पटना : बिहार में शिक्षक नियोजन सातवें चरण की बहाली प्रक्रिया (Bihar 7th Phase Teacher Recruitment) पर अभी भी संशय की स्थिति है. शिक्षक अभ्यर्थी नियुक्ति के इंतजार में है, लेकिन नियमावली के कैबिनेट पेश नहीं होने के बाद अभ्यर्थियों का इंतजार लंबा हो गया है. ऐसे में अभ्यर्थी सोशल मीडिया पर बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर के सवाल पूछ रहे है कि आपके वादे का क्या हुआ?
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कैबिनेट में नहीं लगी 'शिक्षक' नियोजन नियमावली पर मुहर : सातवें फेज के शिक्षक नियोजन को लेकर नियमावली की लगातार मांग कर रहे शिक्षक अभ्यर्थियों की नजरें 24 फरवरी को होने वाली कैबिनेट मीटिंग पर टिकी हुई थी. दरअसल पिछले कई महीनों से लगातार धरना प्रदर्शन कर रहे अभ्यर्थियों की बातों पर शिक्षा विभाग में पिछले कुछ दिनों से हलचल भी देखने को मिल रही थी. विभागीय स्तर पर कई बार शिक्षक नियोजन को लेकर पहल किए जाने की बात भी कही जा रही थी.
सोशल मीडिया पर शिक्षा मंत्री के खिलाफ गुस्सा : शिक्षा मंत्री प्रोफेसर चंद्रशेखर ने खुद ईटीवी भारत के साथ बातचीत करते हुए 24 फरवरी यानी आज कैबिनेट की बैठक में नियमावली को पेश किए जाने की बात कही थी. लेकिन नियमावली को कैबिनेट में पेश नहीं होने के बाद अभ्यर्थियों में जबरदस्त नाराजगी देखने को मिल रही है. अभ्यर्थियों ने कहा कि सरकार बयानबाजी कर रही है. सरकार को रोजगार देने से कोई मतलब नहीं है. केवल बातों में उलझा कर रखना चाहती है. अभ्यर्थियों ने ट्वीट कर अपनी नाराजगी जताई.
''पिछले कुछ दिनों से शिक्षा मंत्री का नियमावली को लेकर ट्वीट पर ट्वीट करना. कैमरे पर आकर कैबिनेट में नियमावली को पेश होने की बात कह कर हमें भरोसा दिया गया था. सरकार बयानबाजी कर रही है. सरकार को रोजगार देने से कोई मतलब नहीं है. यह केवल बातों में उलझा कर रखना चाहती है.'' - शिक्षक अभ्यर्थी
कब शुरू होगी सांतवें चरण की बहाली प्रक्रिया ? : शुक्रवार को जैसे ही कैबिनेट की बैठक खत्म हुई और जब यह खबर सामने आई कि कैबिनेट में नियमावली पेश नहीं हो पाई. ट्विटर पर अभ्यर्थियों ने शिक्षा मंत्री के खिलाफ मानो ऐलान ए जंग कर दिया. एक यूजर ने लिखा 'माननीय शिक्षा मंत्री जी जनतंत्र में जनता मालिक होती है. यही रवैया रहा तो जनता भी आप लोगों को शून्य कर देगी. शिक्षक अभ्यर्थी भाई, बहनों के विश्वासों को आप ने तोड़ा है. इससे आप की विश्वसनीयता गिरी है सर.'
वहीं एक दूसरे ट्विटर हैंडल से लिखा गया- 'अंततः नियमावली के नाम पर शिक्षक अभ्यर्थी को मिला बाबा जी का ठुल्लू, घिन आती है, इतने गंदे राजनीति पर.' जबकि एक यूजर ने तो शिक्षा मंत्री प्रोफेसर चंद्रशेखर के ट्वीट 'पूर्णिया चलो' के जवाब में ट्वीट करते हुए लिखा- 'मत जाओ.' जबकि एक और ट्विटर यूजर ने लिखा- 'महागठबंधन सरकार ने एक बार फिर शिक्षक अभ्यर्थी को हमेशा की तरह धोखा दिया है. आज की नई नियमावली पास नहीं करके यह साबित हुआ कि आप केवल युवाओं को रोजगार के नाम पर राजनीति की रोटी सेकने का काम करते हैं.'