पटना: कोरोना संकट के कारण पूरे देश में शिक्षा व्यावस्था ठप है. इसके बावजूद मेडिकल कॉलेज में सेमेस्टर एग्जाम लेने की तैयारी की जा रही है. मेडिकल छात्र संक्रमण के खतरे को देखते हुए यूनिवर्सिटी प्रबंधन से एग्जामिनेशन डेट को आगे बढ़ाने की अपील कर रहे हैं.
बता दें कि बिहार के सभी मेडिकल कॉलेज आर्यभट्ट नॉलेज यूनिवर्सिटी के अंतर्गत आते हैं. मेडिकल कॉलेज में पीजी की परीक्षाएं चल रही है. वहीं, अंडर ग्रेजुएट एमबीबीएस स्टूडेंट्स की परीक्षाएं जुलाई के आखिरी सप्ताह से शुरू होने वाली है.
'परीक्षा तिथि को बढ़ाया जाए आगे'
एनएमसीएच के एमबीबीएस सेकंड ईयर की छात्रा कृतिका सिंह ने बताया कि वह लॉकडाउन के बाद से दिल्ली में है. दिल्ली में उनका इलाका कंटेनमेंट जोन में आता है. ऐसी स्थिति में एग्जाम देने के लिए पटना आना संभव नहीं हो पा रहा है. उनके कॉलेज एनएमसीएच में भी कोरोना के मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है. दिल्ली में संक्रमण की स्थिति बहुत गंभीर है.
उनके परिजन उन्हे घर में रहने की बात कह रहे हैं. विश्वविद्यालय प्रबंधन तमाम अनुरोध के बावजूद परीक्षा लेने पर अड़ा हुआ है. कृतिका ने बताया कि वे चाहती हैं कि विश्वविद्यालय प्रबंधन परीक्षा को फिलहाल स्थगित करे. बिहार सरकार इस मामले में कुछ पहल करे.
'संक्रमण की स्थिति भयावह'
छात्रा संतोष बजातिया ने कहा कि संक्रमण की स्थिति को देखकर वह डरी हुई है. संक्रमण अपने चरम पर है. उनका कॉलेज कोविड-19 हॉस्पिटल है. ऐसे में बिहार सरकार को इस मामले में दखल देना चाहिए. संतोष ने बताया कि वे जस्थान में रहती है. वहां से पटना जाने के लिए कोई यातायात की उचित सुविधा भी उपलब्ध नहीं है.
वहीं, एनएमसीएच के एमबीबीएस सेकंड ईयर के छात्र नेथन ने बताया कि वह मिजोरम में रहते हैं. उनके लिए यातायात एक गंभीर समस्या है. इसलिए वे चाहते हैं कि फिलहाल छात्रों के हित और सेहत के मद्देनजर विश्वविद्यालय फिलहाल परीक्षा की तिथि को आगे बढ़ाए. यूजीसी के दिशा निर्देश के मुताबिक परीक्षा रद्द कर पुराने और इंटरनल एग्जाम्स के आधार पर उन्हें थर्ड ईयर में प्रमोट किया जाए.
वीडियो शेयर कर लगाया गुहार
गौरतलब है कि पटना के एनएमसीएच में पढ़ने वाले एमबीबीएस बैचलर के छात्र-छात्राएं देश के विभिन्न कोणों से वीडियो शेयर कर ईटीवी भारत से मदद की अपील कर रहे हैं. छात्रों का कहना है कि संक्रमण की स्थिति काफी गंभीर है. इसलिए वर्तमान स्थिति और छात्रों के सेहत के मद्देनजर फिलहाल परीक्षा को आगे या फिर स्थगित किया जाए. बता दें कि पीएमसीएच और एनएमसीए जैसे मेडिकल कॉलेज में पूरे देश से आकर छात्र मेडिकल की पढ़ाई करते है. इन मेडिकल कॉलेजों में पढ़ने वाले 80% से ज्यादा छात्र अन्य राज्य के निवासी हैं.