पटना (मसौढ़ी): राजधानी पटना से सटे मसौढ़ी में 14 दिन से अधिवक्ताओं की हड़ताल (Advocates Strike in Masaurhi for 14 Days) जारी है. 6 सूत्री मांगों को लेकर एडवोकेट न्यायिक कार्यों से विरत (Advocate Abstains from Judicial Work in Masaurhi) हैं. जिससे कोर्ट नहीं संचालित हो पा रही है. शनिवार को सिविल कोर्ट में राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया जाना था, लेकिन अधिवक्ताओं के विरोध प्रदर्शन के चलते लोक अदालत नहीं लग पायी. जिससे विभिन्न पदाधिकारियों और मुवक्किलों को वापस जाना पड़ा.
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बता दें कि 6 सूत्री मांगों को लेकर पटना के अधिवक्ताओं का लगातार विरोध प्रदर्शन जारी है. है शनिवार को 14वें दिन भी न्यायिक कार्य का बहिष्कार करते हुए अधिवक्ताओं ने राष्ट्रीय लोक अदालत का बहिष्कार किया (Advocates Boycott National Lok Adalat). कोर्ट परिसर में बैठकर पर सभी अधिवक्ता अपनी मांगों को लेकर विरोध प्रदर्शन करते दिखे. उन्होंने चेतावनी दी कि जब तक उनकी मांगे पूरी नहीं होगीं तबतक विरोध प्रदर्शन होता रहेगा.
इस दौरान अधिवक्ताओं ने कहा कि अग्रिम जमानत की सुनवाई, एससी एसटी एक्ट, शराब, एनआईए मामलों की सुनवाई मसौढ़ी सिविल कोर्ट में हुआ करती थी. जिसे अब पटना कर दिया गया है. ऐसे में लोगों को रोजाना मसौढ़ी से पटना जाने में काफी परेशानी उठानी पड़ रही है.
'मसौढ़ी सिविल कोर्ट के सभी अधिवक्ता 6 सूत्री मांग को लेकर लगातार 14वें दिन न्यायिक कार्य का बहिष्कार किये हैं. आज राष्ट्रीय लोक अदालत का भी हमने बहिष्कार कर अपनी 6 सूत्री मांगों को सरकार के समक्ष रखा है. जब तक हमारी मांग पूरी नहीं होगी, लगातार विरोध होते रहेगा.' -महेंद्र सिंह अशोक, अध्यक्ष बार एसोसिएशन मसौढ़ी
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