पटना: बिहार के नए डीजीपी को लेकर लग रही अटकले 1 से 2 दिनों में साफ हो जाएगी. राज्य सरकार ने बिहार के कैडर के डीजी रैंक के 10 आईपीएस अधिकारियों का पैनल यूपीएससी को भेजा है. यूपीसी के तरफ से इन 10 आईपीएस अफसरों का बायोडाटा जल्द भेजने का निर्देश दिया गया है. यूपीएससी के तरफ से राज्य सरकार को इनमें से तीन नामों की अनुशंसा भेजी जाएगी. राज्य सरकार इन तीन नामों में से किसी एक पर अपना मोहर लगाकर वापस यूपी को भेजेंगे उसके बाद बिहार के नए डीजीपी बनाए जाएंगे.
नए डीजीपी का आने वाला है फैसला
बता दें कि बिहार के पूर्व डीजीपी गुप्तेश्वर पांडे वीआरएस लेने के बाद चुनाव लड़ने का फैसला किया है. उन्होंने जेडीयू भी ज्वाइन कर लिया है. पूर्व डीजीपी गुप्तेश्वर पांडे के वीआरएस लेने के बाद कार्यकारी बीजेपी के तौर पर फायर ब्रिगेड और सिविल डिफेंस के डीजी एस के सिंगल को बनाया गया है. जिन 10 सीनियर डीजी का नाम पैनल में भेजा गया है उनमें से सबसे सीनियर 1984 बैच के आईपीएस अधिकारी राजेश रंजन हैं और इसी साल 30 नवंबर को वह रिटायर हो रहे हैं. इनके अलावा पैनल में जितने भी बिजी रंग के आईपीएस अधिकारी का नाम पैनल में भेजा गया है उनका कार्यकाल 6 महीने से अधिक है.
एसके सिंघल को लेकर लग रही अटकलें
मिली जानकारी के मुताबिक डीजी के पद पर नियुक्ति के लिए राज्य सरकार अपने मन से निर्णय नहीं ले सकती है. यूपीएससी की ओर से भेजे गए पैनल से तीन नाम वापस राज्य सरकार को भेजे जाएंगे. उन्हीं में से किसी एक अफसर को इस पद पर तैनाती की जाएगी उम्मीद जताई जा रही है कि कार्यकारी डीजी के रूप में कार्यरत एसके सिंघल को ही अगले डीजीपी के तौर पर रखा जाएगा. फिलहाल एसके सिंघल के पास डीजी फायर ब्रिगेड डीजी सिविल डिफेंस भी है और एडीजी मुख्यालय भी रह चुके हैं. जिन 10 आईपीएस अधिकारियों का पैनल में डीजी का नाम गया है उनमें से एसके सिंघल का भी नाम है.