पटना: राजधानी पटना समेत प्रदेश भर में नगर निकाय के सफाई कर्मी (Sweeper) विभिन्न मांगों को लेकर हड़ताल पर हैं. सफाई कर्मियों की हड़ताल (Strike) तीसरे दिन भी जारी है, जिससे पटना में चारों तरफ गंदगी का ढेर लगा है. बृहस्पतिवार को नगर निगम (Municipal Corporation) के कर्मचारियों ने अपनी मांगों के लेकर सरकार और अधिकारियों के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और प्रदर्शन किया. उन्होंने चेतावनी दी कि जब तक उनकी मांग नहीं पूरी होगी, तब तक वे काम पर नहीं आएंगे.
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पटना नगर निगम के सफाईकर्मी 12 सूत्री मांगों को लेकर हड़ताल हैं. उनकी हड़ताल बृहस्पतिवार को तीसरे दिन भी जारी रही. जिससे पूरे शहर में कचरे का अंबार लग गया. कई दिनों से सफाई नहीं होने से कचरे से दुर्गंध आ रही है. जिससे लोगों का बाहर निकलना मुश्किल हो रहा है. वहीं, निगम गेट के सामने सफाई कर्मियों ने प्रदर्शन करते हुए अपनी मांगों को लेकर आवाज बुलंद की.
उन्होंने बताया कि कोरोना काल मे सभी अधिकारी अपने घरों में बैठे हुए थे. उस समय सफाई कर्मचारी सड़कों पर उतरकर साफ-सफाई की. उसके बावजूद भी नगर निगम प्रशासन सफाई कर्मियों के साथ सौतेला व्यवहार कर रहा है. हम लोगों ने 12 मांगे शासन और प्रशासन के सामने रखी है.
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जिसमें 10 वर्षों की सेवा पूरी करने वाले मजदूरों को परमानेंट करने की मांग और दैनिक मजदूरों को नियमित करने के साथ सामान काम के लिए सामान वेतन की मांग की है. हम लोग 15 साल से पटना नगर निगम में दैनिक मजदूर के रूप में कार्यरत करते हैं. लेकिन हमें स्थायी कर्मचारी का दर्जा नहीं मिला. नगर निगम में कहा आउट सोर्सिंग एजेंसी के माध्यम से भारी घोटाला हो रहा है.