पटना: बिहार विधानमंडल का मानसून सत्र 7 दिन बाद शुरू होने वाला है. सत्र को लेकर सत्ता पक्ष तो पूरी तरह तैयार दिख रहा है. लेकिन विपक्ष की कोई सक्रियता नजर नहीं आ रही है. बड़ा सवाल यह है कि बिहार विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता कहां हैं. उनकी अनुपस्थिति में विपक्ष कैसे सत्तापक्ष को घेरेगा और कैसे जनता से जुड़े सवाल उठाएगा.
बिहार विधानमंडल का मानसून सत्र 28 जून से शुरू हो रहा है. सत्र के पहले अक्सर यह खबर आती है कि विपक्ष सत्तापक्ष को घेरने की तैयारी कर रहा है. सत्ता पक्ष के लिए विपक्ष को फेस करना मुश्किल हो सकता है.
बिहार में विपक्ष में सबसे बड़ी पार्टी राष्ट्रीय जनता दल है. आरजेडी सिर्फ विपक्ष ही नहीं बल्कि बिहार विधानसभा में सदस्यों के मामले में सबसे बड़ी पार्टी है. लेकिन 78 विधायक वाला विपक्ष अपने नेता की अनुपस्थिति के कारण सत्र को लेकर तैयार नजर नहीं आ रहा है.
तेजस्वी यादव हैं कई दिनों से लापता
राष्ट्रीय जनता दल के नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव पिछले कई दिनों से लापता हैं. तेजस्वी कहां हैं, इसकी जानकारी उनके दल के नेताओं को भी नहीं है. ऐसे में महज 7 दिनों बाद शुरू होने वाले सत्र को लेकर विपक्ष की तैयारी का अंदाजा लगाना मुश्किल नहीं है. मुश्किल सिर्फ यहीं तक नहीं है, परेशानी यह भी है कि कांग्रेस और राजद के बीच लोकसभा चुनाव के नतीजों के बाद संबंध बेहतर नहीं हैं. कांग्रेस नेता लगातार राजद से अलग होकर चलने की बात कह रहे हैं. हालांकि विपक्ष की एक पार्टी के नेता दानिश रिजवान ने कहा कि हम लोग पूरी तरह तैयार हैं. हम मिलकर सत्तापक्ष को घेरने और उनसे मुजफ्फरपुर समेत तमाम मामलों पर सवाल पूछेंगे.