पटना: बीजेपी सांसद सुशील कुमार मोदी (BJP MP Sushil Kumar Modi) ने ट्वीट कर सीएम नीतीश कुमार के बयान की निंदा की है. उन्होंने अपने ट्विटर हैंडल पर लिखा, "एक सार्वजनिक कार्यक्रम में प्रजनन दर पर ऐसे सड़क-छाप बयान की मुख्यमंत्री से अपेक्षा नहीं की जा सकती. नीतीश कुमार को लैंगिक भेदभाव और कामुकता से भरा बयान अविलंब वापस लेना चाहिए और माफी मांगनी (Nitish Kumar Should Apologize for His Comment On Women ) चाहिए."
ये भी पढ़ें: 'मर्द तो करते ही रहता है, महिलाएं पढ़ जाएंगी तो..' : प्रजनन दर पर सीख देते समय ये क्या बोल गए नीतीश
महिलाओं पर टिप्पणी के लिए नीतीश कुमार माफी मांगें: पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने कहा कि पुरुषों के महिलाओं से रोज-रोज शारीरिक संबंध बनाने की बात महिलाओं की सार्वजनिक सभा में कहना अत्यंत अमर्यादित और आपत्तिजनक है. लिहाजा सीएम को माफी मांगनी चाहिए. उन्होंने अपने अगले ट्वीट में लिखा, "नीतीश कुमार बतौर मुख्यमंत्री यह बता कर युवाओं को क्या संदेश देना चाहते हैं कि वे अपने कॉलेज जमाने में लड़कियों का पीछा किया करते थे."
- — Sushil Kumar Modi (@SushilModi) January 8, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
— Sushil Kumar Modi (@SushilModi) January 8, 2023
">— Sushil Kumar Modi (@SushilModi) January 8, 2023
''नीतीश कुमार ने कल जैसा बयान दिया ये एक सड़क छाप बयान है. एक CM से ये अपेक्षा नहीं की जाती कि वो सेक्सिस्ट बयान दें. ये ठीक है कि महिलाओं के शिक्षित होने से परिवार नियोजन को बढ़ावा मिलेगा मगर उन्होंने पुरूषों पर जो हल्की टिप्पणी की वो बहुत अपमानजनक है.'' - सुशील कुमार मोदी, बीजेपी नेता
- — Sushil Kumar Modi (@SushilModi) January 8, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
— Sushil Kumar Modi (@SushilModi) January 8, 2023
">— Sushil Kumar Modi (@SushilModi) January 8, 2023
क्या कहा था नीतीश कुमार ने? दरअसल, समाधान यात्रा के दौरान वैशाली के गौरौल प्रखंड में जीविका दीदी के साथ संवाद कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सीएम ने कहा था, "अब मर्द लोग जिस तरीके से रोज-रोज अपना करते ही रहता बै लेकिन उसको ध्यान में नहीं रहता है कि हमको बच्चा पैदा नहीं करना है. महिलाएं पढ़ी-लिखी रहती हैं तो वह सब कुछ समझती हैं कि भाई कैसे सब कुछ से बचना है. लड़कियों को पढ़ाई से प्रजनन दर घटकर बिहार में 2.9 फीसदी है. हमारी तो इच्छा है कि अगले 20 साल के अंदर हमलोग इसको 2 पर ले आएं. इससे आबादी बढ़ेगी नहीं और नीचे जाएगी."
'महिलाएं पढ़ेंगीं तभी प्रजनन दर घटेगा': नीतीश कुमार ने अपने संबोधन में आगे कहा कि महिलाएं पढ़ रही हैं तो प्रजनन दर भी कम हो रहा है. एक आंकड़े का हवाला देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा, "देशभर की तुलना में बिहार में मैट्रिक पास महिला है तो प्रजनन दर 2 फीसदी मिला है. अगर पत्नी इंटर पास है तो प्रजनन दर 1.7 प्रतिशत मिला है. इसका साफ मतलब है कि महिलाएं पढ़ेंगी तो प्रजनन दर भी घटेगा."
ये भी पढ़ें: सीएम नीतीश कुमार भाषाई मर्यादा भूल गए, बोली BJP -'बयान वापस लें और माफी मांगे CM'