पटनाः जदयू संसदीय बोर्ड के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा (JDU National President Lalan Singh) ने बयान दिया था कि पार्टी में जितने बड़े नेता हैं, वह बीजेपी के संपर्क में हैं. उपेंद्र कुशवाहा के बयान पर जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने कहा कि जदयू का कोई भी नेता बीजेपी के संपर्क में नहीं है. ललन सिंह ने कहा कि बीजेपी के संपर्क में पार्टी के एक ही नेता थे, चिन्हित हो गए और मजिस्ट्रेट चेकिंग में पकड़े गए तो इस्तीफा देकर चले गए. ललन सिंह का ये इशारा आरसीपी सिंह की तरफ है.
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'नाराजगी की कोई वजह नहीं है' - ललन सिंह से जब पूछा गया कि उपेंद्र कुशवाहा की नाराजगी क्या है, तो उन्होंने कहा कि मुझे नहीं लगता है कि नाराजगी की कोई वजह है. संगठन में उन्होंने जहां-जहां अपने लोगों को जगह देने की मांग की मैंने और प्रदेश अध्यक्ष ने जगह दी है. दिल्ली एम्स में इलाज कराने के दौरान बीजेपी के नेताओं के मुलाकात करने पर कई तरह के कयास लग रहे हैं इस पर ललन सिंह ने कहा कि मुझे इस पर कुछ नहीं कहना है यह तो वही बता सकते हैं.
बीजेपी नेताओं की हुई उपेंद्र कुशवाहा से मुलाकातः दरअसल जदयू संसदीय बोर्ड के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा जब एम्स में भर्ती थे, तो बीजेपी के प्रवक्ता संजय टाइगर और प्रेम रंजन पटेल सहित बीजेपी के नेताओं ने मुलाकात की थी और उसके बाद कई तरह के कयास लगने लगे थे. बीजेपी के साथ उनकी बढ़ती नजदीकियों की भी चर्चा जोर पकड़ने लगी थी. पटना लौटने पर उन्होंने बड़ा बयान दिया कि पार्टी में जितने बड़े नेता हैं, वह बीजेपी के संपर्क में हैं. कहीं ना कहीं उपेंद्र कुशवाहा का निशाना ललन सिंह और नीतीश कुमार की ओर ही था. वहीं, ललन सिंह इस तरह की किसी भी बात से इंकार कर रहे हैं.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जताई थी नाराजगीः इससे पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी उपेंद्र कुशवाहा के इस बयान पर नाराजगी जताते हुए कहा था कि उन्हीं से पूछ लीजिए और उन्हीं की छापिए. मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि दो-तीन बार बाहर गए फिर आए किस के मन में क्या है ये तो वही बता सकता है. उपेंद्र कुशवाहा लगातार जदयू के कमजोर होने की बात भी करते रहे हैं और उन्होंने महाराणा प्रताप की जयंती समारोह में भी शिरकत नहीं की. ऐसे यह चर्चा है कि उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी में जो स्थिति बनी है, बहुत दिनों तक पार्टी में रह पाना उनके लिए मुश्किल है.