पटना: बिहार विधानसभा चुनाव के परिणाम की कसक रह रह कर जदयू को टीस मार रही. सियासी नफे नुकसान के बाद अब बीजेपी पर जदयू ने प्रेशर बनना शुरू कर दिया है. रह रह कर जदयू के नेता खुले मंच से बीजेपी को लोजपा से नाता तोड़ने जैसे बयान दे रहे हैं. सियासत की इस उठापठक में जदयू के नेता और पूर्व मंत्री जय कुमार सिंह ने लोजपा पर एक बार फिर से हमला बोला है.
जदयू नेता ने खोला चिराग के खिलाफ मोर्चा
जिस चेहरे पर बिहार में एनडीए ने चुनाव लड़ा. आज उसी नीतीश की पार्टी की सीटों की संख्या बीजेपी से कम हो गई है. सियासी कद छोटा होने के वजह से अब नीतीश और उनके सिपहसलार मोदी के हनुमान को एनडीए का विभीषण बताने में लग गए हैं. जदयू के नेता और पूर्व मंत्री जय कुमार सिंह ने कहा कि विधानसभा चुनाव में लोजपा के कारण प्रधानमंत्री की छवि भी धूमिल हुई है. प्रधानमंत्री जिस क्षेत्र से प्रचार किया वह सीट भी एनडीए लोजपा के कारण हार गई.
बीजेपी पर लोजपा के खिलाफ एक्शन को लेकर जदयू का दबाव
लोजपा के खिलाफ एक्शन को लेकर जदयू के तरफ से बीजेपी पर लगातार दबाव बनाया जा रहा है. विधानसभा चुनाव में लोजपा ने जिस प्रकार से जदयू को हराने के लिए उम्मीदवार खड़ा किया उससे जदयू के नेता काफी आक्रोशित हैं. वहीं, जदयू के बड़े नेता लगातार बयानबाजी कर गठबंधन धर्म में सहयोगी को हुए इस नुकसान के बदले लोजपा पर कार्रवीई की मांग कर रहे हैं.
वहीं, जय कुमार सिंह ने कहा कि बीजेपी लोजपा के खिलाफ कार्रवाई करें, नहीं तो लोजपा सहयोगी धर्म निभाने के बजाए कुटिल षडयंत्र करता रहेगा.
बीजेपी के लिए चिराग मजबूरी या जरूरी
सियासत में सहयोगी के कद को कितना बढ़ने देना है और कब पर कतरना है. यह तो आगे की चाल को देखकर तय किया जाता है. जदयू के इस मांग से प्रदेश में बीजेपी बैकफुट पर आ गई है. बीजेपी के नेताओं ने जदयू की मांग पर कह रहे हैं कि इसका निर्णय पार्टी आलाकमान तय करेगा. बीजेपी की तरफ से प्रदेश प्रवक्ता प्रेम रंजन पटेल ने जदयू नेता की मांग पर कहा कि बिहार चुनाव में एलजेपी साथ नहीं थी. केन्द्र में कौन कब तक सहयोगी रहेगा या नहीं इसका निर्णय पार्टी की पार्लियामेंट्री बोर्ड और आलाकमान तय करेगा. बिहार चुनाव में प्रधानमंत्री ने यह साफ कर दिया था कि नीतीश कुमार के नेतृत्व बिहार में एनडीए के सभी घटक दल मानेंगे. एलजेपी एनडीए हिस्सा नहीं थी.
नीतीश कुमार ने भी लोजपा को लेकर जताई थी नाराजगी
नीतीश कुमार की ओर से भी विधानसभा चुनाव के रिजल्ट आने के बाद रूपा को लेकर बयान दिया गया था कि फैसला बीजेपी को करना है. जदयू के नेताओं की ओर से लगातार बीजेपी पर दबाव बनाया जा रहा है कि लोजपा पर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए.