पटना: आगामी विधानसभा चुनाव में तेजस्वी यादव को बतौर मुख्यमंत्री पेश किये जाने के सवाल पर विपक्ष की अन्य पार्टियां किनारा करती नजर आ रही हैं. इस सवाल को हाइपोथेटिकल बताकर प्रदेश कांग्रेस के प्रभारी सचिव वीरेंद्र सिंह राठौर ने इससे किनारा कर लिया.
वहीं राजद नेता विजय प्रकाश ने प्रदेश कांग्रेस के नेताओं को इस मामले पर चुप रहने की नसीहत दी है. विजय प्रकाश ने कहा कि गठबंधन के स्वरूप और नेता का चयन दोनों राष्ट्रीय नेतृत्व की ओर से किया जाएगा. जिस तरह राजद में लालू प्रसाद और तेजस्वी के निर्णय के सामने किसी अन्य का कोई खास महत्व नहीं है. उसी तरह कांग्रेस में सोनिया गांधी और राहुल गांधी के निर्णय के सामने किसी भी कांग्रेस नेता का कोई महत्व नहीं है.
आलाकमान का फैसला होगा आखिरी
उन्होंने कहा कि सभी दलों के राष्ट्रीय अध्यक्ष और शीर्ष नेतृत्व के निर्णय को हमेशा सर्वमान्य रूप से माना जाता है. इसलिए राजद प्रदेश कांग्रेस के नेताओं के बयान को खास तवज्जो नहीं देती. वहीं इस मसले पर कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष अशोक राम कहते हैं कि यह शीर्ष नेतृत्व का सवाल है. अशोक राम ने कहा कि जिस तरह से महागठबंधन में पिछली बार नीतीश कुमार को नेता चुना गया था, उसी तरह अगली बार भी नेता का चयन कर लिया जाएगा. कांग्रेस नेता का कहना है कि पिछले चुनाव में बिहार का नेतृत्व तेजस्वी यादव ही कर रहे थे. अगले चुनाव में भी पार्टी हाईकमान के निर्देश के अनुसार काम किया जायेगा.