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'अग्निपथ' के खिलाफ विधानसभा में विपक्ष का प्रदर्शन, बोले भाई बिरेंद्र -'JDU भी दे हमारा साथ' - RJD Protest In Bihar Assembly

बिहार विधानसभा के मानसून सत्र (Bihar Assembly Monsoon Session) के पहले दिन अग्निपथ योजना के खिलाफ विपक्ष ने जमकर प्रदर्शन किया. आरजेडी और सीपीआई के विधायकों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी की. वहीं आरजेडी के मुख्य प्रवक्ता भाई विरेंद्र ने कहा कि इस मसले पर सत्ताधारी जदयू को भी विपक्ष का साथ देना चाहिए.

Opposition protest in Bihar Assembly
Opposition protest in Bihar Assembly
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Published : Jun 24, 2022, 1:31 PM IST

पटना: बिहार विधानसभा का मानसून सत्र शुरू हो गया है और अग्निपथ योजना (Agneepath Scheme ) को लेकर आरजेडी और वाम दलों के तेवर तल्ख हैं. आरजेडी (RJD) के मुख्य प्रवक्ता भाई विरेंद्र (Bhai Virendra) का कहना है कि पार्टी अग्निपथ योजना को लेकर विधानसभा में सर्वसम्मति प्रस्ताव पास कराने की कोशिश करेगी. विपक्ष की तरफ से सहयोग मिलेगा, कोशिश अन्य दलों से भी समर्थन की होगी. क्या जदयू की तरफ से भी इसके पक्ष में समर्थन होगा? इस सवाल पर भाई विरेंद्र ने कहा कि उन्हें भी समर्थन करना चाहिए.

पढ़ें- अग्निपथ योजना के विरोध में महागठबंधन के राजभवन मार्च पर BJP और JDU ने क्या कहा

'अग्निपथ के खिलाफ जदूय विपक्ष का दे साथ': आरजेडी विधायक भाई बिरेंद्र का यह भी कहना है कि यह योजना नौजवानों के विरोध में है. इसलिए केंद्र सरकार को यह योजना वापस लेनी चाहिए. अग्निपथ योजना को लेकर विधानसभा के बाहर आरजेडी वामपंथी दलों की ओर से विरोध प्रदर्शन भी किया गया और केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई. वहीं सीपीआई विधायकों ने भी अग्निपथ योजना को वापस लेने को लेकर जमकर प्रदर्शन (Protest In Bihar Assembly) किया. विधायकों ने कहा कि सदन में भी इस मामले को उठायेंगे और जबतक अग्निपथ योजना वापस नहीं लिया जाएगा तब तक सड़क से लेकर सदन तक हमारा प्रदर्शन जारी रहेगा. यह योजना युवाओं के लिए ठीक नहीं है और इससे युवाओं का भविष्य अंधकारमय होगा.

अग्निपथ योजना के खिलाफ CPI का प्रदर्शन: सीपीआई (CPI) विधायक दल के नेता अजय कुमार ने कहा कि पहली बार सरकार ने सेना में भर्ती को लेकर ऐसा निर्णय लिया है जिससे सेना कमजोर होगी. चार साल की नौकरी मिलने से कहीं भी कोई भी काम सेना के जवान ठीक से नहीं कर पाएंगे. अग्निपथ योजना का विरोध पूरे देश मे हो रहा है.

"तानाशाही सरकार सुन नहीं रही है. इस योजना में बहुत खामी है जिसको लेकर सरकार किसी की बात नहीं सुन रही है. ऐसी गूंगी बहरी सरकार के खिलाफ हमारा प्रदर्शन तबतक जारी रहेगा जबतक इस योजना को सरकार वापस नहीं लेती है."- अजय कुमार, सीपीआई विधायक

क्या है अग्निपथ योजना: भारत सरकार द्वारा जिस अग्निपथ योजना की शुरुआत की गई है. उसमें बहाली के प्रथम वर्ष में 21 हजार रुपये वेतन के रूप में भारत सरकार के द्वारा प्रत्येक महीने भुगतान किया जाएगा. दूसरे वर्ष वेतन में वृद्धि कर 23 हजार 100 रुपये प्रत्येक महीने दिया जाएगा और तीसरे महीने 25 हजार 580 एवं चौथे वर्ष में 28 हजार रुपये वेतन के रूप में भुगतान करने के साथ ही उन युवाओं को रिटायर्ड कर दिया जाएगा. लेकिन इस योजना को लेकर बिहार में चारों तरफ हंगामा बरपा है. वहीं, गुरुवार को केंद्र सरकार ने अग्निपथ योजना के विरोध के बीच अभ्यर्थियों की आयु सीमा को 21 से बढ़ाकर 23 साल कर दी है. ये स्पष्ट किया गया है कि ये छूट सिर्फ इस साल सेना में भर्ती के लिए किया गया है. बता दें कि अग्निपथ योजना के तहत सेना में भर्ती के लिए सरकार ने साढ़े 17 साल से लेकर 21 साल की आयु निर्धारित की थी.


पढ़ें-'अग्निपथ के बहाने युवाओं को चौकीदार बनाने पर तुली BJP', राजभवन मार्च के बाद बोले तेजस्वी

पटना: बिहार विधानसभा का मानसून सत्र शुरू हो गया है और अग्निपथ योजना (Agneepath Scheme ) को लेकर आरजेडी और वाम दलों के तेवर तल्ख हैं. आरजेडी (RJD) के मुख्य प्रवक्ता भाई विरेंद्र (Bhai Virendra) का कहना है कि पार्टी अग्निपथ योजना को लेकर विधानसभा में सर्वसम्मति प्रस्ताव पास कराने की कोशिश करेगी. विपक्ष की तरफ से सहयोग मिलेगा, कोशिश अन्य दलों से भी समर्थन की होगी. क्या जदयू की तरफ से भी इसके पक्ष में समर्थन होगा? इस सवाल पर भाई विरेंद्र ने कहा कि उन्हें भी समर्थन करना चाहिए.

पढ़ें- अग्निपथ योजना के विरोध में महागठबंधन के राजभवन मार्च पर BJP और JDU ने क्या कहा

'अग्निपथ के खिलाफ जदूय विपक्ष का दे साथ': आरजेडी विधायक भाई बिरेंद्र का यह भी कहना है कि यह योजना नौजवानों के विरोध में है. इसलिए केंद्र सरकार को यह योजना वापस लेनी चाहिए. अग्निपथ योजना को लेकर विधानसभा के बाहर आरजेडी वामपंथी दलों की ओर से विरोध प्रदर्शन भी किया गया और केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई. वहीं सीपीआई विधायकों ने भी अग्निपथ योजना को वापस लेने को लेकर जमकर प्रदर्शन (Protest In Bihar Assembly) किया. विधायकों ने कहा कि सदन में भी इस मामले को उठायेंगे और जबतक अग्निपथ योजना वापस नहीं लिया जाएगा तब तक सड़क से लेकर सदन तक हमारा प्रदर्शन जारी रहेगा. यह योजना युवाओं के लिए ठीक नहीं है और इससे युवाओं का भविष्य अंधकारमय होगा.

अग्निपथ योजना के खिलाफ CPI का प्रदर्शन: सीपीआई (CPI) विधायक दल के नेता अजय कुमार ने कहा कि पहली बार सरकार ने सेना में भर्ती को लेकर ऐसा निर्णय लिया है जिससे सेना कमजोर होगी. चार साल की नौकरी मिलने से कहीं भी कोई भी काम सेना के जवान ठीक से नहीं कर पाएंगे. अग्निपथ योजना का विरोध पूरे देश मे हो रहा है.

"तानाशाही सरकार सुन नहीं रही है. इस योजना में बहुत खामी है जिसको लेकर सरकार किसी की बात नहीं सुन रही है. ऐसी गूंगी बहरी सरकार के खिलाफ हमारा प्रदर्शन तबतक जारी रहेगा जबतक इस योजना को सरकार वापस नहीं लेती है."- अजय कुमार, सीपीआई विधायक

क्या है अग्निपथ योजना: भारत सरकार द्वारा जिस अग्निपथ योजना की शुरुआत की गई है. उसमें बहाली के प्रथम वर्ष में 21 हजार रुपये वेतन के रूप में भारत सरकार के द्वारा प्रत्येक महीने भुगतान किया जाएगा. दूसरे वर्ष वेतन में वृद्धि कर 23 हजार 100 रुपये प्रत्येक महीने दिया जाएगा और तीसरे महीने 25 हजार 580 एवं चौथे वर्ष में 28 हजार रुपये वेतन के रूप में भुगतान करने के साथ ही उन युवाओं को रिटायर्ड कर दिया जाएगा. लेकिन इस योजना को लेकर बिहार में चारों तरफ हंगामा बरपा है. वहीं, गुरुवार को केंद्र सरकार ने अग्निपथ योजना के विरोध के बीच अभ्यर्थियों की आयु सीमा को 21 से बढ़ाकर 23 साल कर दी है. ये स्पष्ट किया गया है कि ये छूट सिर्फ इस साल सेना में भर्ती के लिए किया गया है. बता दें कि अग्निपथ योजना के तहत सेना में भर्ती के लिए सरकार ने साढ़े 17 साल से लेकर 21 साल की आयु निर्धारित की थी.


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