ETV Bharat / state

पटना में ट्रैफिक महिला पुलिसकर्मियों के लिए नहीं है शौचालय की व्यवस्था, होती है परेशानी

बिहार पुलिस में महिलाओं के लिए 35% आरक्षण तो जरूर है, लेकिन सड़कों पर तैनात महिला पुलिस कर्मियों के लिए शौचालय की व्यवस्था नदारद है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बिहार पुलिस को समृद्ध बनाने को लेकर नए भवन और नए आदर्श थाना का निर्माण करवा रहे हैं, लेकिन सड़कों पर तैनात महिला पुलिस कर्मियों के लिए शौचालय जैसी बुनियादी सुविधा तक उपलब्ध नहीं है.

पटना
पटना
author img

By

Published : Feb 3, 2021, 5:04 PM IST

Updated : Feb 4, 2021, 6:14 PM IST

पटना: देश के अन्य राज्यों की तुलना में बिहार पुलिस में महिलाओं की काफी तादाद है. इसके बावजूद भी सड़कों पर तैनात महिला पुलिसकर्मियों के लिए शौचालय तक की व्यवस्था नहीं है. जिस वजह से महिला पुलिस कर्मियों को काफी दिक्कत का सामना करना पड़ता है. एक तरफ जहां केंद्र सरकार और राज्य सरकार स्वच्छ भारत अभियान के तहत घर-घर शौचालय बना रही है. तो वहीं, सड़कों पर तैनात होकर 8 से 10 घंटे ट्रैफिक के को संभालने वाली महिला पुलिस कर्मियों के लिए चेक पोस्ट पर शौचालय जैसी बुनियादी सुविधा भी मुहैया नहीं है.

देखें रिपोर्ट...

आरक्षण महिलाओं को 35 प्रतिशत
पुलिस मुख्यालय की मानें तो राज्य सरकार की ओर से पुलिस विभाग में 35 प्रतिशत आरक्षण महिलाओं को दिया गया है. जिसके फलस्वरूप अन्य राज्यों में जहां 10.3 प्रतिशत पुलिस में महिलाएं हैं तो वहीं बिहार पुलिस में 25 प्रतिशत महिलाओं की भागीदारी है.

Patna
महिलाओं को मिला आरक्षण

600 से ज्यादा नए पुलिस भवन बनाये गए
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बिहार पुलिस को समृद्ध बनाने को लेकर लगातार प्रयासरत हैं. पिछले 10 सालों में लगभग 600 से ज्यादा नए पुलिस भवन बनाये गए हैं. पुलिस की सुविधा के लिए जर्जर स्थिति में थाने को बदलकर थाने में नए वाहन और नए हथियार मुहैया करवाये गए हैं. लेकिन सड़कों पर तैनात महिला पुलिसकर्मियों के लिए शौचालय की व्यवस्था नहीं की गई है. महिला पुलिस कर्मियों की समस्या को देखते हुए पुलिस मेंस एसोसिएशन के तरफ से भी कई बार शौचालय जैसी समस्याओं को लेकर पुलिस मुख्यालय और सरकार को पत्र लिखा गया है, लेकिन यह समस्या अभी भी जस की तस बनी हुई है.

Patna
थानों की संख्या

ये भी पढ़ें- बिहार में महिला पुलिसकर्मियों की संख्या देश में सबसे ज्यादा, ये राज्य रह गए पीछे

'बिहार पुलिस को समृद्ध बनाने को लेकर ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में नए पुलिस भवन का निर्माण लगातार किया जा रहा है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के ड्रीम प्रोजेक्ट के तहत थानों का सौन्दर्यीकरण का कार्य चल रहा है. जिसके तहत अब तक के 600 से ज्यादा नए थाने बनाए गए हैं. इन थानों में महिलाओं के रहने की उचित व्यवस्था भी की गई है. साथ ही साथ कुछ जगहों पर महिलाओं को लेकर बैठक भी बनाए गए हैं. वहीं, सड़कों को पर तैनात पुलिसकर्मियों के सुविधा के लिए कुछ जगहों पर चलंत शौचालय की व्यवस्था की गई है. बाकी अन्य जगहों पर भी जल्द ही यह सुविधा मुहैया करवाई जाएगी'.-जितेंद्र कुमार, एडीजी, पुलिस मुख्यालय

बिहार पुलिस में 15,000 से ज्यादा महिलाएं
बता दें कि बिहार पुलिस में 15,000 से ज्यादा महिला पुलिसकर्मी तैनात हैं. महिला आईपीएस अधिकारी आर मल्हार जब पटना की एसएसपी थी तब उन्होंने निर्णय लिया था कि महिला पुलिसकर्मियों को भी ट्रैफिक ड्यूटी में लगाया जाएगा. जिससे कि महिलाओं की भी हिस्सेदारी समाज में बराबर की हो सके. सड़कों पर तैनात महिला पुलिसकर्मियों को अपने पोस्ट पर शौचालय जैसी बुनियादी सुविधा नहीं होने की वजह से काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है. उन्हें या तो नजदीक के थानों के शौचालय या निजी कार्यालय के शौचालय का इस्तेमाल करना पड़ता है.

Patna
महिला पुलिसकर्मियों की संख्या

शौचायल की समस्या
सड़कों पर तैनात महिला पुलिसकर्मियों ने ईटीवी भारत से खास बातचीत के दौरान अपना नाम छुपाने के शर्त पर बताया कि सड़कों पर ड्यूटी के दौरान उन्हें शौचालय जाने की काफी समस्या होती है. महिला पुलिस कर्मियों को कहना है कि हम पुरुष नहीं हैं कि कहीं पर भी शौचालय जा सकते हैं. ड्यूटी के दौरान कभी अगर हमें शौचालय जाना होता है, तो नजदीकी थाना या प्राइवेट कार्यालय या आस-पास से घरों के शौचालय यूज करना पड़ता है.

Patna
महिला पुलिस कर्मियों की समस्या

महिला पुलिस कर्मियों के बैठने तक की सुविधा नहीं
महिला पुलिस कर्मियों ने बताया कि राजधानी पटना के कई चौराहों पर महिला पुलिस कर्मियों के बैठने तक की सुविधा नहीं है. हम पुलिसकर्मियों ने खुद से अस्थाई सड़क के किनारे बैठने की व्यवस्था की है. बरसात होने पर वहां भी पानी टपकने लगता है, जिस वजह से हम भीग जाते हैं.

Patna
सड़कों पर तैनात महिला पुलिसकर्मी

यूरिन रोकने से हो सकती है बीमारी
डॉ. मनोज कुमार सिन्हा की माने तो कार्य कर रही महिलाकर्मी को बाथरूम लगने पर ज्यादा देर तक रोककर नहीं रखना चाहिए. इससे विभिन्न तरह की समस्या उत्पन्न हो सकती है. उन्होंने बताया कि ज्यादा देर तक अगर कोई भी व्यक्ति यूरिन को रोक के रखता है, तो उन्हें यूरिन से जुड़े इन्फेक्शन का भी शिकार होना पड़ेगा. साथ ही बताया कि दिन भर में कम से कम आम इंसान को तीन से चार बार बाथरूम का इस्तेमाल करना चाहिए.

Patna
डॉ. मनोज कुमार सिन्हा, चिकित्सक

पटना: देश के अन्य राज्यों की तुलना में बिहार पुलिस में महिलाओं की काफी तादाद है. इसके बावजूद भी सड़कों पर तैनात महिला पुलिसकर्मियों के लिए शौचालय तक की व्यवस्था नहीं है. जिस वजह से महिला पुलिस कर्मियों को काफी दिक्कत का सामना करना पड़ता है. एक तरफ जहां केंद्र सरकार और राज्य सरकार स्वच्छ भारत अभियान के तहत घर-घर शौचालय बना रही है. तो वहीं, सड़कों पर तैनात होकर 8 से 10 घंटे ट्रैफिक के को संभालने वाली महिला पुलिस कर्मियों के लिए चेक पोस्ट पर शौचालय जैसी बुनियादी सुविधा भी मुहैया नहीं है.

देखें रिपोर्ट...

आरक्षण महिलाओं को 35 प्रतिशत
पुलिस मुख्यालय की मानें तो राज्य सरकार की ओर से पुलिस विभाग में 35 प्रतिशत आरक्षण महिलाओं को दिया गया है. जिसके फलस्वरूप अन्य राज्यों में जहां 10.3 प्रतिशत पुलिस में महिलाएं हैं तो वहीं बिहार पुलिस में 25 प्रतिशत महिलाओं की भागीदारी है.

Patna
महिलाओं को मिला आरक्षण

600 से ज्यादा नए पुलिस भवन बनाये गए
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बिहार पुलिस को समृद्ध बनाने को लेकर लगातार प्रयासरत हैं. पिछले 10 सालों में लगभग 600 से ज्यादा नए पुलिस भवन बनाये गए हैं. पुलिस की सुविधा के लिए जर्जर स्थिति में थाने को बदलकर थाने में नए वाहन और नए हथियार मुहैया करवाये गए हैं. लेकिन सड़कों पर तैनात महिला पुलिसकर्मियों के लिए शौचालय की व्यवस्था नहीं की गई है. महिला पुलिस कर्मियों की समस्या को देखते हुए पुलिस मेंस एसोसिएशन के तरफ से भी कई बार शौचालय जैसी समस्याओं को लेकर पुलिस मुख्यालय और सरकार को पत्र लिखा गया है, लेकिन यह समस्या अभी भी जस की तस बनी हुई है.

Patna
थानों की संख्या

ये भी पढ़ें- बिहार में महिला पुलिसकर्मियों की संख्या देश में सबसे ज्यादा, ये राज्य रह गए पीछे

'बिहार पुलिस को समृद्ध बनाने को लेकर ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में नए पुलिस भवन का निर्माण लगातार किया जा रहा है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के ड्रीम प्रोजेक्ट के तहत थानों का सौन्दर्यीकरण का कार्य चल रहा है. जिसके तहत अब तक के 600 से ज्यादा नए थाने बनाए गए हैं. इन थानों में महिलाओं के रहने की उचित व्यवस्था भी की गई है. साथ ही साथ कुछ जगहों पर महिलाओं को लेकर बैठक भी बनाए गए हैं. वहीं, सड़कों को पर तैनात पुलिसकर्मियों के सुविधा के लिए कुछ जगहों पर चलंत शौचालय की व्यवस्था की गई है. बाकी अन्य जगहों पर भी जल्द ही यह सुविधा मुहैया करवाई जाएगी'.-जितेंद्र कुमार, एडीजी, पुलिस मुख्यालय

बिहार पुलिस में 15,000 से ज्यादा महिलाएं
बता दें कि बिहार पुलिस में 15,000 से ज्यादा महिला पुलिसकर्मी तैनात हैं. महिला आईपीएस अधिकारी आर मल्हार जब पटना की एसएसपी थी तब उन्होंने निर्णय लिया था कि महिला पुलिसकर्मियों को भी ट्रैफिक ड्यूटी में लगाया जाएगा. जिससे कि महिलाओं की भी हिस्सेदारी समाज में बराबर की हो सके. सड़कों पर तैनात महिला पुलिसकर्मियों को अपने पोस्ट पर शौचालय जैसी बुनियादी सुविधा नहीं होने की वजह से काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है. उन्हें या तो नजदीक के थानों के शौचालय या निजी कार्यालय के शौचालय का इस्तेमाल करना पड़ता है.

Patna
महिला पुलिसकर्मियों की संख्या

शौचायल की समस्या
सड़कों पर तैनात महिला पुलिसकर्मियों ने ईटीवी भारत से खास बातचीत के दौरान अपना नाम छुपाने के शर्त पर बताया कि सड़कों पर ड्यूटी के दौरान उन्हें शौचालय जाने की काफी समस्या होती है. महिला पुलिस कर्मियों को कहना है कि हम पुरुष नहीं हैं कि कहीं पर भी शौचालय जा सकते हैं. ड्यूटी के दौरान कभी अगर हमें शौचालय जाना होता है, तो नजदीकी थाना या प्राइवेट कार्यालय या आस-पास से घरों के शौचालय यूज करना पड़ता है.

Patna
महिला पुलिस कर्मियों की समस्या

महिला पुलिस कर्मियों के बैठने तक की सुविधा नहीं
महिला पुलिस कर्मियों ने बताया कि राजधानी पटना के कई चौराहों पर महिला पुलिस कर्मियों के बैठने तक की सुविधा नहीं है. हम पुलिसकर्मियों ने खुद से अस्थाई सड़क के किनारे बैठने की व्यवस्था की है. बरसात होने पर वहां भी पानी टपकने लगता है, जिस वजह से हम भीग जाते हैं.

Patna
सड़कों पर तैनात महिला पुलिसकर्मी

यूरिन रोकने से हो सकती है बीमारी
डॉ. मनोज कुमार सिन्हा की माने तो कार्य कर रही महिलाकर्मी को बाथरूम लगने पर ज्यादा देर तक रोककर नहीं रखना चाहिए. इससे विभिन्न तरह की समस्या उत्पन्न हो सकती है. उन्होंने बताया कि ज्यादा देर तक अगर कोई भी व्यक्ति यूरिन को रोक के रखता है, तो उन्हें यूरिन से जुड़े इन्फेक्शन का भी शिकार होना पड़ेगा. साथ ही बताया कि दिन भर में कम से कम आम इंसान को तीन से चार बार बाथरूम का इस्तेमाल करना चाहिए.

Patna
डॉ. मनोज कुमार सिन्हा, चिकित्सक
Last Updated : Feb 4, 2021, 6:14 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.