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जहरीली शराब से मौत पर बिफरा विपक्ष, CM नीतीश कुमार से मांगा इस्तीफा - ईटीवी भारत

बिहार में पूर्ण शराबबंदी के बावजूद जहरीली शराब पीने से कई लोगों की अब तक मौत हो चुकी है. दिवाली से ठीक पहले इतनी संख्या में शराब पीने से लोगों की मौत पर सवाल खड़े हो रहे हैं. विपक्ष ने सीएम से इस्तीफे तक की मांग कर दी है.

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Published : Nov 4, 2021, 5:36 PM IST

Updated : Nov 4, 2021, 5:57 PM IST

पटनाः बिहार में जहरीली शराब (Poisonous Liquor) से एक बार फिर बड़ी संख्या में लोगों की मौत हुई है. गोपालगंज और पश्चिम चंपारण में दिवाली से ठीक पहले 20 लोगों की मौत जहरीली शराब से होने की आशंका है. बिहार में शराबबंदी को लेकर विपक्ष ने सरकार के दावों पर सवाल खड़े किए हैं और शराबबंदी कानून की समीक्षा की मांग की है. वहीं राजद ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Chief Minister Nitish Kumar) से इस पूरे मामले की जिम्मेदारी लेते हुए इस्तीफा देने की मांग की है.

ये भी पढ़ेंः 24 घंटे के अंदर बिहार में जहरीली शराब से 20 की मौत, कई अस्पताल में भर्ती

आरजेडी एमएलसी राम बली चंद्रवंशी ने कहा कि सरकार के तमाम दावे कितने झूठे हैं, यह इस घटना से पता चल जाता है. राजद नेता ने कहा कि सरकार शराबबंदी का दावा करती है लेकिन दिवाली जैसे बड़े पर्व के पहले कई घरों में मातम पसर गया है. क्योंकि बड़ी संख्या में लोगों की मौत जहरीली शराब पीने से हुई है. सरकार को जवाब देना चाहिए.

'अगर शराबबंदी ठीक से लागू नहीं हो रही तो नीतीश कुमार क्यों नहीं इस कानून की समीक्षा करते हैं. अगर सरकार से कानून लागू नहीं हो रहा तो मुख्यमंत्री को खुद जिम्मेदारी लेते हुए इस्तीफा दे देना चाहिए'- राम बली चंद्रवंशी, एमएलसी आरजेडी

इधर कांग्रेस नेता प्रेमचंद्र मिश्र ने कहा कि बिहार में शराबबंदी पूरी तरह फेल है. शराब हर जगह उपलब्ध है. विपक्ष के लगातार सवाल उठाने के बाद भी सत्ता में बैठे लोग सिर्फ बयानबाजी कर रहे हैं. उन्हें यह जवाब देना चाहिए कि आखिर शराबबंदी के बावजूद बिहार में शराब कहां से आ रही है.

'बिना स्थानीय प्रशासन की मिलीभगत के लोगों को शराब कैसे उपलब्ध हो सकती है. उन्होंने कहा कि सरकार को जिम्मेदारी तो लेनी होगी क्योंकि बड़ी संख्या में लोगों की मौत हुई है और अगर फिर भी यह चीजें जारी रहती है तो सरकार को इस कानून की समीक्षा करने की जरूरत है'- प्रेमचंद्र मिश्र, नेता कांग्रेस

देखें वीडियो

ये भी पढ़ेंः जहरीली शराब से मौत पर तेजस्वी का सवाल, इन मौतों के जिम्मेदार क्या नीतीश सरकार नहीं है?

वहीं एनडीए में शामिल हम के प्रदेश प्रवक्ता विजय कुमार यादव ने कहा कि इतने लोगों की मौत निश्चित तौर पर चिंता का विषय है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शराबबंदी कड़ाई से लागू करने की बात कई बार की है. हम यह सरकार से मांग करते हैं कि स्थानीय प्रशासन और जो लोग इसके लिए जिम्मेदार हैं उन पर जल्द से जल्द सख्त कार्रवाई करें. हम नेता ने यह भी कहा कि लोगों को भी यह समझना चाहिए कि जब शराबबंदी है तो वह क्यों अपनी जान जोखिम में डालते हैं.

बता दें कि बिहार में पूर्ण शराबबंदी के बावजूद पिछले 24 घंटे में जहरीली शराब से 20 से ज्यादा लोगों की मौत हुई है. गोपालगंज में जहां 13 लोगों की मौत हुई है वहीं पश्चिम चंपारण में भी सात लोगों की मौत जहरीली शराब पीने से हो गई. इसके पहले भी कुछ जगहों पर जहरीली शराब पीने से कई लोगों की मौत की खबर आई थी. बिहार में लगातार इस तरह के मामले सामने आने को लेकर विपक्ष ने सरकार पर बड़ा हमला बोला है. तेजस्वी यादव ने भी इन मौतों के लिए सीधे-सीधे नीतीश कुमार को जिम्मेदार ठहराया है.

पटनाः बिहार में जहरीली शराब (Poisonous Liquor) से एक बार फिर बड़ी संख्या में लोगों की मौत हुई है. गोपालगंज और पश्चिम चंपारण में दिवाली से ठीक पहले 20 लोगों की मौत जहरीली शराब से होने की आशंका है. बिहार में शराबबंदी को लेकर विपक्ष ने सरकार के दावों पर सवाल खड़े किए हैं और शराबबंदी कानून की समीक्षा की मांग की है. वहीं राजद ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Chief Minister Nitish Kumar) से इस पूरे मामले की जिम्मेदारी लेते हुए इस्तीफा देने की मांग की है.

ये भी पढ़ेंः 24 घंटे के अंदर बिहार में जहरीली शराब से 20 की मौत, कई अस्पताल में भर्ती

आरजेडी एमएलसी राम बली चंद्रवंशी ने कहा कि सरकार के तमाम दावे कितने झूठे हैं, यह इस घटना से पता चल जाता है. राजद नेता ने कहा कि सरकार शराबबंदी का दावा करती है लेकिन दिवाली जैसे बड़े पर्व के पहले कई घरों में मातम पसर गया है. क्योंकि बड़ी संख्या में लोगों की मौत जहरीली शराब पीने से हुई है. सरकार को जवाब देना चाहिए.

'अगर शराबबंदी ठीक से लागू नहीं हो रही तो नीतीश कुमार क्यों नहीं इस कानून की समीक्षा करते हैं. अगर सरकार से कानून लागू नहीं हो रहा तो मुख्यमंत्री को खुद जिम्मेदारी लेते हुए इस्तीफा दे देना चाहिए'- राम बली चंद्रवंशी, एमएलसी आरजेडी

इधर कांग्रेस नेता प्रेमचंद्र मिश्र ने कहा कि बिहार में शराबबंदी पूरी तरह फेल है. शराब हर जगह उपलब्ध है. विपक्ष के लगातार सवाल उठाने के बाद भी सत्ता में बैठे लोग सिर्फ बयानबाजी कर रहे हैं. उन्हें यह जवाब देना चाहिए कि आखिर शराबबंदी के बावजूद बिहार में शराब कहां से आ रही है.

'बिना स्थानीय प्रशासन की मिलीभगत के लोगों को शराब कैसे उपलब्ध हो सकती है. उन्होंने कहा कि सरकार को जिम्मेदारी तो लेनी होगी क्योंकि बड़ी संख्या में लोगों की मौत हुई है और अगर फिर भी यह चीजें जारी रहती है तो सरकार को इस कानून की समीक्षा करने की जरूरत है'- प्रेमचंद्र मिश्र, नेता कांग्रेस

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वहीं एनडीए में शामिल हम के प्रदेश प्रवक्ता विजय कुमार यादव ने कहा कि इतने लोगों की मौत निश्चित तौर पर चिंता का विषय है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शराबबंदी कड़ाई से लागू करने की बात कई बार की है. हम यह सरकार से मांग करते हैं कि स्थानीय प्रशासन और जो लोग इसके लिए जिम्मेदार हैं उन पर जल्द से जल्द सख्त कार्रवाई करें. हम नेता ने यह भी कहा कि लोगों को भी यह समझना चाहिए कि जब शराबबंदी है तो वह क्यों अपनी जान जोखिम में डालते हैं.

बता दें कि बिहार में पूर्ण शराबबंदी के बावजूद पिछले 24 घंटे में जहरीली शराब से 20 से ज्यादा लोगों की मौत हुई है. गोपालगंज में जहां 13 लोगों की मौत हुई है वहीं पश्चिम चंपारण में भी सात लोगों की मौत जहरीली शराब पीने से हो गई. इसके पहले भी कुछ जगहों पर जहरीली शराब पीने से कई लोगों की मौत की खबर आई थी. बिहार में लगातार इस तरह के मामले सामने आने को लेकर विपक्ष ने सरकार पर बड़ा हमला बोला है. तेजस्वी यादव ने भी इन मौतों के लिए सीधे-सीधे नीतीश कुमार को जिम्मेदार ठहराया है.

Last Updated : Nov 4, 2021, 5:57 PM IST
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