पटनाः प्रवासी बिहारियों को लेकर बिहार में खूब सियासत हो रही है और विपक्ष राज्य सरकार पर भाड़े को लेकर लगातार हमला बोल रहा था. वहीं, सोनिया गांधी से लेकर तेजस्वी यादव तक ने ऑफर देना शुरू कर दिया. रेलवे भाड़ा को लेकर विपक्ष के हमले के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सफाई दी है.
बिहार में सियासी संग्राम जारी
मुख्यमंत्री ने वीडियों कांफ्रेंसिंग कर कहा कि रेलगाड़ी से आने वाले लोगों का भाड़ा बिहार सरकार रेलवे को वहन करेगी और उसकी शुरुआत कोटा से आने वाले छात्रों से हो गई है. साथ ही उन्होंने कहा कि 21 दिनों का क्वॉरेंटाइन पूरा करने वाले लोगों को सरकार अलग से 500 रुपये देगी.
विपक्ष के हमले पर सरकार ने दी सफाई
मुख्यमंत्री ने केंद्र सरकार को धन्यवाद देते हुए कहा कि हम लोगों का सुझाव केंद्र सरकार ने मान लिया और मजदूर, छात्र, पर्यटक को रेलवे से भेजने की केंद्र सरकार ने व्यवस्था की है. मुख्यमंत्री ने कहा कि हम लोगों ने निर्णय ले लिया है जो भी बाहर से आएंगे सबको क्वॉरेंटाइन में रखा जाएगा और उन्हें हर तरह की सुविधा मुहैया कराई जाएगी.
बाहर से आने वाले का पूरा खर्च देगी सरकार
मुख्यमंत्री ने कहा सरकार ने पहले ही क्लियर कर दिया है. कहीं कोई कंफ्यूजन नहीं होना चाहिए. जिस स्टेशन पर रेल आएगी वहां से उन्हें संबंधित जिला भेजा जाएगा. जहां पूरी जांच के बाद क्वॉरेंटाइन किया जाएगा. क्वॉरेंटाइन सेंटर में रहने खाने और चिकित्सा की पूरी व्यवस्था है.
क्वॉरेंटाइन की अवधि पूरा करने वाले को 500 रुपये देगी सरकार
वहीं, उन्होंने कहा कि 21 दिन के क्वॉरेंटाइन की अवधि पूरा करने के बाद जब लोग जाने लगेंगे तो उन्हें बिहार आने में जितना खर्च हुआ होगा, उसके अलावा 500 रुपये सरकार देगी और यह मिनिमम राशि 1 हजार होगा.
बिहार के लोग सजग इसलिए कम पड़ा असर
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा लोगों के कई तरह के बयान आ रहे थे. उसके बाद ही मैंने सोचा कि लोगों को बता दें क्योंकि यह सरकार का फैसला है और कोटा से आने वाले छात्रों से इसकी शुरुआत भी हो चुकी है. सरकार जो भी रेल भाड़ा होगा वह रेलवे को वहन करेगी. मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार के लोगों ने लॉक डाउन का सही ढंग से पालन किया है और उसका असर भी दिख रहा है. लेकिन बाहर से आने वाले कुछ लोगों के कारण यह फैला है.