पटना: कार्तिक पूर्णिमा स्नान के अवसर पर आपदा से निपटने के लिए पटना जिले के बिहटा स्थित 9वीं बटालियन एनडीआरएफ के बचावकर्मी पटना के विभिन्न गंगा घाटों पर मुश्तैदी से तैनात हैं.
एनडीआरएफ की दो टीम अपने रेस्क्यू बोट और अन्य अत्याधुनिक बचाव उपकरणों के साथ असिस्टेंट कमांडेंट जय प्रकाश प्रसाद के नेतृत्व में पटना के गंगा नदी के अलग-अलग घाटों पर तैनात है. एनडीआरएफ के ये बचावकर्मी रविवार देर शाम से ही विभिन्न घाटों पर पहुंच कर अहले सुबह करीब 2:30 बजे से घाटों के किनारे नदी में गश्त लगा रहे हैं.
नदी में पेट्रोलिंग कर रहे जवान
9वीं बटालियन के कमांडेंट विजय सिन्हा ने बताया कि स्थानीय प्रशासन ने कोरोना महामारी को देखते हुए श्रद्धालुओं से नदी घाटों पर न आने की अपील की है फिर भी कार्तिक पूर्णिमा स्नान के लिए आने वाले श्रद्धालुओं के मद्देनजर एनडीआरएफ की तैनाती की गई है. इसका उद्देश्य श्रद्धालुओं को संभावित खतरों से बचाना है.
उन्होंने कहा कि हमारे प्रशिक्षित बचावकर्मी गंगा के घाटों (गाय घाट, गांधी घाट, कलेक्ट्रेट घाट, दीघा घाट और नासरीगंज घाट) पर तैनात हैं. इन घाटों पर श्रद्धालुओं की ज्यादा भीड़ है. जवान बोट पेट्रोलिंग करते हुए स्नान कर रहे श्रद्धालुओं को बैरिकेडिंग के अंदर ही रहने का अनुरोध कर रहे हैं.
तीन जलीय एम्बुलेंस तैयार
रविवार देर रात से ही एनडीआरएफ की तीन जलीय एम्बुलेंस मेडिकल टीम के साथ गंगा नदी के घाटों पर तैयार रखी गई है ताकि जरूरत पड़ने पर लोगों को तुरंत चिकित्सा मदद मुहैया कराई जा सके. गंगा के घाटों पर स्थापित मेडिकल बेस कैंप पर एनडीआरएफ के चिकित्सा अधिकारी और अन्य मेडिकल स्टाफ द्वारा जरूरतमंद लोगों को चिकित्सा सहायता मुहैया कराई जा रही है.