पटना: सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी गुरुवार काे गांधी मैदान में पार्टी का स्थापना दिवस (Suheldev Bharatiya Samaj Party Foundation Day) मनाएगी. पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता पीयूष मिश्रा ने बुधवार को एक प्रेस कांफ्रेंस में बताया कि रैली में बिहार की राजनीति के संदर्भ में ओमप्रकाश राजभर एक बड़ी घोषणा भी कर सकते हैं. बता दें कि भारतीय सुहलदेव पार्टी की सावधान रथ यात्रा के राजनैतिक मंच से ओमप्रकाश राजभर ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को धमकी दी थी. उन्होंने कहा था कि 'नीतीश सरकार ने बिहार में जाति जनगणना नहीं कराई, तो 27 तारीख को उसकी खाल उधेड़ देंगे'.
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नीतीश-तेजस्वी काे घेरने का प्लानः पीयूष मिश्रा ने यह भी बताया कि सावधान यात्रा (savdhan rally at Gandhi Maidan) का आयोजन पिछले एक महीने से उत्तर प्रदेश में किया जा रहा है. सावधान यात्रा यूपी के सारे जिलों से होकर गुजरी है. जिसमें लाखों की संख्या में लोग भी शामिल हुए हैं. गुरुवार को यात्रा का समापन और स्थापना दिवस दोनों एक साथ राजधानी के ऐतिहासिक गांधी मैदान में होगा. पीयूष मिश्रा का यह भी कहना था कि गांधी मैदान की रैली में एक बड़ा खुलासा भी किया जा सकता है, जिसकी घोषणा ओमप्रकाश राजभर खुद करेंगे. पीयूष मिश्रा ने कहा कि नीतीश कुमार ने अबतक क्या किया? यह सवाल पूछा जाएगा. पीयूष मिश्रा ने डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव के पहली कलम से ही जॉब देने की बात को उठाते हुए कहा कि इन सारे मसलों पर रोजगार का क्या हुआ? इन सारे मुद्दों को जनता के बीच में रखा जाएगा.
जातीय जनगणना पर उठाये सवालः जब बीजेपी के साथ उनकी सरकार थी तो उन्होंने जातीय जनगणना कराने की बात कही थी. वह आखिर जातीय जनगणना कब करेंगे? जातीय जनगणना के मसले पर पीयूष मिश्रा ने स्पष्ट कहा कि हमारी पार्टी और हमारे अध्यक्ष दोनों चाहते हैं कि जातीय जनगणना हो. जिसकी जितनी संख्या भारी, उसकी उतनी हिस्सेदारी. बिहार की बात करें तो कैबिनेट में सीएम नीतीश कुमार के द्वारा प्रस्ताव पास किया गया था. नीतीश कुमार तेजस्वी यादव के साथ आकर शायद जातीय जनगणना कराने की बात को भूल चुके हैं. पीयूष मिश्रा ने उत्तर प्रदेश में जातीय जनगणना कराने की पहल को लेकर यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ की तारीफ भी की.
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बिहार में पैठ बनाने की कवायदः बिहार में अपनी पार्टी के संगठन की मजबूती की बात पर पीयूष मिश्रा ने कहा कि 2002 में हमारी पार्टी बनी. उसके बाद बिहार में लोकसभा चुनाव हुए. 2010 में बिहार विधानसभा चुनाव, 2015 में बिहार विधानसभा चुनाव और 2020 का बिहार विधानसभा का चुनाव हमने लड़ा. इसमें सेकुलर डेमोक्रेटिक फ्रंट बना था जिसमें रालोसपा, बसपा, समाजवादी जनता दल, एआईएमआईएम और सुभासपा भी थी. हम लोगों ने बिहार में हमेशा चुनाव लड़ा है. 2019 में लोकसभा चुनाव के बक्सर का परिणाम भी देखा जा सकता है. बिहार में पिछले कई सालों से सतत रूप से हम लोग चुनाव लड़ते आ रहे हैं.