पटना: राजधानी पटना में कोरोना मरीजों की संख्या बढ़ती देख प्रशासन संक्रमण पर काबू पाने के लिए संदिग्ध इलाकों को सील करने में जुटा है. इतने प्रयासों के बाद भी परेशानी थमने की बजाय लगातार बढ़ती ही जा रही है. नतीजा ये रहा कि पटना और नालंदा जिले भी रेड जोन में शामिल हो गया है. बिहार के कई जिलों में कोरोना महामारी ने अपना पैर पसार लिया है, जिससे मरीजों की संख्या में लगातार बढ़ोत्तरी हो रही है.
दरअसल, प्रदेश में कोरोना के आंकड़े तेजी से बढ़ने शुरू हो गये हैं. मंगलवार को राज्य में कोरोना के 13 नये मामले सामने आये थे. यही सिलसिला बुधवार को भी जारी रहा. जहां, पटना के आठ संक्रमितों समेत कुल 17 नये मामले पाये गए. जिनमें राजा बाजार खाजपुरा से 6, जगदेव पथ से एक और बख्तियारपुर स्थित सालिमपुर में एक संक्रमित मरीज की पुष्टि हुई है. साथ ही बिहार शरीफ और भागलपुर से तीन-तीन लोगों की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई है.
अलर्ट पर है प्रशासन
कोरोना संक्रमित मरीजों का आंकड़ा दिनोंदिन बढ़ता ही जा रहा है. जिससे प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट पर है. सरकार की परेशानी काफी बढ़ी हुई है. आलम ये है कि नालन्दा मेडिकल कॉलेज अस्पताल में बिहार के कई जिलों के मरीज भर्ती हैं. हालांकि, उनमें सबसे ज्यादा नालन्दा जिले के निवासी हैं. फिलहाल, अस्पताल में कुल 31 कोरोना संक्रमित मरीजों का इलाज जारी है.
नालंदा जिला कोरोना का नया हॉट स्पॉट
गौरतलब है कि कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या पिछले तीन से चार दिनों में काफी बढ़ी है. विशेषज्ञों का मानना है कि लॉकडाउन में 20 अप्रैल को मिली थोड़ी छूट के बाद राजधानी पटना समेत कई जिलों में कोरोना मरीजों की संख्या बढ़ रही है. बिहार का नालंदा जिला कोरोना का नया हॉट स्पॉट बनता जा रहा है.