पटना: बिहार में भी कोरोना का नया वेरिएंट मिल (New variant of corona detected in Bihar ) गया है. राजधानी पटना में सबसे अधिक संक्रमित मिल रहे हैं. संक्रमण के सर्वाधिक एक्टिव मामले अभी के समय पटना जिले में ही हैं. सोमवार को पटना में संक्रमण के कुल 7 नए मामले सामने आए हैं. जिसमें 6 पटना जिले और एक अन्य जिले के हैं. अभी के समय प्रदेश में एक्टिव मामलों की संख्या 45 है. जिसमें पटना जिले के 32 एक्टिव मरीज है. हालांकि सभी माइल्ड सिम्टम्स के साथ होम आइसोलेशन में हैं.
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नवादा की महिला में मिला XBB.1.16 वेरिएंट: बताते चलें कि प्रदेश में संक्रमण के बढ़ते मामले को देखते हुए पॉजिटिव सैंपलों की रैंडम जिनोम सीक्वेंसिंग की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है. ताकि पता चल सके कि किस वैरिएंट से संक्रमण फैल रहा है. इसी कड़ी में आईजीआईएमएस में दो वेरिएंट का जिनोम सीक्वेंसिंग किया गया है. जिसमें एक वेरिएंट ओमीक्रॉन का पुराना वेरिएंट्स BA.2 डिटेक्ट हुआ, जबकि नवादा जिले की एक महिला के सैंपल में नया वेरिएंट XBB.1.16 डिटेक्ट हुआ है. इस बात की जानकारी आईजीआईएमएस के अधीक्षक डॉ मनीष मंडल ने दी. उन्होंने बताया कि इस पेशेंट का कोई ट्रेवल हिस्ट्री भी नहीं था, लेकिन सर्दी जुकाम और गले की खराश की हल्की शिकायत थी.
कोमोरबिड लोगों को परेशान कर सकता है नया वेरिएंटः डॉक्टर मनीष मंडल ने बताया कि यह नया वेरिएंट XBB.1.16 अभी तक अधिक खतरनाक प्रतीत नहीं हो रहा है, लेकिन यह कोमोरबिड लोगों यानी मधुमेह, बीपी, किडनी और हार्ट के मरीजों को गंभीर रूप से परेशान कर सकता है. उन्होंने बताया कि यह वेरिएंट गले से नीचे जल्दी नहीं उतरता है और शरीर को अधिक डैमेज नहीं करता है, लेकिन सर्दी, जुकाम, गले की खराश, हल्का फीवर, बदन दर्द जैसे लक्षण 6 दिन से 15 दिन तक रह सकते हैं. सभी लक्षण खत्म होने में महीने भर का समय लग सकता है. हालांकि अभी तक कोई भी गंभीर लक्ष्मण के कोरोना मरीज बीते 2 सप्ताह में डिटेक्ट नहीं हुए हैं. लेकिन कोमोरबिड लोगों के लिए यह वैरीअंट घातक हो सकता है इसलिए ऐसे लोगों को सतर्क रहने की आवश्यकता है.
"नया वेरिएंट XBB.1.16 अभी तक अधिक खतरनाक प्रतीत नहीं हो रहा है, लेकिन यह कोमोरबिड लोगों यानी मधुमेह, बीपी, किडनी और हार्ट के मरीजों को गंभीर रूप से परेशान कर सकता है. यह वेरिएंट गले से नीचे जल्दी नहीं उतरता है और शरीर को अधिक डैमेज नहीं करता है, लेकिन सर्दी, जुकाम, गले की खराश, हल्का फीवर, बदन दर्द जैसे लक्षण 6 दिन से 15 दिन तक रह सकते हैं. सभी लक्षण खत्म होने में महीने भर का समय लग सकता है" - डाॅ मनीष मंडल, अधीक्षक, आईजीआईएमएस
पूरे प्रदेश में नियंत्रण में है कोरोना: डॉक्टर मनीष मंडल ने बताया कि कोरोना की स्थिति प्रदेश में पूरी तरह नियंत्रण में है. इससे घबराने की आवश्यकता नहीं है, लेकिन सतर्कता बरतनी बेहद जरूरी है. अस्पताल में सरकार के दिशा निर्देशानुसार माइक के माध्यम से लोगों को अस्पताल परिसर के अंदर मास्क पहनकर रहने की अपील की जा रही है. अस्पताल की सभी स्टाफ मास्क पहनकर ड्यूटी कर रहे हैं. हैंड हाइजीन और सैनिटाइजेशन का ख्याल रखना है.
हल्की शिकायत पर भी सतर्क हो जाएंः मनीष मंडल ने कहा कि गले में खराश, सर्दी जुकाम की शिकायत है तो नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर जाएं और चिकित्सीय परामर्श लें, घर पर गुनगुने पानी का गलाला करें. यदि कोई इंफेक्शन महसूस हो रहा है तो लक्षण खत्म होने तक 3 से 5 दिनों के लिए खुद को आइसोलेट कर लें. उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने अपना टीका प्रिकॉशनरी डोज नहीं लिया है अथवा दूसरा डोज भी जिनका ड्यू है वह अविलंब अपना डोज कंप्लीट करें क्योंकि वैक्सीनेशन ही बचाव का सबसे मजबूत उपाय है. वैक्सीनेशन संक्रमण की गंभीरता को काफी कम करता है.