पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मुजफ्फरपुर मामले पर आज बिहार परिषद में बोले. मुख्यमंत्री ने कहा कि इस घटना पर सब लोग चिंतित हैं. इस तरह की घटनाओं में कमी आये इसके लिए सरकार काम कर रही है. अस्पताल में चिकित्सकों, नर्सों और पारामेडिकल स्टाफ की कमी है, जिसे जल्द भरा जाएगा.
नीतीश कुमार ने कहा कि प्रत्येक प्रखंड में इससे जुड़े कॉलेज और स्कूल खोले जा रहे हैं. पिछले कई सालों से विशेषज्ञ चिकित्सक इस बीमारी के कारण को ढूंढने में असफल हो रहे हैं. मामले की सामाजिक और आर्थिक सर्वे कराया जा रहा है. सभी मरीज गरीब परिवार के हैं. बीमारों में बच्चियों की संख्या ज्यादा है. इस बार के पीड़ित परिवार का सर्वे भी किया जा रहा है.
आवास योजना
जिनके पास पक्का मकान नहीं है उन्हें मुख्यमंत्री आवास योजना के तहत मकान दिया जायेगा. जिनके पास जमीन नहीं है उन्हें सरकार जमीन खरीदने के लिए भी सहायता राशि देगी. मुख्यमंत्री की ओर से सदन में कही गई मुख्य बातें:
- जापानी इंसेफेलाइटिस के लिए गया और उसके आस पास के इलाकों में टीकाकरण कराया जा रहा.
- AES के पीड़ित को लक्षण के आधार पर इलाज किया जा रहा है.
- सामाजिक-आर्थिक सर्वे रिपोर्ट को सरकार सार्वजनिक करेगी.
- 1 करोड़ परिवार की महिलाएं जीविका समूह से जुड़ी हैं.
- 13 तारीख को सर्वदलीय बैठक की जाएगी.
- सूखे और जलस्तर के विषय पर सेंट्रल हॉल में होगी बैठक.
- खराब चापाकलों के बदलाव नहीं करने वाले अफसरों पर होगी कार्रवाई.
- बच्चों की जान गई जिसका खेद सरकार को है.
- सरकारी तंत्र में काम नहीं करने वालों की पहचान जरूरी है.
- पक्ष और विपक्ष ऐसे लोगों को चिन्हित करें.
- सरकारी भवनों में सौर ऊर्जा का इस्तेमाल किया जाएगा.
- सभी सरकारी भवनों में रेन वाटर हार्वेस्टिंग की जाएगी.