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Nalanda Open University: आगामी सत्र से नये भवन में कर जाएग शिफ्ट, दाखिला लेना चाहते हैं पढ़ें इस खबर को - नालंदा में एनओयू का कैंपस

नालंदा खुला विश्वविद्यालय (Nalanda Open University) का अपना कैंपस नालंदा इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी के बगल में बनकर तैयार हो गया है. आगामी शैक्षणिक सत्र से एनओयू मुख्यालय नालंदा परिसर होगा. पटना में बिस्कोमान भवन में नालंदा खुला विश्वविद्यालय चार फ्लोर पर चलता है. हेड ऑफिस नालंदा शिफ्ट होने से 3 फ्लोर खाली कर दिए जाएंगे. एक फ्लोर पर एनओयू का एक अस्थाई ऑफिस रहेगा.

नालंदा खुला विश्वविद्यालय
नालंदा खुला विश्वविद्यालय
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Published : Apr 12, 2023, 5:23 PM IST

प्रोफेसर डॉक्टर केसी सिन्हा.

पटना: नालंदा खुला विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर डॉक्टर केसी सिन्हा ने बताया कि नालंदा खुला विश्वविद्यालय का बेहतरीन कैंपस (Permanent campus of Nalanda Open University) नालंदा में 10 एकड़ में बन कर तैयार हुआ है. लगभग 121 करोड़ रुपए के बजट से इस नए परिसर को बनाया गया है. आगामी सत्र से एनओयू हेड ऑफिस वहां शिफ्ट कर जाएगा. अगले महीने से शिफ्टिंग शुरू होने का अनुमान जताया. उन्होंने कहा कि बिस्कोमान भवन में भी यूनिवर्सिटी के कुछ कार्यालय रहेंगे.

इसे भी पढ़ेंः रवि किशन ने राज्यपाल को लिखा पत्र, 'नालंदा खुला विश्वविद्यालय में हो भोजपुरी की पढ़ाई'

क्या है विशेषताः नालंदा खुला विश्वविद्यालय की विशेषता यह है कि नौकरी कर रहे लोग भी यहां से उच्च शिक्षा प्राप्त कर सकते हैं. कई आईएएस और आईपीएस यहां दाखिला लिए हुए हैं. एनडीआरएफ का पूरा ग्रुप ही यहां एडमिशन लेता है. डॉक्टर केसी सिन्हा ने बताया कि 1987 से नालंदा खुला विश्वविद्यालय लगातार चल रहा है. पूरे प्रदेश में इसके 267 सेंटर हैं. जहां 60 हजार से अधिक विद्यार्थी नामांकित हैं. नालंदा खुला विश्वविद्यालय की ओर से इंटरमीडिएट, सर्टिफिकेट, अंडर ग्रेजुएट, पोस्टग्रेजुएट और पीजी डिप्लोमा कोर्सेज कराए जाते हैं.

105 कोर्सेज का संचालनः एनओयू की ओर से कुल 105 कोर्सेज का संचालन होता है. कई कोर्सेज है जो स्पेस की कमी के वजह से शुरू नहीं हो पाए थे, अब नये कैंपस में शिफ्ट करने के बाद शुरू किये जा सकेंगे. इनमें एमबीए और पीएचडी शामिल है. इसके अलावा जॉब ओरिएंटेड विभिन्न प्रकार के सर्टिफिकेट कोर्सेज भी शुरू करने की तैयारी चल रही है. अभी के समय बीसीए, बीबीए, एमसीए, बीलीस, एमलीस, बीजेएमसी, एमजेएमसी जैसे विभिन्न प्रोफेशनल का संचालन हो रहा है.

एग्जाम को लेकर उठ रहे सवालः एग्जाम देने के लिए पटना हेड ऑफिस में आना पड़ रहा था. विश्वविद्यालय इस बात की तैयारी कर रहा है कि जिला मुख्यालय लेवल पर सेंटर तैयार किए जाएं. ऐसा इसलिए कि यहां पढ़ने वाले लोगों को परीक्षा देने में सहूलियत हो और अपने घर के नजदीक सेंटर पर जाकर परीक्षा दे सके. प्रोफेसर सिन्हा ने बताया कि आगामी सत्र से जो लोग भी नालंदा खुला विश्वविद्यालय में एडमिशन लेंगे उन्हें पोस्ट के माध्यम से सारा स्टडी मेटेरियल भेजा जाएगा. अब तक पटना आकर स्टडी मटेरियल लेना पड़ता था.

नैक एक्रीडेशन होगाः प्रोफेसर डॉक्टर के सी सिन्हा ने बताया कि यूजीसी की गाइडलाइन है कि ओपन यूनिवर्सिटी का नैक एक्रीडेशन हो, ऐसे में उन लोगों ने नैक एक्रीडेशन के लिए प्रक्रिया शुरू कर दी है. नैक के लिए विश्वविद्यालय काम कर रहा है. इसका पहला स्टेज जो होता है आईआईक्यूएस सबमिट करने का वह काम हो चुका है. 6 मार्च को यह सबमिट किया गया है और एस एस आर को विश्वविद्यालय 15 मई तक अपलोड कर देगा इसके बाद नैक की टीम आएगी. विश्वविद्यालय का नैक एक्रीडेशन हो जाएगा.

"नालंदा खुला विश्वविद्यालय की खासियत है कि अगर किसी को दाखिला लेना है तो कहीं बैठे ऑनलाइन मोड में दाखिला ले सकता है, ऑनलाइन मोड में क्लासेज कर सकता है. जो क्लास में आकर पढ़ना चाहता है वह फिजिकल मोड में सेंटर पर आकर पढ़ाई कर सकता है. क्लासरूम पढ़ाई को वर्चुअल माध्यम से कोई दूर बैठे भी आसानी से पढ़ सकता है"- प्रोफेसर डॉक्टर केसी सिन्हा, VC

प्रोफेसर डॉक्टर केसी सिन्हा.

पटना: नालंदा खुला विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर डॉक्टर केसी सिन्हा ने बताया कि नालंदा खुला विश्वविद्यालय का बेहतरीन कैंपस (Permanent campus of Nalanda Open University) नालंदा में 10 एकड़ में बन कर तैयार हुआ है. लगभग 121 करोड़ रुपए के बजट से इस नए परिसर को बनाया गया है. आगामी सत्र से एनओयू हेड ऑफिस वहां शिफ्ट कर जाएगा. अगले महीने से शिफ्टिंग शुरू होने का अनुमान जताया. उन्होंने कहा कि बिस्कोमान भवन में भी यूनिवर्सिटी के कुछ कार्यालय रहेंगे.

इसे भी पढ़ेंः रवि किशन ने राज्यपाल को लिखा पत्र, 'नालंदा खुला विश्वविद्यालय में हो भोजपुरी की पढ़ाई'

क्या है विशेषताः नालंदा खुला विश्वविद्यालय की विशेषता यह है कि नौकरी कर रहे लोग भी यहां से उच्च शिक्षा प्राप्त कर सकते हैं. कई आईएएस और आईपीएस यहां दाखिला लिए हुए हैं. एनडीआरएफ का पूरा ग्रुप ही यहां एडमिशन लेता है. डॉक्टर केसी सिन्हा ने बताया कि 1987 से नालंदा खुला विश्वविद्यालय लगातार चल रहा है. पूरे प्रदेश में इसके 267 सेंटर हैं. जहां 60 हजार से अधिक विद्यार्थी नामांकित हैं. नालंदा खुला विश्वविद्यालय की ओर से इंटरमीडिएट, सर्टिफिकेट, अंडर ग्रेजुएट, पोस्टग्रेजुएट और पीजी डिप्लोमा कोर्सेज कराए जाते हैं.

105 कोर्सेज का संचालनः एनओयू की ओर से कुल 105 कोर्सेज का संचालन होता है. कई कोर्सेज है जो स्पेस की कमी के वजह से शुरू नहीं हो पाए थे, अब नये कैंपस में शिफ्ट करने के बाद शुरू किये जा सकेंगे. इनमें एमबीए और पीएचडी शामिल है. इसके अलावा जॉब ओरिएंटेड विभिन्न प्रकार के सर्टिफिकेट कोर्सेज भी शुरू करने की तैयारी चल रही है. अभी के समय बीसीए, बीबीए, एमसीए, बीलीस, एमलीस, बीजेएमसी, एमजेएमसी जैसे विभिन्न प्रोफेशनल का संचालन हो रहा है.

एग्जाम को लेकर उठ रहे सवालः एग्जाम देने के लिए पटना हेड ऑफिस में आना पड़ रहा था. विश्वविद्यालय इस बात की तैयारी कर रहा है कि जिला मुख्यालय लेवल पर सेंटर तैयार किए जाएं. ऐसा इसलिए कि यहां पढ़ने वाले लोगों को परीक्षा देने में सहूलियत हो और अपने घर के नजदीक सेंटर पर जाकर परीक्षा दे सके. प्रोफेसर सिन्हा ने बताया कि आगामी सत्र से जो लोग भी नालंदा खुला विश्वविद्यालय में एडमिशन लेंगे उन्हें पोस्ट के माध्यम से सारा स्टडी मेटेरियल भेजा जाएगा. अब तक पटना आकर स्टडी मटेरियल लेना पड़ता था.

नैक एक्रीडेशन होगाः प्रोफेसर डॉक्टर के सी सिन्हा ने बताया कि यूजीसी की गाइडलाइन है कि ओपन यूनिवर्सिटी का नैक एक्रीडेशन हो, ऐसे में उन लोगों ने नैक एक्रीडेशन के लिए प्रक्रिया शुरू कर दी है. नैक के लिए विश्वविद्यालय काम कर रहा है. इसका पहला स्टेज जो होता है आईआईक्यूएस सबमिट करने का वह काम हो चुका है. 6 मार्च को यह सबमिट किया गया है और एस एस आर को विश्वविद्यालय 15 मई तक अपलोड कर देगा इसके बाद नैक की टीम आएगी. विश्वविद्यालय का नैक एक्रीडेशन हो जाएगा.

"नालंदा खुला विश्वविद्यालय की खासियत है कि अगर किसी को दाखिला लेना है तो कहीं बैठे ऑनलाइन मोड में दाखिला ले सकता है, ऑनलाइन मोड में क्लासेज कर सकता है. जो क्लास में आकर पढ़ना चाहता है वह फिजिकल मोड में सेंटर पर आकर पढ़ाई कर सकता है. क्लासरूम पढ़ाई को वर्चुअल माध्यम से कोई दूर बैठे भी आसानी से पढ़ सकता है"- प्रोफेसर डॉक्टर केसी सिन्हा, VC

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