पटना: बिहार में अपराधियों की गिरफ्तारी को लेकर वज्र टीम गठित की गयी थी. वज्र टीम ऑपरेशन प्रहार (Operation Prahar In Bihar) के तहत वांछित अपराधियों को गिरफ्तार करती है. बिहार पुलिस मुख्यालय ने साल 2022 का आकंड़ा पेश किया, जिसमें यह बताया गया कि इस अभियान के तहत पटना सहित बिहार के सभी जिलों में एक साल के अंदर कितने अपराधी गिरफ्तार हुए. पुलिस मुख्यालय के मुताबिक वर्ष 2022 में कुल 88 हजार 647 अपराधियों की गिरफ्तारी हुई है.
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हत्या मामले में 5 हजार 916 गिरफ्तार: एडीजी मुख्यालय जितेंद्र सिंह गंगवार ने जानकारी देते हुए बताया कि बीते वर्ष 2022 के दिसम्बर महीने तक का आंकड़ा मिला है. कुल 88 हजार 647 अपराधियों की गिरफ्तारी हुई है. इसमें हत्या के 5916 मामले हैं. औसतन हर महीने 493 हत्याएं हुई. पुलिस पर हमला के 3857 मामले हैं जिसका मासिक औसत 129, हत्या के प्रयास में कुल 17429 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया है. इसके अलावा अन्य गंभीर मामलों में 56,467 अपराधियों की गिरफ्तारी हुई है.
"ऑपरेशन प्रहार के तहत व्रज टीम सभी जिलों में मौजूद है. यह टीम केवल वांछित अपराधियों को गिरफ्तार करती है. साल 2022 का बेहद उत्साहवर्द्धक आकंड़ा सामने आया है. टीम ने पिछले साल 88 हजार 647 अपराधियों को गिरफ्तार किया है. इसमें हत्या के 5 हजार 916 मामले शामिल हैं" - जितेंद्र सिंह गंगवार, एडीजी, बिहार पुलिस मुख्यालय
20 हजार 695 अवैध हथियार बरामद: एडीजी ने आगे बताया कि अभियान प्रहार में वज्र टीम ने 20695 अवैध हथियार और 11727 जिन्दा कारतूस को बरमाद किया है, जो बिहार पुलिस की इस विशेष टीम की बड़ी उपलब्धि है. गंगवार ने कहा की आगे भी अपराधियों पर नकेल कसने के लिए पुलिस कटिबद्ध है. उन्होंने बताया कि बिहार पुलिस मुख्यालय से संचालित ऑपरेशन प्रहार में शामिल वज्र टीम का काम चिन्हित अपराधियों और फरार अभियुक्तों को गिरफ्तार करना है, जो आगे भी जारी रहेगा.