पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गुरुवार काे एक बार फिर से विशेष राज्य के दर्जे (Bihar special status) की मांग दोहरायी. मुख्यमंत्री ने आज 183 उर्दू अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र वितरित किया. इसके लिए मुख्यमंत्री सचिवालय संवाद में कार्यक्रम किया गया था. इसी कार्यक्रम में विशेष राज्य के दर्जे को लेकर चर्चा की गयी. साथ ही प्रचार प्रसार को लेकर बीजेपी पर निशाना भी साधा.
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झूठा प्रचार प्रसार हो रहाः मुख्यमंत्री ने कहा कि हम लोगों ने तो कह दिया कि बिहार को विशेष राज्य का दर्जा मिलना चाहिए. लेकिन नहीं मिला. उन्होंने कहा कि यदि विशेष राज्य का दर्जा मिल गया होता तो बिहार बहुत आगे बढ़ जाता. नीतीश कुमार ने कहा कि सभी अति पिछड़े राज्यों को विशेष राज्य का दर्जा मिलना चाहिए, लेकिन नहीं मिलता है. उन्होंने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि हम लोग कितना काम कर रहे हैं आगे बढ़ाने के लिए, लेकिन आजकल तो प्रचार प्रसार को लेकर हम तो हर बार कह हीं देते हैं कि झूठे प्रचार प्रसार हो रहा है कहीं कुछ हो रहा है क्या.
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ट्वीट करने की सलाहः मुख्यमंत्री ने कहा कि गरीब गुरबा राज्यों में के लिए केंद्र सरकार काम नहीं कर रही है, लेकिन प्रचार प्रसार खूब होते रहता है. हम लोग जितना काम करते रहे हैं और कर रहे हैं ऐसे ही मीटिंग होती है तो चर्चा कर देते हैं. मुख्यमंत्री ने हंसी मजाक के मुद्रा में पत्रकारों से कहा कि आप लोग सिर्फ याद रखिए आजकल तो सब मोबाइल में ही ट्वीट होते रहता है. हम बता दिए आप लोग नोट कर लीजिए और आपस में ट्वीट करते रहिए.
"हम लोगों ने तो कह दिया कि बिहार को विशेष राज्य का दर्जा मिलना चाहिए लेकिन नहीं मिला यदि मिल गया रहता तो कितना आगे बिहार बढ़ जाता. सभी अति पिछड़े राज्यों को मिलना चाहिए लेकिन नहीं मिलता है" -नीतीश कुमार, मुख्यमंत्री
'बिहार में पाकिस्तान मत बनाइए, खुद..' : वहीं बीजेपी के प्रदेश प्रवक्ता निखिल आनंद ने ट्वीट कर कटाक्ष किया, ‘‘मुख्यमंत्री नीतीश जी की मंशा हर स्कूल में उर्दू शिक्षक बहाल करने की है. विधानसभा में उर्दू जानकर क्यों है, अब हर थाने में उर्दू ट्रांसलेटर घुसेड़े जायेंगे.'' उन्होंने बिहार के मुस्लिम बहुल सीमावर्ती जिले में दलित-पिछड़े-अति पिछड़े की स्थिति खराब होने का आरोप लगाते हुए कटाक्ष किया, ‘‘भाई, बिहार में पाकिस्तान मत बनाओ, खुद पाकिस्तान चले जाओ.''