पटना: एनआईओएस डीएलएड कर चुके शिक्षक निराश और परेशान हैं. हताश हो चुके ये शिक्षक अपनी समस्या को लेकर आज राष्ट्रीय जनता दल के दफ्तर पहुंचे. इनका कहना है कि अब वे बिहार के तमाम बड़े नेताओं से मिलेंगे और अपनी परेशानी बयान करेंगे.
डीएलएड की डिग्री होने के बावजूद इन शिक्षकों को बिहार सरकार के शिक्षा विभाग ने प्राथमिक शिक्षकों के नियोजन में शामिल करने से मना कर दिया है. शिक्षा विभाग का पत्र जारी होने के बाद यह शिक्षक अब पटना हाई कोर्ट का रुख करने वाले हैं. इस बीच ये सभी शिक्षक तमाम नेताओं से मिल रहे हैं.
RJD दफ्तर पहुंचे फरियादी शिक्षक
आरजेडी दफ्तर पहुंचे शिक्षक निखिल ने कहा कि हमारी आस अब नेताओं से ही है. हम राज्य बड़े नेताओं से मिलेंगे. बीजेपी के नेताओं से विशेष रूप से मिलेंगे. उनसे हमारा सवाल है कि आपकी सरकार के मंत्री ने हमें यह कोर्स करवाया. साथ ही कहा कि यह 2 साल का कोर्स है और पूरे भारत में मान्य है. बिहार में भी आप की सरकार होने के बावजूद हमें यह क्यों कहा जा रहा है कि आप शिक्षक नियोजन में शामिल नहीं हो सकते?
प्राइवेट स्कूल के सहारे कट रहा जीवन
इन शिक्षकों के सवालों और समस्याओं की फेहरिस्त लंबी है. इनका कहना है कि निजी स्कूल में पढ़ाकर किसी तरह जीवन-यापन कर रहे हैं. नौकरी के लिए दौड़ते-दौड़ते थक चुके हैं. किसी तरह प्राइवेट स्कूल की नौकरी से छुट्टी लेकर अपनी मांगों के लिए नेताओं के दरवाजे भटकते हैं. अगर इसी तरह इनकी आवाज अनसुनी की जाती रही तो ये अपनी प्राइवेट नौकरी भी खो देंगे.
'अंधकार में हजारों का भविष्य'
शिक्षकों ने कहा कि जीवन यापन करना मुश्किल हो रहा है. हजारों शिक्षकों का भविष्य और करियर डूबने की कगार पर है. इसके साथ ही इन शिक्षकों ने कहा कि अभी हम मदद के लिए आरजेडी के दरवाजे आए हैं. अगर किसी ने बात नहीं सुनी तो अपनी फरियाद लेकर आरएलएसपी सहित बिहार की अन्य पार्टियों के पास भी जाएंगे.