पटना: राजधानी पटना के पीएमसीएच (PMCH) परिसर में स्थित इंदिरा गांधी हृदय रोग संस्थान (Indira Gandhi Institute of Cardiology) हृदय रोग संस्थान का नया भवन 14 अगस्त से प्रदेश की जनता के लिए समर्पित कर दिया जाएगा. इसको लेकर सारी तैयारियां लगभब पूरी हो चुकी है. बता दें कि हृदय रोग के क्षेत्र में प्रदेश में सबसे बड़ा अस्पताल है. यहां हृदय रोग से संबंधी कई जटिल बीमारियों का इलाज होता है.
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यहां पर इलाज कराने के लिए प्रदेश भर के हृदय रोग से ग्रसित मरीज आते हैं. यहां ह्रदय रोग के मरीजों की काफी भीड़ रहती है. मरीज को यहां चिकित्सकों से दिखाने के लिए अपॉइंटमेंट लंबा चलता है. हृदयाघात के केसेस इतने अधिक यहां पहुंचते हैं कि सभी को अस्पताल प्रबंधन हैंडल नहीं कर पाता और अक्सर यहां बेड फुल होने की वजह से मरीज को पीएमसीएच में रेफर करना पड़ जाता है.
गौरतलब है कि इंदिरा गांधी हृदय रोग संस्थान में हार्ट के मरीजों के लिए बेड की समस्या को देखते हुए बिहार सरकार ने अस्पताल के विस्तारीकरण के तहत 9 मंजिला नया भवन बनवाया है. जिसका उद्घाटन बीते साल चुनाव से ठीक कुछ दिनों पहले नीतीश कुमार ने किया था.
इस 9 मंजिला भवन का उद्घाटन किए हुए लगभग साल भर हो गए हैं मगर अब तक यह शुरू नहीं हुआ है और इस भवन के अंदर इंफ्रास्ट्रक्चर दुरुस्त करने का काम आज भी चल रहा है. हृदय रोग के रोगी जिस प्रकार से पोस्ट कोविड-19 पीरियड के दौरान देखने को मिल रहे हैं ऐसे में अब सरकार हरकत में आई है.
स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे ने इस नए 9 मंजिला भवन को जल्द शुरू करने के लिए इंदिरा गांधी हृदय रोग अस्पताल के अस्पताल प्रबंधन को दिशा निर्देश दिए हैं. स्वास्थ्य विभाग के आधिकारिक सूत्र ने बताया कि स्वास्थ्य मंत्री के आदेश के बाद 9 मंजिला भवन के अंदर इंफ्रास्ट्रक्चर दुरुस्त करने का काम तेजी से चल रहा है. स्वास्थ्य मंत्री का आदेश है कि अगस्त के दूसरे सप्ताह में इसे शुरू कर दिया जाए.
ऐसे में अस्पताल के इस नए 9 मंजिला भवन के अंदर सभी फर्नीचर आ चुके हैं और मजदूर इन फर्नीचरों को जगह पर लगाने के काम में लगे हुए हैं. इसके अलावा इमरजेंसी आईसीयू बेड की तैयारी भी अंतिम चरण में चल रही है. अब देखना यह है कि यह नया भवन कब से शुरू हो पाता है.
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बता दें कि इस 9 मंजिला नया भवन के शुरू होने से अस्पताल में आईसीयू के 60 बेड बढ़ जाएंगे और अस्पताल के कुल बेड की संख्या 325 हो जाएगी. इसके अलावा इस नए भवन में 12 पेइंग वार्ड रहेंगे. जहां लोग वीआईपी सुविधाएं भी ले सकते हैं और इसके लिए उन्हें कुछ निर्धारित शुल्क वहन करना होगा.