पटना: बिहार में उच्च माध्यमिक और माध्यमिक शिक्षकों के नियोजन की प्रक्रिया चल रही है. इन सब के बीच वर्ष 2011 में एसटीईटी पास अनट्रेंड अभ्यर्थियों के लिए शिक्षा विभाग ने नए दिशा-निर्देश जारी किए हैं. जिनके मुताबिक 2018 तक बीएड रिजल्ट वाले शिक्षक बन सकेंगे.
दरअसल, वर्ष 2011 में माध्यमिक उच्च माध्यमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा (एसटीईटी) के समय प्रशिक्षण का प्रावधान नहीं था. लेकिन उस दौरान शिक्षा विभाग ने निर्देश जारी किया था कि एसटीईटी पास करने के 5 साल के अंदर अभ्यर्थियों को ट्रेंड हो जाना होगा. अब एसटीइटी 2011 पास जो अभ्यर्थी शिक्षक नियोजन प्रक्रिया में भाग ले रहे हैं उनके लिए यह समस्या थी कि 5 साल की गणना कब से होगी.
2011-एसटीईटी कर चुके अभ्यर्थी
सोमवार को शिक्षा विभाग के उप सचिव अरशद फिरोज के द्वारा जारी आदेश में कहा गया है कि एसटीईटी 2011 में शामिल और 2011 में उत्तीर्ण अप्रशिक्षित अभ्यर्थी, जो बीएड के लिए 2015- 17 सत्र तक एडमिशन ले चुके और 2018 तक जिनका रिजल्ट आ गया हो. वह वर्तमान में छठे चरण के नियोजन के लिए पात्र माने जाएंगे.
2013 के अभ्यर्थियों के लिए
इसी तरह जिन लोगों की एसटीईटी पुनर्परीक्षा 2013 में हुई थी और 2013 में रिजल्ट आया. उससे संबंधित अनट्रेंड एसटीईटी पास अभ्यर्थी जो 2018 में बीएड के लिए एडमिशन लिए हो. जिनका रिजल्ट 1 अगस्त 2019 तक प्रकाशित हो गया हो. वह भी छठे चरण के लिए नियोजन के पात्र माने जाएंगे.
- शिक्षा विभाग ने इस मामले को लेकर गठित कमेटी की अनुशंसा कर राज्य के सभी माध्यमिक और उच्च माध्यमिक नियोजन इकाइयों को भेज दिया है. इसके बाद वर्ष 2011 में एसटीईटी पास अभ्यर्थियों के लिए नियोजन विभाग द्वारा तय दिशा निर्देश पर हो पाएगा.