पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से बीजेपी नेताओं ने बुधवार को मुलाकात की. इस मुलाकात में राज्यपाल कोटे से भरी जाने वाली बिहार विधान परिषद की 12 सीटों को लेकर चर्चा हुई है. मुख्यमंत्री आवास में हुई इस बैठक में बीजेपी नेताओं ने मुख्यमंत्री को अपनी तरफ से सूची भी सौंपी है. वहीं, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गुरुवार को कैबिनेट की बैठक बुलाई है. सूत्रों की माने तो कैबिनेट बैठक में राज्यपाल कोटे से भरी जाने वाली 12 सीटों पर मुहर लग सकती है.
12 सीटों पर लग सकती मुहर
कई दिन से यह चर्चा है कि विधान परिषद की 12 सीटों को जल्दी ही भरा जाएगा. इसको लेकर बीजेपी नेताओं और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बीच हुई बैठक में इस पर सहमति बन गई है. सूत्रों की माने तो जेडीयू को 7 और बीजेपी को 5 सीटें मिलेंगी. मिली जानकारी के अनुसार कैबिनेट की बैठक में राज्यपाल कोटे से भरी जाने वाली 12 सीटों पर मुहर लग सकती है. कैबिनेट की मुहर के बाद राज्यपाल से अनुमति के लिए सूची राजभवन भेजी जाएगी.
क्या लोजपा को मिलेगी जगह?
जेडीयू की तरफ से भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी का राज्यपाल कोटे से जाना तय है. बताएं कि हालिया विधान परिषद चुनाव के दौरान भी इनके नाम को लेकर चर्चा थी, लेकिन मुख्यमंत्री ने अशोक चौधरी को राज्यपाल कोटे से भेजने के बारे में आश्वस्त किया था. जेडीयू कोटे से दूसरा नाम संजय गांधी का है, जो मुख्यमंत्री के संवाद वाहक के रूप में जाने जाते हैं. वैसे नीतीश कुमार चुनावी साल में जातीय और सामाजिक समीकरण के आधार पर ही नामों का चयन करेंगे. नीतीश कुमार हर बार अपने फैसले से चौकाते रहे हैं. हालांकि नजर इस बार भी होगी कि नाराज चल रहे चिराग पासवान की पार्टी एलजेपी के हिस्से कोई सीट आती है या नहीं.