पटना: मुख्यमंत्री के महत्वकांक्षी योजना जल-जीवन-हरियाली (Jal Jivan Hariyali) अभियान को गति देने के लिए नीम हकीम पौधरोपण अभियान की शुरुआत की गई. अभियान की शुरुआत पटना के आईजीआईएमएस (IGIMS Patna) अस्पताल से की गई.
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इस मौके पर वन एवं पर्यावरण विभाग के मंत्री नीरज कुमार बबलू (Neeraj Kumar Bablu), मुख्य अतिथि के रूप में स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे (Health Minister Mangal Pandey) और विशिष्ट अतिथि के तौर पर आईजीआईएमएस के डायरेक्टर डॉक्टर एनआर विश्वास मौजूद रहे.
सभी सरकारी अस्पतालों में होगा पौधरोपण
इस दौरान आईजीआईएमएस परिसर में नीरज कुमार और मंगल पांडे ने नीम के पेड़ लगाए और संस्थान के निदेशक डॉ. एन आर विश्वास ने जामुन के पौधे लगाए. यह नीम हकीम वृक्षारोपण अभियान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) के जल-जीवन-हरियाली के 5 करोड़ पौधा रोपण मिशन के अंतर्गत किया जा रहा है. इस वृहद पौधरोपण कार्यक्रम को राज्य के सभी जिलों के सभी सरकारी अस्पतालों में किया जाएगा.
साल के अंत तक 5 करोड़ पौधे लगाए जाएंगे
पौधरोपण के बाद मीडिया से बात करते हुए वन एवं पर्यावरण विभाग के मंत्री नीरज कुमार सिंह ने कहा कि प्रदेश में जल-जीवन-हरियाली अभियान चल रहा है. इसके अंतर्गत प्रदेश भर में इस साल के अंत तक 5 करोड़ पौधे लगाए जाने हैं.
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"जल जीवन हरियाली अभियान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का ड्रीम प्रोजेक्ट है. ऐसे में इस अभियान को और तेजी से आगे बढ़ाने के लिए वन एवं पर्यावरण विभाग की तरफ से राज्य के अस्पतालों का चयन किया गया है. सभी अस्पतालों में नीम हकीम पौधरोपण अभियान के तहत अस्पतालों में नीम के पौधे लगाए जाएंगे. इसके साथ ही कुछ फलदार पौधे भी लगाए जाएंगे. नीम के पौधे लगाने का उद्देश्य यह है कि नीम का पौधा अपने आप में एक हकीम की तरह होता है और इसकी बहुत सारे औषधीय विशेषताएं हैं"- नीरज कुमार सिंह, वन एवं पर्यावरण मंत्री
कीटाणुओं को रखता है दूर
नीरज कुमार सिंह ने कहा कि यह कीटाणुओं को दूर रखता है और वातावरण को स्वच्छ करता है. इसके अलावा कुछ फलदार वृक्ष भी लगाए जा रहे हैं. ताकि अस्पतालों में जो गरीब मरीज इलाज कराने आते हैं, उनके परिजनों को फलदार वृक्षों का फल भी प्राप्त हो सके. बहुत जल्द प्रदेश के सभी अस्पतालों में इस प्रकार के पौधरोपण कार्यक्रम होंगे.
"जैसा कि हमें पता है कि बिहार से जब झारखंड अलग हुआ, उसके बाद प्रदेश में हरियाली क्षेत्र काफी कम हो गया था. जो भी हरियाली क्षेत्र था उसका अधिकांश हिस्सा झारखंड को चला गया. जिसके बाद प्रदेश में काफी संख्या में पौधरोपण हुए. जिसके बाद प्रदेश में अभी हरित आवरण 15% है. राज्य सरकार ने नीरज कुमार के नेतृत्व में हरित आवरण के क्षेत्र के 15% से बढ़ाकर 17% करने का लक्ष्य रखा है और इसके तहत साल के अंत तक 5 करोड़ पौधरोपण किए जाने हैं"- मंगल पांडे, स्वास्थ्य मंत्री
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नीम हकीम पौधरोपण कार्यक्रम का शुभारंभ
स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे ने कहा कि आज के समय में आवश्यक है कि जहां मरीज इलाज कराने पहुंचते हैं, वहां हरियाली क्षेत्र ज्यादा हो, वातावरण बेहतर हो. इसके लिए इस प्रकार के पेड़ लगाए जाएं. जिससे वातावरण स्वच्छ रख सकें. इसी सोच के साथ आज नीम हकीम पौधरोपण कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ है.
इस कार्यक्रम के तहत प्रदेश के सभी मेडिकल कॉलेजों और सरकारी अस्पतालों में विभाग की तरफ से पौधरोपण कार्यक्रम चलाया जाएगा. पौधों के मेंटेनेंस के लिए स्टाफ की भी नियुक्ति की जाएगी.
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5 जून से हुई शुरुआत
बता दें कि जल जीवन हरियाली योजना के तहत वर्ष 2021-22 में वन विभाग ग्रामीण विकास विभाग और जीविका की मदद से 5 करोड़ पौधरोपण का लक्ष्य रखा गया है. इस को लेकर 2 जून और 4 जून को महत्वपूर्ण बैठक भी बुलाई गई थी. 5 जून से पौधरोपण कार्यक्रम की शुरुआत की गई थी.