पटनाः माओवादियों के शीर्ष नेता विजय आर्य (NIA raids On Premises of Maoist leader Vijay Arya) के कई ठिकानों पर एनआईए ने एक साथ छापेमारी की है. पटना में शास्त्रीनगर स्थित एजी कालोनी में विजय आर्य के इंजीनियर बेटा यहां छापेमारी हो रही है. इंस्पेक्टर मुकेश कुमार सिन्हा के नेतृत्व में छापेमारी (NIA Raid In Bihar) चल रही है. औरंगाबाद के गोह के महेश परासी स्थित बेटी जिला पार्षद शोभा कुमारी के ससुराल में भी छापेमारी हो रही है. इसके अलावा गया जिले के कोच थाना अंतर्गत करवा गांव में भी छापा मारा जा रहा है. तीनों जगहों पर सुबह 6 बजे से एनआईए ने रेड किया है.
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''एनआईए कोर्ट के कांड संख्या 5/ 22 जो कि रोहतास से किसी मामले में है, इसमें एनआईए के द्वारा न्यायालय से सर्च वारंट प्राप्त करने के बाद छापेमारी की जा रही है. उनके आवास से कुछ दस्तावेज बरामद हुआ है जिसका फोटो कॉपी एनआईए के एक अधिकारी के द्वारा करवाया गया है. विजय आर्य जेल हिरासत में हैं. समय-समय पर कोर्ट में हाजिर भी होते हैं.'' - संजीव कुमार, वकील, विजय आर्या
गया में विजय आर्या के पैतृक आवास पर एनआई की रेडः माओवादी सेंट्रल कमेटी के सदस्य विजय आर्य के ठिकानों पर NIA की छापेमारी चल रही है. पटना के अलावा गया के करमा स्थित विजय आर्य के पैतृक आवास पर भी छापेमारी की गई. गया में एनआईए की टीम ने पांच घंटे तक पूरे आवास को खंगाला. वहां से टीम ने कुछ कागजात और मोबाइल बरामद की.
रोहतास में विजय आर्या के सहयोगी के घर भी पहुंची टीमः रोहतास में नक्सली विजय आर्या के सहयोगी हार्डकोर नक्सली राजेश गुप्ता के घर पर भी NIA ने छापा मारा है. नक्सली कमांडर के पूरे घर को खंगाला गया है. मिली जानकारी के मुताबिक नक्सली राजेश के घर के नीचे की जमीन में खुदाई कर एनआईए की टीम छानबीन कर रही है. वैसे टीम को वहां कुछ मिला नहीं है.
औरंगाबाद में विजय आर्या की बेटी के घर भी एनआईए ने दी दस्तकः एनआईए की टीम ने शुक्रवार की सुबह औरंगाबाद स्थित माओवादी नेता विजय आर्य की जिला पार्षद और गोह से विधानसभा चुनाव लड़ चुके आरजेडी नेता श्याम सुंदर की पत्नी शोभा कुमारी के गोह के महेश परासी स्थित आवास पर छापेमारी की. विजय आर्या की पुत्री और उनके पति से एनआईए की टीम आवश्यक पूछताछ कर रही है.
13 अप्रैल को हुई गिरफ्तारी : बता दें कि 13 अप्रैल 2022 को रोहतास और औरंगाबाद पुलिस ने संयुक्त रूप से कार्रवाई करते हुए पिछले 4 साल से फरार कुख्यात इनामी नक्सली विजय आर्य को गिरफ्तार किया था. साथ में इसका शागिर्द नक्सली उमेश चौधरी को भी पुलिस ने धर दबोचा था. पुलिस की यह कार्रवाई रोहतास थाने के समहुता के पास की गई थी. नक्सली विजय आर्य पर 14 राज्यों में केस दर्ज हैं.
पहाड़ी इलाके में किया संगठन का विस्तारः बता दें कि नक्सली विजय आर्य गया जिले के कोच थाना क्षेत्र का रहने वाला है और गया, जहानाबाद, औरंगाबाद, कैमूर और रोहतास जिले के विभिन्न इलाकों में नक्सली घटनाओं में शामिल रहा है. यह इनामी नक्सली है और पिछले कई दिनों से रोहतास के पहाड़ी इलाके में अपने संगठन को विस्तार करने में लगा था. खासकर भाकपा माओवादी के सोन-गंगा विंध्याचल कमेटी को फिर से सक्रिय करने के लिए काम कर रहा था.
ऐसा रहा है सफर : माओवादी नेता ने गुरारू चीन मिल के मजदूरों की लड़ाई से अपनी राजनीतिक सफर शुरू की थी. बाद में वाम धारा की नक्सलपंथी संगठन एमसीसी में शामिल हो गया. माओवादी संगठन के सेंट्रल कमेटी के सदस्य बनने के बाद सरकार ने जिंदा या मुर्दा पकड़े जाने पर इनाम घोषित किया था. बाद में इसे गिरफ्तार किया गया. विजय आर्या करीब आठ वर्षों तक कटिहार, भागलपुर, बक्सर, गया, सासाराम, करीम नगर, हैदराबाद, विशाखापट्नम, समेत अन्य जेलों में बंद रहा. वर्ष 2018 में न्यायालय ने बरी किया तब से जेल से बाहर था और अपने घर पर रह रहा था.