पटना: एलोपैथी और एलोपैथिक चिकित्सकों (Baba Ramdev on allopathy) पर की गई योग गुरु बाबा रामदेव (Baba Ramdev) की टिप्पणी से उठा तूफान फिलहाल शांत होता नजर नहीं आ रहा है. बाबा रामदेव की तरफ से एलोपैथी के खिलाफ की गई टिप्पणियों के विरोध में बिहार के डॉक्टरों ने चार घंटे तक ओपीडी सेवा बंद करने का फैसला किया है.
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दरअसल, डॉक्टर बाबा रामदेव के खिलाफ विरोध जता रहे हैं. ऐसे में 18 जून को सुबह 8:30 बजे से लेकर दोपहर 12:30 बजे तक एलोपैथिक डॉक्टर ओपीडी में सेवा नहीं देंगे और मरीजों को नहीं देखेंगे. इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) ने बाबा रामदेव के चिकित्सा विज्ञान, आधुनिक चिकित्सा पद्धति, कोविड टीकाकरण एवं शहीदों के प्रति दिए गए अपमानजनक बयान और डॉक्टरों के प्रति हो रही हिंसा के खिलाफ ओपीडी बाधित करने का फैसला किया है. अस्पतालों के बाहर पोस्टर भी चिपकाया गया कि शुक्रवार 18 जून के दिन ओपीडी सेवाएं बंद रहेंगी.
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15 जून को होगा प्रेस कॉन्फ्रेंस
बिहार ने सभी चिकित्सकों ने यह मांग की है कि कोरोना काल में चिकित्सकों के विरुद्ध हुई हिंसा की घटनाओं की सूचना दस्तावेजों के साथ आईएमए बिहार को भेजा जाए. बता दें कि आईएमए बिहार की तरफ से 18 जून को होने वाले प्रोटेस्ट को लेकर 15 जून को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस का भी आयोजन किया जाएगा.
बिहार में बाबा रामदेव पर FIR
बीते दिनों जब से बाबा रामदेव ने एलोपैथिक चिकित्सा पद्धति (Baba Ramdev on allopathy) पर सवाल उठाया है तब से इंडियन मेडिकल एसोसिएशन बाबा रामदेव के ऊपर लगातार आक्रामक बना हुआ है. ऐसे में इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (Indian Medical Association) के आह्वान पर एलोपैथिक चिकित्सकों ने विरोध के तौर पर 1 जून को काली पट्टी बांधकर दिन भर काम किया था. उसके बाद इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के निर्देश पर बिहार के 50 अलग-अलग थानों में बाबा रामदेव पर मुकदमा दर्ज कराया गया है.
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क्या कहा था बाबा रामदेव ने?
बाबा रामदेव का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था. वीडियो में उन्होंने एलोपैथी चिकित्सा पद्धति को 'मूखर्तापूर्ण विज्ञान' बताया था. रामदेव ने कहा था कि एलोपैथिक दवाएं खाने से लाखों लोगों की मौत हुई है. डॉक्टर भी अपनी जान नहीं बचा पाए. उनके इस बयान के बाद ही देशभर के डॉक्टरों में रोष बढ़ गया है.
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केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने जताई थी नाराजगी
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हषवर्धन ने एक पत्र लिखकर योग गुरु रामदेव से कोरोना योद्धाओं के खिलाफ की गई 'आपत्तिजनक टिप्पणी' को वापस लेने के लिए कहा था.
विवाद बढ़ा तो बाबा ने दी सफाई
विवाद बढ़ा तो बाबा ने तुरंत सफाई भी दे डाली. बाबा रामदेव ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री के पत्र का जवाब देते हुए अपने बयान पर खेद व्यक्त किया था. उन्होंने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री को लिखे पत्र में कहा था 'माननीय श्री डॉ. हर्षवर्धन जी, आपका पत्र प्राप्त हुआ. उसके संदर्भ में चिकित्सा पद्दतियों के संघर्ष के इस पूरे विवाद को खेदपूर्वक विराम देते हुए मैं अपना वक्तव्य वापस लेता हूं.'
Corona Vaccine लगवाएंगे बाबा रामदेव
हालांकि, हंगामा थमता न देख बाबा रामदेव ने एक बार फिर से इन विवादों को खत्म करने की पहल की है. बाबा रामदेव ने कहा कि वो जल्द ही वैक्सीन लेंगे. उन्होंने कहा कि अच्छे डॉक्टर्स धरती पर देवदूत हैं. उन्होंने ये भी कहा कि दवा के नाम पर किसी का शोषण न हो. गैरजरूरी दवा और ऑपरेशन से सब बचें.
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