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कन्हैया की यात्रा पर NDA का हमला, कहा- मामला न्यायालय में है, आंदोलन का औचित्य नहीं - जदयू प्रवक्ता राजीव रंजन

बीजेपी मंत्री रामनारायण मंडल ने कहा कि कन्हैया कोई नेता नहीं है. उन्हें इनती महत्व देने की जरूरत नहीं है. वो आज तक लोकसभा, राज्यसभा, विधानसभा या विधान परिषद का मुंह देखे हैं क्या?

BIHAR
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Published : Jan 31, 2020, 10:29 PM IST

पटनाः सीएए, एनपीआर और एनआरसी के विरोध में सीपीआई नेता कन्हैया कुमार ने चंपारण से यात्रा की शुरुआत की है. जिसमें वो एक महीने में पूरे प्रदेश का भ्रमण करेंगे. कन्हैया की इस यात्रा पर एनडीए की तरफ से निशाना साधा जाने लगा है. बीजेपी ने कहा कि कन्हैया कुमार मीडिया की वजह से थोड़ा चमक जाते हैं, लेकिन वो कोई नेता नहीं हैं. वहीं जदयू ने कहा कि उन्हें न्यायालय का सम्मान करना चाहिए . सीएए न्यायायल में विचाराधीन है तो आंदोलन का कोई औचित्य नहीं बनता है.

'कन्हैया को महत्व देने की जरूरत नहीं'
बीजेपी मंत्री रामनारायण मंडल ने कहा कि कन्हैया कोई नेता नहीं है. उन्हें इनती महत्व देने की जरूरत नहीं है. वो आज तक लोकसभा, राज्यसभा, विधानसभा या विधान परिषद का मुंह देखे हैं क्या? उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में सभी को विरोध करने का हक है तो वो भी कर रहे हैं. एनडीए के इशारे पर पुलिस कन्हैया को रोकी इसके जवाब में उन्होंने कहा कि सरकार एनडीए की है, इसलिए विपक्ष आरोप तो लगाएगी ही, आरोप प्रत्यारोप चलता रहता है.

पेश है रिपोर्ट

'आंदोलन का कोई औचित्य नहीं'
वहीं, जदयू प्रवक्ता राजीव रंजन ने कहा कि प्रशासन को यह अधिकार है कि किसी गतिविधि से यदि कानून व्यवस्था प्रभावित होती हो या आशंति फैलने की आशंका हो तो ऐसे कार्यक्रमों पर वो रोक लगा सकती है. ऐसे भी कन्हैया को न्याय व्यवस्था का सम्मान करना चाहिए. जो मामला कोर्ट में विचाराधीन है उसपर हंगामा करने का क्या मतलब है. उन्होंने कहा कि जब पीएम इस मसले पर चर्चा करने के लिए तैयार हैं तो ऐसे आंदोलन का कोई औचित्य नहीं रह जाता है.

पटनाः सीएए, एनपीआर और एनआरसी के विरोध में सीपीआई नेता कन्हैया कुमार ने चंपारण से यात्रा की शुरुआत की है. जिसमें वो एक महीने में पूरे प्रदेश का भ्रमण करेंगे. कन्हैया की इस यात्रा पर एनडीए की तरफ से निशाना साधा जाने लगा है. बीजेपी ने कहा कि कन्हैया कुमार मीडिया की वजह से थोड़ा चमक जाते हैं, लेकिन वो कोई नेता नहीं हैं. वहीं जदयू ने कहा कि उन्हें न्यायालय का सम्मान करना चाहिए . सीएए न्यायायल में विचाराधीन है तो आंदोलन का कोई औचित्य नहीं बनता है.

'कन्हैया को महत्व देने की जरूरत नहीं'
बीजेपी मंत्री रामनारायण मंडल ने कहा कि कन्हैया कोई नेता नहीं है. उन्हें इनती महत्व देने की जरूरत नहीं है. वो आज तक लोकसभा, राज्यसभा, विधानसभा या विधान परिषद का मुंह देखे हैं क्या? उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में सभी को विरोध करने का हक है तो वो भी कर रहे हैं. एनडीए के इशारे पर पुलिस कन्हैया को रोकी इसके जवाब में उन्होंने कहा कि सरकार एनडीए की है, इसलिए विपक्ष आरोप तो लगाएगी ही, आरोप प्रत्यारोप चलता रहता है.

पेश है रिपोर्ट

'आंदोलन का कोई औचित्य नहीं'
वहीं, जदयू प्रवक्ता राजीव रंजन ने कहा कि प्रशासन को यह अधिकार है कि किसी गतिविधि से यदि कानून व्यवस्था प्रभावित होती हो या आशंति फैलने की आशंका हो तो ऐसे कार्यक्रमों पर वो रोक लगा सकती है. ऐसे भी कन्हैया को न्याय व्यवस्था का सम्मान करना चाहिए. जो मामला कोर्ट में विचाराधीन है उसपर हंगामा करने का क्या मतलब है. उन्होंने कहा कि जब पीएम इस मसले पर चर्चा करने के लिए तैयार हैं तो ऐसे आंदोलन का कोई औचित्य नहीं रह जाता है.

Intro:पटना-- बिहार में सी ए ए, एनपीआर और एनआरसी को लेकर आंदोलन करने की विपक्ष में होड़ मची है। कन्हैया कुमार चंपारण से शुरू कर दी है और उसको लेकर एनडीए की तरफ से निशाना भी साधा जाने लगा है बीजेपी कह रही है मीडिया के कारण थोड़ा बहुत चमक ले लेकिन लिए उन्हें जानता कौन है । जदयू के नेता भी कह रहे हैं आंदोलन गैर वाजिब है। जब एनआरसी को लेकर प्रधानमंत्री तक ने कह दिया कि कोई चर्चा नहीं हो रही और मुख्यमंत्री ने तो साफ कर दिया है कि बिहार में लागू नहीं होगा।


Body:बीजेपी ने कहा कन्हैया बड़े नेता नहीं है---
नागरिकता संशोधन कानून, एनपीआर और एनआरसी को लेकर बिहार में भी लगातार आंदोलन हो रहा है विपक्ष की ओर से भी आंदोलन समर्थन किया जा रहा है तेजस्वी यादव अभी सीमांचल से सीए एनपीआर और एनआरसी को के मुद्दे पर यात्रा की थी और अब जेएनयू छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार यात्रा कर रहे हैं उनकी यात्रा का कई जगह विरोध भी हो रहा है। प्रशासन की ओर से कानून व्यवस्था को लेकर रोके जाने पर भी कई तरह के आरोप लगाए गए हैं तो वही एनडीए की ओर से भी यह आरोप लगाया गया है कि कन्हैया सियासत कर रहे हैं। बीजेपी मंत्री रामनारायण मंडल का कहना है कि कन्हैया कुमार को जानता कौन है मीडिया में बने रहने के के लिए सब कुछ करते हैं। रामनारायण मंडल यह भी कहते हैं कि कन्हैया कुमार कोई बड़े नेता नहीं है ना तो उन्होंने लोकसभा का मुंह देखा है ना ही विधानसभा का।
बाईट-- रामनारायण मंडल, बीजेपी मंत्री

सीएम ने पहले ही कह दिया एनआरसी नहीं होगा लागू फिर आंदोलन क्यों-----
जदयू प्रवक्ता राजीव रंजन का कहना है कई राज्यों में वाम दलों की सरकार रही है और कानून व्यवस्था को लेकर जरूरत के हिसाब से कदम उठाया जाता है। और सी ए ए पर आंदोलन करना गैर वाजिब है तो वहीं एनआरसी का फिलहाल कोई मुद्दा ही नहीं है, प्रधानमंत्री ने भी कह दिया है कि कोई चर्चा नहीं हो रही और मुख्यमंत्री ने तो साफ कर दिया कि एनआरसी बिहार में लागू नहीं होगी। ऐसे में आन्दोलब और इस यात्रा का कोई मतलब नहीं है।
बाईट-- राजीव रंजन, जदयू प्रवक्ता


Conclusion:कन्हैया उपस्थिति दर्ज कराने की कर रहे कोशिश---
चंपारण में पुलिस प्रशासन की ओर से रोके जाने पर कन्हैया ने अपने साथियों के साथ धरना भी दिया था कन्हैया सीएए, एनपीआर और एनआरसी के बहाने बिहार में अपनी उपस्थिति दर्ज कराने की कोशिश कर रहे हैं आना किसका लाभ कितना मिलेगा यह तो देखने वाली बात होगी।
अविनाश, पटना।
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