पटनाः बेंगलुरु में विपक्षी दलों की एकता को लेकर बैठक होने जा रही है. बैठक में शामिल होने के लिए बिहार से नीतीश कुमार और लालू प्रसाद यादव भी वहां पहुंच रहे हैं. इस बीच भाजपा ने लालू-नीतीश की जोड़ी पर तीखे वार किए हैं. भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने कहा कि बिहार की सियासत में नीतीश कुमार फैक्टर नहीं रह गए हैं, उन्हें गारंटर की जरूरत पड़ गई है.
नीतीश पर बीजेपी का तंजः दरअसल बेंगलुरु में होने वाली विपक्षी दलों की बैठक को लेकर बिहार में सियासत जारी है. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, लालू प्रसाद यादव, तेजस्वी यादव और ललन सिंह भी इस मीटिंग में शामिल होने बेंगलुरु पहुंच रहे हैं. भाजपा ने विपक्षी एकता को लेकर चौतरफा हमला बोला है, पार्टी की ओर से कहा गया है कि नीतीश कुमार बिहार की राजनीति में अब अप्रसांगिक हो गए हैं. लिहाजा वह देश की राजनीति में जगह तलाश रहे हैं.
"बिहार की सियासत में नीतीश कुमार फैक्टर नहीं रह गए हैं. जहां तक सवाल लालू प्रसाद यादव का है तो लालू प्रसाद यादव से हम लड़ लेंगे. लड़ाई 70 और 30 की होगी. नीतीश कुमार अब देश की राजनीति में जगह तलाश रहे हैं. इसलिए अपने साथ लालू यादव के रूप में गारंटर लेकर चल रहे हैं. नीतीश कुमार को कोई स्वीकार करने वाला नहीं है"- सम्राट चौधरी, बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष
'विपक्षी एकता सफल नहीं होगी': बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ने ये भी कहा कि विपक्ष के पास कोई चेहरा नहीं है. विपक्षी खेमे में प्रधानमंत्री पद के लिए कई दावेदार हैं और उनकी एकता सफल होने वाली नहीं है. राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के बैठक में तमाम छोटे दल शामिल होंगे और नरेंद्र मोदी एक बार फिर प्रधानमंत्री बनेंगे.
विपक्षी एकजुटता की दूसरी बड़ी बैठकः आपके बता दें कि लोकसभा चुनाव में अब सिर्फ 8-9 महीने की बच गए हैं. यही वजह की इस बार नरेंद्र मोदी को हराने के लिए विपक्षी दल एक होने की तैयारी में जुटे है. यानी विपक्ष एकजुट हो चुका है. पटना में हुई विपक्षी एकता की पहली बैठक की सफलता के बाद अब बेंगलुरु में आज विपक्ष की दूसरी बड़ी बैठक होने जा रही है. 17 और 18 जुलाई को होने वाली इस मीटिंग में तकरीबन 24 दलों के शामिल होने की संभावना है, जबकि पटना में 15 दल ही शामिल हुए थे. अब बेंगलुरु बैठक से ही विपक्षी एकजुटता की स्थिति स्पष्ट होगी.