पटना: बिहार में मंत्रिमंडल विस्तार के बाद सबकी निगाहें राज्यपाल कोटे से होने वाले मनोनयन पर है. एनडीए की सरकार में 12 नेताओं को विधान परिषद में जगह दी जा सकती है. इसके लिए भाजपा और जदयू नेताओं के बीच सहमति बन चुकी है. आने वाले दो-चार दिनों में मनोनयन को भी अंतिम रूप दे दिया जाएगा.
ये भी पढ़ें- उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद ने राज्यपाल फागू चौहान से की मुलाकात
भारतीय जनता पार्टी की ओर से जनक चमार, बेबी देवी, प्रेम रंजन पटेल और घनश्याम ठाकुर का नाम तय माना जा रहा है. वहीं, राजपूत जाति से संजय टाइगर, निवेदिता सिंह और राकेश सिंह का नाम प्रदेश की ओर से केंद्र को भेजा गया है. इसके अलावा वैश्य समुदाय से सुरेश रुंगटा का नाम अहम है. सुरेश रूंगटा फिलहाल मुख्यालय प्रभारी हैं और लंबे समय से भाजपा के लिए समर्पित हैं. साथ ही भूमिहार जाति से देवेश कुमार, अनिल शर्मा में से किसी एक को विधान परिषद भेजा जा सकता है.
ये भी पढ़ें- बंगाल चुनाव को लेकर मांझी बंगाल में पार्टी नेताओं के साथ करेंगे बैठक
जदयू में मंथन जारी
इसके अलावा अगर जदयू की बात करें तो भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी का विधान परिषद जाना तय माना जा रहा है. वहीं, हम पार्टी के खाते में भी एक सीट जाएगी. पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता दानिश रिजवान के नाम पर सहमति बन चुकी है. इसके अलावा जदयू कोटे से संजय गांधी और रविंदर सिंह में से एक का जाना तय है. वहीं, जदयू मीडिया सेल से किसी एक को भेजे जाने पर पार्टी में विमर्श जारी है. पार्टी प्रवक्ता राजीव रंजन या रणवीर नंदन में किसी एक को परिषद भेजे जाने पर भी विमर्श जारी है.
एनडीए में सब ठीक-ठाक
भाजपा प्रवक्ता प्रेम रंजन पटेल ने कहा है कि एनडीए की सरकार में सब कुछ ठीक-ठाक है. विपक्ष के पूर्वानुमान सब गलत साबित हो रहे हैं. राज्यपाल कोटे से होने वाले मनोनयन को लेकर भी अंतिम फैसला जल्द ले लिया जाएगा. दोनों दलों के शीर्ष नेता जल्द ही इसे भी अंतिम रूप दे देंगे.