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पटना में नाबार्ड ने किया मेले का आयोजन, सिक्की कला से बने सिंघोड़ा की जमकर बिक्री - Patna NABARD Haat Fair In Gandhi Maidan

राजधानी पटना के गांधी मैदान में 10 दिवसीय नाबार्ड हाट मेला की शुरुआत हो (Patna NABARD Haat Fair In Gandhi Maidan) गई है. कोरोना के कारण 2 साल बाद मेले का आयोजन किया जा रहा है. जिसमें 100 से ज्यादा स्टॉल लगाए गए हैं. आगे पढ़ें पूरी खबर...

पटना के गांधी मैदान में मेला
पटना के गांधी मैदान में मेला
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Published : Dec 8, 2022, 8:10 AM IST

पटना: राजधानी पटना के गांधी मैदान में नाबार्ड हाट मेला (NABARD Haat Fair at Gandhi Maidan) का आयोजन किया गया है. इसमे मधुबनी जिले के सिक्की कला से बने सिंघोड़े की जमकर बिक्री हो रही है. मधुबनी जिले की रहने वाली रूबी देवी 5 सालों से सिक्की से बने खिलौने, सिंघोड़ा, हाथी, डलिया और सुप बना कर बेच रही हैं. देश के पारंपरिक खिलौना उद्योग को गति देने के लिए इस 10 दिवसीय मेले में सिक्की कला को शामिल किया गया है, जिससे इसे नया बाजार मिला है.

पढ़ें-सोनपुर मेले की मियां मिठाई की काफी मांग, अपनों के बीच बांटने का अद्भुत रिवाज.. जानिये खासियत


नवार्ड हार्ट मेले में सिक्की कला का जादू: रूबी देवी ने बताया कि सिक्की से बने हाथी, गाय पांच सौ से चार हजार रुपये तके बीच हैं. कछुआ, मछली, उल्लू, चिड़िया, डमरू, बिल्ली, सेफ बॉक्स, गमला, फूल स्टीक, गुड़या 250 से एक हजार का है. सिक्की से तैयार चूड़ी 50 से 250 रुपये दर्जन है. एक दुल्हन सेट दस हजार रुपये में उपलब्ध है. बता दें कि नवार्ड हार्ट मेले में भारत के हर कोने मे बनने वाले उत्पादों की बिक्री के लिए प्रदर्शनी लगी हुई है. 100 से ज्यादा काउंटर बनाया गया है, सभी काउंटर पर अलग-अलग समानों को लोग देख कर खरीदारी कर रहे हैं.

"सिक्की से बने हाथी, गाय पांच सौ से चार हजार रुपये तके बीच हैं. कछुआ, मछली, उल्लू, चिड़िया, डमरू, बिल्ली, सेफ बॉक्स, गमला, फूल स्टीक, गुड़या 250 से एक हजार का है. सिक्की से तैयार चूड़ी 50 से 250 रुपये दर्जन है. एक दुल्हन सेट दस हजार रुपये में उपलब्ध है." -रूबी देवी ,सिक्की आर्ट कलाकर

मधुबनी पेंटिंग ने भी जीता लोगों का दिल: मेला में पहुंचे राजेश कुमार ने कहा कि नाबार्ड के द्वारा काफी अच्छा मेला लगाया गया है. इस मेले में जितने भी स्टॉल लगे हुए हैं सभी पर नए नए तरह के सामान देखने को मिल रहे हैं. साक्षी कुमारी ने कहा कि हम पेंटिंग करते हैं मधुबनी पेंटिंग का स्टॉल लगया हुआ है. दिन प्रतिदिन लोगों का पेंटिंग के तरफ रुझान बढ़ता जा रहा है. बहुत सारे ऐसे लोग हैं जो स्टॉल पर पहुंच रहे हैं पेंटिंग देख रहे हैं और खरीदारी भी कर रहे हैं. पेंटिंग को घर में लगाने के लिए सजाने के लिए लोग खरीदारी कर रहे हैं. पेंटिंग में कई तरह के रंगो का प्रयोग करके उसको खूबसूरत बनाया जाता है.

आभूषण से अचार तक की हो रही बिक्री: मेले में पशमीना शाल से लेकर लाह, जुट के उत्पाद, कृत्रिम आभूषण, लकड़ी के खिलौने, पत्थरो के बने सजावटी सामान, टेराकोटा ,बांस के बने उत्पाद और मसालेजूस आदि आकर्षण का केंद्र बना हुआ है. वहीं बिहार के मधुबनी पेंटिंग, खादि के कपड़े, जूते, चप्पल, सिल्क के कपड़े, आचार, पापड़ से लेकर सजावटी सामान, मिठाइयां और स्थानीय चीजों की बिक्री की जा रही है.

पढ़ें-पटना के गांधी मैदान में 10 दिवसीय नाबार्ड हाट मेला का शुभारंभ, 100 से ज्यादा लगे स्टॉल


पटना: राजधानी पटना के गांधी मैदान में नाबार्ड हाट मेला (NABARD Haat Fair at Gandhi Maidan) का आयोजन किया गया है. इसमे मधुबनी जिले के सिक्की कला से बने सिंघोड़े की जमकर बिक्री हो रही है. मधुबनी जिले की रहने वाली रूबी देवी 5 सालों से सिक्की से बने खिलौने, सिंघोड़ा, हाथी, डलिया और सुप बना कर बेच रही हैं. देश के पारंपरिक खिलौना उद्योग को गति देने के लिए इस 10 दिवसीय मेले में सिक्की कला को शामिल किया गया है, जिससे इसे नया बाजार मिला है.

पढ़ें-सोनपुर मेले की मियां मिठाई की काफी मांग, अपनों के बीच बांटने का अद्भुत रिवाज.. जानिये खासियत


नवार्ड हार्ट मेले में सिक्की कला का जादू: रूबी देवी ने बताया कि सिक्की से बने हाथी, गाय पांच सौ से चार हजार रुपये तके बीच हैं. कछुआ, मछली, उल्लू, चिड़िया, डमरू, बिल्ली, सेफ बॉक्स, गमला, फूल स्टीक, गुड़या 250 से एक हजार का है. सिक्की से तैयार चूड़ी 50 से 250 रुपये दर्जन है. एक दुल्हन सेट दस हजार रुपये में उपलब्ध है. बता दें कि नवार्ड हार्ट मेले में भारत के हर कोने मे बनने वाले उत्पादों की बिक्री के लिए प्रदर्शनी लगी हुई है. 100 से ज्यादा काउंटर बनाया गया है, सभी काउंटर पर अलग-अलग समानों को लोग देख कर खरीदारी कर रहे हैं.

"सिक्की से बने हाथी, गाय पांच सौ से चार हजार रुपये तके बीच हैं. कछुआ, मछली, उल्लू, चिड़िया, डमरू, बिल्ली, सेफ बॉक्स, गमला, फूल स्टीक, गुड़या 250 से एक हजार का है. सिक्की से तैयार चूड़ी 50 से 250 रुपये दर्जन है. एक दुल्हन सेट दस हजार रुपये में उपलब्ध है." -रूबी देवी ,सिक्की आर्ट कलाकर

मधुबनी पेंटिंग ने भी जीता लोगों का दिल: मेला में पहुंचे राजेश कुमार ने कहा कि नाबार्ड के द्वारा काफी अच्छा मेला लगाया गया है. इस मेले में जितने भी स्टॉल लगे हुए हैं सभी पर नए नए तरह के सामान देखने को मिल रहे हैं. साक्षी कुमारी ने कहा कि हम पेंटिंग करते हैं मधुबनी पेंटिंग का स्टॉल लगया हुआ है. दिन प्रतिदिन लोगों का पेंटिंग के तरफ रुझान बढ़ता जा रहा है. बहुत सारे ऐसे लोग हैं जो स्टॉल पर पहुंच रहे हैं पेंटिंग देख रहे हैं और खरीदारी भी कर रहे हैं. पेंटिंग को घर में लगाने के लिए सजाने के लिए लोग खरीदारी कर रहे हैं. पेंटिंग में कई तरह के रंगो का प्रयोग करके उसको खूबसूरत बनाया जाता है.

आभूषण से अचार तक की हो रही बिक्री: मेले में पशमीना शाल से लेकर लाह, जुट के उत्पाद, कृत्रिम आभूषण, लकड़ी के खिलौने, पत्थरो के बने सजावटी सामान, टेराकोटा ,बांस के बने उत्पाद और मसालेजूस आदि आकर्षण का केंद्र बना हुआ है. वहीं बिहार के मधुबनी पेंटिंग, खादि के कपड़े, जूते, चप्पल, सिल्क के कपड़े, आचार, पापड़ से लेकर सजावटी सामान, मिठाइयां और स्थानीय चीजों की बिक्री की जा रही है.

पढ़ें-पटना के गांधी मैदान में 10 दिवसीय नाबार्ड हाट मेला का शुभारंभ, 100 से ज्यादा लगे स्टॉल


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