पटना: राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ. अरुण कुमार ने अररिया में पत्रकार और समस्तीपुर में दारोगा की हत्या के बाद नीतीश सरकार पर जमकर बरसे. उन्होंने कहा कि सीएम नीतीश कुमार धृतराष्ट्र हो गए हैं. उन्होंने पत्रकार के दोनों बच्चों को गोद लेने का एलान किया है. साथ ही उनकी पढ़ाई का भी खर्च भी पार्टी उठाएगी. उन्होंने बताया कि पत्रकार के परिवार की हालत बहुत ही खराब है. 2019 में अन्याय के खिलाफ बोलने की वजह से पत्रकार के भाई की हत्या हुई थी. उन्होंने सरकार से सुरक्षा की गुहार भी लगाई थी लेकिन किसी ने भी नहीं सुनी.
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पत्रकार के दोनों बच्चों को एलजपीआर ने लिया गोद: पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ अरुण कुमार ने सरकार ने मांग कि है कि पत्रकार और दारोगा के परिजनों को सुरक्षा दी जाए. उन्होंने 50-50 लाख रुपए और सरकारी नौकरी सरकार को अविलंब देनी मांग की है. उन्होंने कहा कि पत्रकार और पुलिस की हत्या हुई है. उनके परिजन से सरकार मिलने की कोशिश तक नहीं की है. पार्टी मांग करती है कि सरकार सब इंस्पेक्ट और पत्रकार को शहीद का दर्जा दे.
अपराधियों को नहीं है पुलिस का डर: उन्होंने कहा कि बिहार में कानून के रखवाले पत्रकार और पुलिस जब सुरक्षित नहीं है तो आम लोग अपने आप को कैसे सुरक्षित महसूस करेंगे. जिले में हत्या हो रही है. राजधानी में भी प्रतिदिन हत्या हो रही है, लेकिन सरकार मौन धारण की है.सरकार अपराधियों के मनोबल को बढ़ा कर रखी है. जिससे आसपास इलाकों में दहशत का माहौल है.
"पत्रकार और दारोगा के परिजनों को सुरक्षा दी जाए. सरकार 50-50 लाख रुपए और सरकारी नौकरी और शहीद का दर्जा दें. सीएम नीतीश कुमार धृतराष्ट्र हो गए हैं. उन्हें कुछ दिखाई नहीं दे रहा है. राज्य में कानून व्यवस्था की स्थिति चरमरा गई है और अपराधियों के हौसले बुलंद हैं. अपराधी खुलेआम गोली चला रहे हैं."- अरुण कुमार, एलजेपीआर, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष
विमल यादव की गोली मारकर हत्या: बता दें कि रानीगंज में 18 अगस्त की अहले सुबह अपराधियों ने पत्रकार विमल कुमार यादव को घर से उठाकर गोली मार दी थी. घटनास्थल पर ही पत्रकार की मौत हो गई. इससे दो पहले समस्तीपुर जिले में बदमाशों ने अररिया जिले के ही रहने वाले दारोगा की गोली मारकर हत्या कर दी थी. लगातार हो रही घटना के बाद विपक्षी नेता नीतीश सरकार पर सवाल उठा रहे हैं.