पटनाः राज्य में कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर लगातार भयावह रूप लेजी जा रही है. मरीजों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है. वहीं इन सबके बीच देशभर में वैक्सीनेशन का काम धीमी रफ्तार में जारी है. बिहार में भी लोगों को कोरोना का टीका लग रहा है, लेकिन टीकाकरण की रफ्तार धीमी है. ऐसे में विपक्ष ने बिहार की डबल इंजन की सरकार को घेरा है. विपक्षी दल के नेताओं का कहना है कि जिस हिसाब से बिहार में कोरोना का टीकाकरण हो रहा है, वेसे में बहुत समय लग जाएगा. डबल इंजन की सरकार व्यापक तौर पर वैक्सीनेशन का काम नहीं कर रही है. वहीं विपक्ष के आरोप पर जदयू ने पलटवार किया है और कहा है कि विपक्ष सिर्फ हवा बनाने के लिए इस तरह की बयानबाजी कर रहा है.
इसे भी पढ़ेंः 24 घंटे में कोरोना के 4,03,738 नए केस, यूपी में 17 मई तक बढ़ा कर्फ्यू
कांग्रेस ने पूछा- केंद्र सरकार ने कितनी वैक्सीन भेजी?
इसी बीच बिहार में आज से 18 वर्ष से ऊपर वाले लोगों को कोरोना का टीका लगाया जा रहा है. इस उम्र के लोगों के टीकाकरण को लेकर केंद्र सरकार द्वारा बिहार को मात्र साढ़े 3 लाख डोज दिए जाने को लेकर भी विपक्ष ने सरकार पर हमला बोला है. कांग्रेस प्रवक्ता राजेश राठौर ने कहा कि बिहार सरकार ने आनन-फानन में आज से 18 वर्ष से ऊपर वाले लोगों को कोरोना का टीका लगाने का निर्णय लिया है.
मुख्यमंत्री को बताना चाहिए कि 18 वर्ष से 44 वर्ष तक के लोगों की संख्या जो लगभग 7 करोड़ है, उसके लिए बिहार को कितना टीका मिला है. इस पर उन्हें स्पष्टीकरण देना चाहिए कि केंद्र सरकार ने उन्हें कितनी वैक्सीन भेजी है.
"समीक्षा बैठक में कुछ काम नहीं होता है. सरकार को बताना चाहिए कि बिहार में कितनी वैक्सीन को लेकर लक्ष्य रखा गया है. कब तक पूरे बिहार वासियों को सरकार कोरोना का टीका लगवा देगी, इस पर उन्हें अपनी राय देनी चाहिए." राजेश राठौर, कांग्रेस प्रवक्ता
राजद का सवाल - बिहार वासियों को सरकार कब तक लगवा पाएगी टीका
वहीं टीकाकरण की रफ्तार को लेकर राजद की ओर से भी सवाल उठाया गया है. पार्टी प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि सरकार ने पहले 18 से 44 वर्ष वाले लोगों के टीकाकरण को लेकर 1 मई का दिन निर्धारित किया था. लेकिन वैक्सीन नहीं होने के कारण उस समय नहीं दिया गया और आज से 18 वर्ष से ऊपर के लोगों को टीका दिया जा रहा है.
"पहले से भी टीकाकरण का अभियान चल रहा है. लेकिन वह रफ्तार धीमी है. वैक्सीन नहीं रहने के कारण बहुत से जगहों पर टीकाकरण बंद कर देना पड़ा. अभी तक मात्र 78 लाख लोगों को कोरोना का टीका लग पाया है. 45 वर्ष से ऊपर वाले लोगों को टीका लग रहा था .अभी तक वह पूरा भी नहीं हो पाया. ऐसे में सरकार को जवाब देना चाहिए कि कब तक पूरे बिहार वासियों को कोरोना का टीका सरकार लगवा पाएगी." मृत्युंजय तिवारी, राजद प्रवक्ता
इसे भी पढ़ेंः केंद्र सरकार का वैक्सीन बजट ₹35 हजार करोड़, खर्च मात्र ₹4,744 करोड़
जदयू ने कहा- सबसे पहले विपक्षी नेता लेने पहुंचते हैं वैक्सीन
विपक्ष द्वारा वैक्सीनेशन को लेकर सरकार पर किए जा रहे हमले को लेकर जदयू ने पलटवार किया है. प्रवक्ता अभिषेक झा ने कहा कि विपक्ष लोगों को दिग्भ्रमित करने के लिए इस तरह की बयानबाजी कर रहा है. एनडीए की सरकार ने अपने चुनावी घोषणा पत्र में ही कहा था कि सभी बिहार वासियों को कोरोना का टीका मुफ्त में दिया जाएगा.
"हमारी सरकार लोगों को मुफ्त में टीका लगा भी रही है. विपक्ष भले ही कोरोना टीका को लेकर बयानबाजी कर ले, लेकिन वैक्सीन को लेकर लोगों के बीच काफी उत्साह देखा जा रहा है. विपक्षी दल के नेताओं की तरफ से वैक्सीन को लेकर पता नहीं क्या-क्या कहा जाता था. लेकिन सबसे पहले विपक्ष के नेता ही वैक्सीन लगवाने के लिए तेजी से दौड़ते हैं और दूसरी तरफ वैक्सीन को लेकर हाय तौबा मचा रहे हैं. ऐसे विपक्ष के नेताओं से लोगों को बच कर रहना चाहिए." अभिषेक झा, प्रवक्ता जदयू
आपको बता दें कि संक्रमण से लोगों को बचाने के लिए सरकार द्वारा लगातार वैक्सीनेशन का काम जारी है. पहले 60 वर्ष से ऊपर वाले लोगों के लिए टीकाकरण शुरू हुआ, फिर 45 वर्ष से ऊपर वाले लोगों को वैक्सीन दी जा रही है. अब आज से 18 वर्ष से ऊपर वाले सभी लोगों को वैक्सीनेट करने के काम को सरकार ने शुरू कर दिया है.