पटना: बिहार विधानसभा के दोनों सदनों में बजट सत्र के दौरान विपक्ष लगातार सरकार को घेर रही है. विपक्ष के सवालों पर जदयू विधान पार्षद नीरज कुमार (JDU MLA Neeraj Kumar) ने पलटवार करते हुए कहा कि विपक्ष को सवाल पूछने का वाजिब हक है. वह सरकार से सवाल करें लेकिन जो भी सवाल होते हैं, वो जनहित के मुद्दे पर कोई सवाल नहीं करते हैं. जब उनसे पूछा गया कि रोजगार के मुद्दे पर विपक्ष ने आज हंगामा किया है तो उन्होंने कहा कि रोजगार को लेकर जो काम बिहार सरकार को करना है, वह कर रही है.
ये भी पढ़ें- Bihar Budget Session 2023 : 'इन्हें देश में रहने का हक नहीं', RJD का BJP नेताओं पर विवादित बयान
बजट सत्र के दौरान विपक्ष का जोरदार हंगामा : जदयू के विधान परिषद नीरज कुमार ने बीजेपी पर पलटवार किया. कहा कि- "हमारी सरकार ने जो वादा किया है उसको पूरा करने की हम लोग कोशिश करेंगे लेकिन विपक्ष जिन सवाल को लेकर सदन में आती है, वह एक भी सवाल जनहित के मुद्दे का नहीं दिख रहा है. विपक्ष सिर्फ हंगामा करने का काम कर रही है. सदन की कार्रवाई को बाधित करना उनका उद्देश्य है. हम चाहते हैं कि विपक्ष जनहित के मुद्दे को सदन के पटल पर रखे, सरकार जवाब देने को तैयार है."
बीजेपी ने कई मुद्दों पर सरकार को घेरा : बीजेपी के विधान पार्षद नवल किशोर राय ने नीरज कुमार के बायन पर पलटवार करते हुए काह कि सदन के अंदर कोई भी सवाल का जवाब सरकार नहीं दे रही है. युवाओं के रोजगार से लेकर बढ़ रहे भ्रष्टाचार और अपराध का मामला हो उन सब मुद्दे पर हम लोगों ने सरकार को घेरने की कोशिश की. सरकार जवाब नहीं दे रही है. उन्होंने कहा कि शिक्षा और शिक्षक के समस्याओं को उठाया है लेकिन सरकार की तरफ से कोई बयान नहीं आया है. सत्ता पक्ष क्या चाहती है?, की बीजेपी के विधायक तेजस्वी को मुख्यमंत्री बनाने का सवाल सदन उठाएं. वह तो मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की मर्जी पर निर्भर है. वह कब तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री का गद्दी देते हैं.
बीजेपी विधान पार्षद ने नीरज कुमार पर कसा तंज : बीजेपी नेता नवल किशोर चौधरी ने बिहार सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि- "हम लोग तो शुरू से मांग करते रहे हैं कि राजद और जदयू में जो डील हुई है उसको पूरा करें. हम लोग जनहित के मुद्दे को प्रमुखता से ही सदन के अंदर रख रहे हैं और सरकार जवाब देने से भाग रही है. सरकार कहीं ना कहीं विपक्षी पार्टियों की आवाज दबाने का काम सदन में कर रही है. हम अपनी बातों को प्रमुखता से रख रहे हैं जबकि विपक्ष की बातों को पूरी तरह से अनसुना किया जा रहा है."