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कुशवाहा के अनशन पर बीजेपी की प्रतिक्रिया- 'मांग जायज पर तरीका गलत'

बीजेपी नेता ने कुशवाहा को सलाह देते हुए कहा कि इस मसले पर सरकार से बातचीत करनी चाहिए. वहीं निखिल आनंद का कहना है कि महागठबंधन के ही नेता उनके अनशन को विफल करना चाहते हैं.

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Published : Nov 29, 2019, 4:38 PM IST

patna
निखिल आनंद

पटनाः रालोसपा प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा के आमरणअनशन पर बीजेपी प्रवक्ता निखिल आनंद ने अपनी प्रतिक्रिया दी है. बीजेपी नेता ने ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए कहा कि केंद्रीय विद्यालय के लिए जमीन की मांग करना सही है लेकिन उनका तरीका गलत है.

निखिल आनंद ने कहा कि इसके समाधान के लिए उपेंद्र कुशवाहा को सरकार से सीधा संवाद करना चाहिए. आमरण-अनशन कर मांग करना जायज नहीं है. बीजेपी प्रवक्ता का कहना है कि इस तरह से कुशवाहा जमीन की मांग के बहाने राजनीति कर रहे हैं. बीजेपी नेता ने कहा कि कुशवाहा की इस राजनीति में महागठबंधन के बड़े नेता भी उनके साथ नहीं आ रहे हैं. उनके लिए यह दुर्भाग्य की बात है.

महागठबंधन के दल विफल करने की कोशिश में
हालांकि निखिल आनंद का मानना है कि शिक्षा सुधार के नाम पर कुशवाहा ने आंदोलन से महागठबंधन में अपनी जगह बना ली है. उन्होंने नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव को बहुत पीछे छोड़ दिया है. लेकिन उनका तरीका सही नहीं है. बीजेपी नेता ने कहा कि कुशवाहा को सरकार से सीधा संवाद करना चाहिए. साथ ही शिक्षा मंत्री से इस मुद्दे पर बातचीत करनी चाहिए. निखिल आनंद ने कहा कि महागठबंधन के अन्य दल कुशवाहा के आमरण-अनशन को विफल करने की फिराक में हैं.

कुशवाहा पर प्रतिक्रिया देते बीजेपी प्रवक्ता निखिल आनंद

यह भी पढ़ेंः आमरण अनशन के चौथे दिन कुशवाहा को हुआ पीलिया

पीलिया रोग से ग्रसित हुए कुशवाहा
बता दें कि कुशवाहा पिछले पिछले चार दिनों से आमरण अनशन पर हैं. वहीं, रालोसपा सुप्रीमो की सेहत में लगातार गिरावट आ रही है. कुशवाहा के लगातार अनशन से उनके वजन और बीपी पर असर पड़ा है. साथ ही वे पीलिया रोग से ग्रसित हो गए हैं.

पटनाः रालोसपा प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा के आमरणअनशन पर बीजेपी प्रवक्ता निखिल आनंद ने अपनी प्रतिक्रिया दी है. बीजेपी नेता ने ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए कहा कि केंद्रीय विद्यालय के लिए जमीन की मांग करना सही है लेकिन उनका तरीका गलत है.

निखिल आनंद ने कहा कि इसके समाधान के लिए उपेंद्र कुशवाहा को सरकार से सीधा संवाद करना चाहिए. आमरण-अनशन कर मांग करना जायज नहीं है. बीजेपी प्रवक्ता का कहना है कि इस तरह से कुशवाहा जमीन की मांग के बहाने राजनीति कर रहे हैं. बीजेपी नेता ने कहा कि कुशवाहा की इस राजनीति में महागठबंधन के बड़े नेता भी उनके साथ नहीं आ रहे हैं. उनके लिए यह दुर्भाग्य की बात है.

महागठबंधन के दल विफल करने की कोशिश में
हालांकि निखिल आनंद का मानना है कि शिक्षा सुधार के नाम पर कुशवाहा ने आंदोलन से महागठबंधन में अपनी जगह बना ली है. उन्होंने नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव को बहुत पीछे छोड़ दिया है. लेकिन उनका तरीका सही नहीं है. बीजेपी नेता ने कहा कि कुशवाहा को सरकार से सीधा संवाद करना चाहिए. साथ ही शिक्षा मंत्री से इस मुद्दे पर बातचीत करनी चाहिए. निखिल आनंद ने कहा कि महागठबंधन के अन्य दल कुशवाहा के आमरण-अनशन को विफल करने की फिराक में हैं.

कुशवाहा पर प्रतिक्रिया देते बीजेपी प्रवक्ता निखिल आनंद

यह भी पढ़ेंः आमरण अनशन के चौथे दिन कुशवाहा को हुआ पीलिया

पीलिया रोग से ग्रसित हुए कुशवाहा
बता दें कि कुशवाहा पिछले पिछले चार दिनों से आमरण अनशन पर हैं. वहीं, रालोसपा सुप्रीमो की सेहत में लगातार गिरावट आ रही है. कुशवाहा के लगातार अनशन से उनके वजन और बीपी पर असर पड़ा है. साथ ही वे पीलिया रोग से ग्रसित हो गए हैं.

Intro:एंकर बीजेपी प्रवक्ता निखिल आनंद ने रालोसपा नेता उपेंद्र कुशवाहा के आमरण अनशन पर तंज कसते हुए कहा है कि उपेंद्र कुशवाहा ने केंद्रीय विद्यालय के लिए जमीन के मांग को लिए आमरण अनशन पर है उनका मांग उचित है लेकिन उनका तरीका गलत है उन्होंने कहा कि उन्हें सरकार से सीधा संवाद करना चाहिए इस तरीके से किसी भी चीज की मांग करना जायज नहीं है और वह इस तरीके से केंद्र विद्यालय के जमीन का मांग करके राजनीति कर रहे हैं उन्होंने कहा कि इस राजनीति में महागठबंधन के कुछ बड़े नेता भी उनके साथ नहीं आ रहे हैं यह दुर्भाग्य की बात है


Body: निखिल आनंद ने कहा कि निश्चित तौर पर शिक्षा सुधार के नाम पर जो आंदोलन वह चला रहे हैं उससे महागठबंधन में उन्होंने अपनी जगह बना ली है और तेजस्वी को बहुत पीछे छोड़ दिया है लेकिन जो तरीका वह अख्तियार कर रहे हैं निश्चित तौर पर वह सही नहीं है उन्हें सरकार से सीधा संवाद करना चाहिए शिक्षा मंत्री से इस मुद्दे पर बात करनी चाहिए साथ ही उन्होंने कहा कि उपेंद्र कुशवाहा की इस लड़ाई में महागठबंधन के कोई बड़े नेता उनका साथ नहीं दे रहा है क्योंकि सभी को यह डर है कि उपेंद्र कुशवाहा महागठबंधन के बड़े चेहरे हो जाएंगे लेकिन जिस तरह कुशवाहा ने लगातार चार दिनों से आमरण अनशन किया है निश्चित तौर पर महागठबंधन के अगले नेता के कगार में वह खड़े हो गए हैं साथ ही उन्होंने कहा कि अब महागठबंधन के अन्य दल इस फिराक में लगे हुए हैं कि किस तरह से उनका आमरण अनशन विफल हो


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