पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार विकास कार्यों का जायजा लेने एक बार फिर से पूरे प्रदेश की यात्रा पर निकलने वाले हैं. मॉनसून सत्र के बाद मुख्यमंत्री की यात्रा शुरू होगी. पार्टी के स्तर पर यात्रा को लेकर मंथन शुरू हो गया है क्योंकि 2020 में विधानसभा चुनाव हैं. नीतीश सात निश्चय जैसी योजनाओं को ग्राउंड जीरो पर जाकर समीक्षा करेंगे और इस यात्रा के बहाने जनता के मन-मिजाज भी टटोलेंगे.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार 2005 से लेकर 2018 तक 1 दर्जन यात्राएं कर चुके हैं. एक तरह से उन्होंने यात्राओं का एक रिकॉर्ड बनाया है. सीएम ने अब एक और यात्रा की तैयारी शुरू कर दी है. लोकसभा चुनाव में मिली प्रचंड जीत के बाद यह यात्रा होने जा रही है. इसका महत्व इसलिए भी ज्यादा है, क्योंकि केंद्र में एनडीए की सरकार बनी है लेकिन जदयू केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल नहीं है. बिहार में जिस मंत्रिमंडल का विस्तार हुआ उसमें बीजेपी और लोजपा के किसी नेता या विधायक को मंत्री पद नहीं दिया गया है. इसको लेकर कई तरह के कयास भी लगाए जा रहे हैं.
2020 का विधानसभा चुनाव नजदीक है. लिहाजा, नीतीश की इस यात्रा पर सबकी नजर होगी.
अबतक इतनी यात्रा कर चुके हैं नीतीश...
- न्याय यात्रा 12 जुलाई 2005
- विकास यात्रा 9 जनवरी 2009
- धन्यवाद यात्रा 17 जून 2009
- प्रवास यात्रा 25 दिसंबर 2009
- विश्वास यात्रा 28 अप्रैल 2010
- सेवा यात्रा 9 नवंबर 2011
- अधिकार यात्रा 19 सितंबर 2012
- संकल्प यात्रा 5 मार्च 2014
- संपर्क यात्रा 13 नवंबर 2014
- निश्चय यात्रा 2016
- समीक्षा यात्रा 2017
- योजनाओं की समीक्षा यात्रा 5 दिसंबर 2018
सीएम नीतीश फिर से एक बार 2019 में यात्रा पर निकलने की तैयारी में हैं.