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पटना: जिला स्वास्थ्य समिति की लापरवाही, खराब हुई क्लोरीन की गोलियों की बड़ी खेप

गर्दनीबाग अस्पताल में इसी प्रकार बड़े पैमाने पर ब्लीचिंग पाउडर भी इधर-उधर बिखरा पड़ा हुआ है और यह खुले में रखने के कारण खराब भी हो चुका है. लोगों के बीच क्लोरीन की गोलियां और ब्लीचिंग पाउडर नहीं बांटा गया. इसी का नतीजा यह रहा कि जिला स्वास्थ्य समिति के कार्यालय में सरकार के संपत्ति का इस प्रकार नुकसान हो रहा है.

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खराब हुई क्लोरीन की गोलियों की बड़ी खेप
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Published : Jan 19, 2021, 8:11 AM IST

Updated : Jan 19, 2021, 1:39 PM IST

पटना: राजधानी पटना के गर्दनीबाग हॉस्पिटल में जिला स्वास्थ्य समिति के कार्यालय में प्रशासन की लापरवाही देखने को मिली है. जहां क्लोरीन की गोलियों की एक बड़ी खेप एक्सपायर होकर खराब हो गई है. आलम यह है कि क्लोरीन की गोली भरा डब्बा सड़ गल चुका है और फर्श पर क्लोरीन की गोली बिखरी पड़ी है.

जिला स्वास्थ्य समिति की लापरवाही
यह गोलियां जुलाई 2020 में ही एक्सपायर हो चुकी है. बताते चलें कि साल 2019 में जब पटना में बाढ़ आया था. तब जलजमाव प्रभावित इलाके में बांटने के लिए यह क्लोरीन की गोलियां खरीदी गई थी. मगर अस्पताल प्रबंधन और जिला स्वास्थ्य समिति के लापरवाही का नतीजा यह है कि जरूरतमंदों तक यह गोलियां नहीं पहुंची और अस्पताल में रखे-रखे दवाइयां एक्सपायर हो गई और वर्तमान में बिखरी पड़ी है.

खराब हुई क्लोरीन की गोलियों की बड़ी खेप
ये भी पढ़ें. दांव पर लगा PU के 250 छात्रों का भविष्य, बगैर इजाजत के ही शुरू कर दी साइंस संकाय की पढ़ाई

ईटीवी भारत ने प्रमुखता से चलाई थी खबर
बताते चलें कि यहीं पर जिला सिविल सर्जन का कार्यालय है और कुछ दिनों पूर्व सिविल सर्जन कार्यालय में भी सलाइन वॉटर की एक बड़ी खेप एक्सपायर मिली थी. जिसकी खबर ईटीवी भारत ने प्रमुखता से चलाई थी. सरकारी अस्पताल में आए दिन भारी मात्रा में दवाइयों के एक्सपायर होकर खराब होने की खबरें सामने आती रहती है. बावजूद इसके स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी इस पर ध्यान नहीं देते. इस मसले पर जिला स्वास्थ समिति के कोई भी अधिकारी कुछ कहने से बचते नजर आए.

पटना: राजधानी पटना के गर्दनीबाग हॉस्पिटल में जिला स्वास्थ्य समिति के कार्यालय में प्रशासन की लापरवाही देखने को मिली है. जहां क्लोरीन की गोलियों की एक बड़ी खेप एक्सपायर होकर खराब हो गई है. आलम यह है कि क्लोरीन की गोली भरा डब्बा सड़ गल चुका है और फर्श पर क्लोरीन की गोली बिखरी पड़ी है.

जिला स्वास्थ्य समिति की लापरवाही
यह गोलियां जुलाई 2020 में ही एक्सपायर हो चुकी है. बताते चलें कि साल 2019 में जब पटना में बाढ़ आया था. तब जलजमाव प्रभावित इलाके में बांटने के लिए यह क्लोरीन की गोलियां खरीदी गई थी. मगर अस्पताल प्रबंधन और जिला स्वास्थ्य समिति के लापरवाही का नतीजा यह है कि जरूरतमंदों तक यह गोलियां नहीं पहुंची और अस्पताल में रखे-रखे दवाइयां एक्सपायर हो गई और वर्तमान में बिखरी पड़ी है.

खराब हुई क्लोरीन की गोलियों की बड़ी खेप
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ईटीवी भारत ने प्रमुखता से चलाई थी खबर
बताते चलें कि यहीं पर जिला सिविल सर्जन का कार्यालय है और कुछ दिनों पूर्व सिविल सर्जन कार्यालय में भी सलाइन वॉटर की एक बड़ी खेप एक्सपायर मिली थी. जिसकी खबर ईटीवी भारत ने प्रमुखता से चलाई थी. सरकारी अस्पताल में आए दिन भारी मात्रा में दवाइयों के एक्सपायर होकर खराब होने की खबरें सामने आती रहती है. बावजूद इसके स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी इस पर ध्यान नहीं देते. इस मसले पर जिला स्वास्थ समिति के कोई भी अधिकारी कुछ कहने से बचते नजर आए.

Last Updated : Jan 19, 2021, 1:39 PM IST
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