मुजफ्फरपुर: बिहार विधान सभा चुनाव को लेकर प्रचार जैसे-जैसे जोर पकड़ रहा है, आरोप-प्रत्यारोप के तीर भी उतने ही तीखे हो रहे हैं. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गुरुवार को मुजफ्फरपुर में चुनावी सभा के दौरान तेजस्वी के थकने वाले बयान को लेकर पलटवार किया. सीएम ने कहा कि वो खुद बताएं कि दिल्ली में क्या करने जाते हैं.
नीतीश कुमार ने पूछा कि पहले तेजस्वी यादव बताएं कि वह कोरोना लॉकडाउन के दौरान कहां थे. कहां भाग गए थे. उस दौरान कहां भागे रहते थे. दिल्ली में किसके यहां रहते थे. कोई नहीं जानता है. सबको बताइए. कहीं किसी को मालूम है कि किसके यहां रहते थे?
तेजस्वी का नाम लिए बगैर नीतीश कुमार ने कहा कि कोई माता-पिता की जगह लेने की कोशिश कर रहा है. कल मौका तो मिला था, क्या किया. किस चीज का ज्ञान है. किस चीज का अनुभव है और हम लोगों ने केंद्र में रहकर काम किया और जब यहां आप लोगों ने मौका दिया तो यहां काम कर रहे हैं.
मुख्यमंत्री ने कहा कि तेजस्वी के माता-पिता ने संयुक्त बिहार-झारखंड में सरकार में रहने के दौरान क्या किया? इन्होंने अपने विकास के सिवाए कुछ नहीं किया. बेटा-बेटी, घर-परिवार का विकास किया. 5 साल झारखंड को अलग होने के बाद भी इनकी सरकार थी. तब भी कुछ नहीं किया. इनकी पार्टी के 15 साल के शासन में एक लाख से भी कुछ कम ही रोजगार मिला था. नीतीश ने दावा किया कि हमारी सरकार में छह लाख से अधिक रोजगार दिये गए.
सीएम ने कहा कि यहां जंगल राज था, हमने अपराध पर नियंत्रण कर कानून का राज स्थापित किया. विकास होने लगा. हम क्या थक गए हैं?
गौरतलब है कि तेजस्वी यादव ने कहा था कि सीएम नीतीश कुमार अब थक चुके हैं और उनसे बिहार नहीं संभल रहा है. उन्होंने बिहार के लिए कुछ नहीं किया. बिहार में अब तक एक भी कारखाना नहीं लगा पाए. इसी पर अब नीतीश कुमार ने तेजस्वी पर पलटवार किया है.