पटना: बिहार में आज से मैट्रिक की परीक्षा शुरू हो गई है. नकल के लिए बदनाम बिहार में इस बार परीक्षा में सख्ती की गई है ताकि साल 2015 वाली तस्वीर एक बार फिर दुनिया के सामने न आए. दरअसल, साल 2015 में हुई बिहार बोर्ड की परीक्षा के दौरान एक तस्वीर सामने आई थी. एक सेंटर की तस्वीर ने इतनी बड़ी सुर्खियां बटोरी कि भारत ही नहीं, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बिहार बोर्ड की चर्चाएं होने लगी.
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तस्वीर ने धूमिल किया बिहार की तस्वीर
साल 2015 में मैट्रिक परीक्षा में एक सेंटर की तस्वीर ने इतनी बड़ी सुर्खियां बटोरी कि अंतरराष्ट्रीय मीडिया ने भी इस तस्वीर को अपने कवर पेज पर स्थान दिया था. इस तस्वीर ने पूरी दुनिया के सामने बिहार की छवि को धूमिल किया था और बिहार बोर्ड की भद पिटवा दी थी.
तस्वीर ने धूमिल किया बिहार की तस्वीर
साल 2015 में मैट्रिक परीक्षा में एक सेंटर की तस्वीर ने इतनी बड़ी सुर्खियां बटोरी कि अंतरराष्ट्रीय मीडिया ने भी इस तस्वीर को अपने कवर पेज पर स्थान दिया था. इस तस्वीर ने पूरी दुनिया के सामने बिहार की छवि को धूमिल किया था और बिहार बोर्ड की भद पिटवा दी थी.
वैशाली से सामने आई थी तस्वीर
मैट्रिक परीक्षा सुनते ही साल 2015 वाली तस्वीर सामने आ जाती है. इस तस्वीर ने बिहार के शिक्षा व्यवस्था की धज्जियां उड़ा दी थी. बता दें कि ये तस्वीर बिहार के वैशाली जिले के एक परीक्षा केंद्र की थी. उस वक्त नकल कराने के लिए परीक्षार्थियों के परिजन जान जोखिम में डालकर पर्ची पहुंचाते दिखे थे.
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बिहार बोर्ड की हुई थी बदनामी
इस तस्वीर की चर्चा देश-विदेश में हुई थी. जिस कारण बिहार बोर्ड की बदनामी हुई थी. गौरतलब है कि तस्वीर सामने आने के बाद उस परीक्षा केंद्र से 750 अधिक परीक्षार्थियों को सस्पेंड कर दिया गया था. यही नहीं, इस मामले में 8 पुलिसकर्मियों को भी सस्पेंड कर दिया गया था.
परीक्षा केन्द्र पर धारा 144 लागू
गौरतलब है कि आज से शुरू हो रही मैट्रिक परीक्षा 17 से 24 फरवरी तक चलेगी. नकल रोकने के लिए परीक्षा केंद्र के आसपास धारा 144 लागू कर दी गई है. परीक्षार्थियों को 10 मिनट पहले तक परीक्षा केंद्र में प्रवेश मिलेगा. इसके बाद परीक्षा केन्द्र का मुख्य द्वार बंद कर दिया जाएगा. परीक्षा के दौरान न तो कोई बाहर जाएगी, ना ही बाहर से कोई अंदर आएगा.
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दो पाली में ली जा रही परीक्षा
इस बार मैट्रिक परीक्षा में कुल 16,84,466 परीक्षार्थी शामिल हो रहे हैं. इनमें आठ लाख 37 हजार 803 छात्राएं और आठ लाख 46 हजार 663 छात्र हैं. बिहार बोर्ड के अनुसार, परीक्षार्थियों की संख्या अधिक होने के कारण दो पाली में परीक्षा ली जा रही है.
परीक्षार्थी के लिए निर्देश
- प्रवेश पत्र के साथ केंद्र पर प्रवेश मिलेगा.
- काला व नीले पेन का इस्तेमाल उत्तर देने में करें.
- ओएमआर उत्तर पत्रक भी काले और नीले कलम से भरें.
- जूता-मोजा पहन कर परीक्षा देने जा सकते हैं.
- किसी तरह का इलेक्ट्रॉनिक सामान लेकर केंद्र पर नहीं ले जा सकते हैं.
- मुंह पर मास्क लगाकर ही प्रवेश मिलेगा.
- परीक्षा शुरू होने के डेढ़ घंटे में वस्तुनिष्ठ प्रश्न का उत्तर देकर वापस कर देना है.
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केंद्राधीक्षकों के लिए निर्देश
- परीक्षार्थी प्रवेश के समय सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखें.
- प्रवेश के समय परीक्षार्थी की पूरी जांच होगी.
- छात्राओं की जांच महिला पुलिस करेगी.
- एक बेंच-डेस्क के बीच में दो-तीन फीट की दूरी रखनी है.
- परीक्षा केंद्र के बाहर दो सौ मीटर की परिधि में धारा 144 लागू रहेगी.
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वीक्षकों के लिए निर्देश
- हर कक्षा में कम से कम दो वीक्षक रहेंगे.
- 25 परीक्षार्थी पर एक वीक्षक रहेंगे.
- परीक्षार्थी की जांच के बाद वीक्षक को घोषणा पत्र भरना होगा.
- 10 प्रश्न पत्र का सेट रहेगा.
- छात्रों के बीच प्रश्न ऐसे वितरित किया जाए कि इससे अलग-बगल बैठे छात्रों को एक ही सेट का प्रश्न पत्र नहीं मिले.
- परीक्षा के दौरान मोबाइल बंद रखना है.