धान की रोपनी बर्बाद हो गई है. सभी किसानों ने सरकार से मुआवजे और आहर पईन में सुलिस गेट लगाने की मांग की है.

ये भी पढ़ें- बूढ़ी गंडक के उफान से हाहाकार, मुजफ्फरपुर में बाढ़ से घिरे 15 हजार लोग

धनरूआ प्रखंड के कोसुत पंचायत के सैकड़ों किसान धान रोपनी नष्ट होने से आहत हुए हैं. वहीं, इस मामले मे लघु जल संसाधन विभाग के कार्यपालक अभियंता राम कुमार प्रसाद ने कहा कि जल्द ही इसका निराकरण करेगें. उन्होंने कहा कि ईटीवी भारत से प्राप्त जानकारी होने पर तत्काल बराज से पानी कम करने के आदेश दिये गये हैं. साथ ही सुलिस गेट बनाने के लिए जेईई को स्थलीय निरिक्षण कर कार्रवाई करने को कहा गया है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.