पटना: प्रदेश में ठंड ने दस्तक दे दी है और अचानक से तापमान में काफी गिरावट दर्ज की गई है. ऐसे में ठंड के समय होने वाली बीमारियों और उसके बचाव के लिए उपाय के बारे में डॉ.दिवाकर तेजस्वी ने विशेष जानकारी दी.
नॉर्मल फ्लू और ठंड से बुखार
पटना के मशहूर पीसीएम चिकित्सक डॉ. दिवाकर तेजस्वी ने बताया कि ठंड के मौसम में अमूमन चार प्रकार की बीमारियों के मामले ज्यादा मिलते हैं. सबसे पहला यह कि ठंड के मौसम में नार्मल फ्लू और ठंड से होने वाले बुखार के मामले मिलते हैं. दूसरा यह कि ठंड के मौसम में धमनिया सिकुड़ जाती है.
ब्रेन स्ट्रोक के मामले
इसकी वजह से पैरालाइसिस और ब्रेन स्ट्रोक के मामले काफी बढ़ जाते हैं. इसके अलावा बुजुर्ग व्यक्तियों में हार्ट अटैक के भी मामले बढ़ जाते हैं. ठंड के मौसम में सामान्यतः स्किन डिजीज भी ज्यादा मिलते हैं.
त्वचा में दाग और खुजली
त्वचा शुष्क होने की वजह से रैसेज आ जाते हैं और त्वचा में दाग और खुजली होने लगती है. चिकित्सक ने बताया कि बुजुर्गों में जहां ब्रेन स्ट्रोक और हार्ट अटैक की शिकायत ज्यादा मिलती है. वहीं बच्चों में ठंड से होने वाले बुखार के मामले ज्यादा मिलते हैं. ठंड के मौसम में बुजुर्गों और बच्चों को विशेष सावधानी बरतने की जरूरत है.
मॉर्निंग वॉक से परहेज
डॉ. दिवाकर तेजस्वी ने कहा कि ठंड के मौसम में हार्ट के मरीज मॉर्निंग वॉक से परहेज करें और जब भी घर से बाहर निकले तो सीने को पूरी तरह से गर्म कपड़ों से ढक कर बाहर निकले. सीने में ठंड ना लगे इसका हर संभव प्रयास करें.
डॉक्टर से करें कंसल्ट
ठंड में बाहर घूमने के बजाय घर के अंदर ही चंद कदम टहलने और योगा करने का काम करें. जिन लोगों को ब्लड प्रेशर की शिकायत है, वह ठंड के मौसम में नियमित डॉक्टर से कंसल्ट में रहें. ठंड के मौसम में हो सकता है डॉक्टर ब्लड प्रेशर की दवा का पावर बढ़ाए.
शरीर पर तेल की मालिश
डॉ. दिवाकर तेजस्वी ने कहा कि बच्चों को ठंड से बचाने के लिए उनके शरीर पर तेल की मालिश करें. इससे एक लेप चढ़ता है. एक तरह से सुरक्षा कवच का काम करता है. इसके अलावा ठंड के मौसम में त्वचा को अच्छा और स्वस्थ रखने के लिए अच्छी और गुणवत्तापूर्ण मॉइस्चराइजर का इस्तेमाल करें.