पटना: राजधानी पटना (Patna) में लगातार पांचवे दिन भी सफाईकर्मी और दैनिक मजदूर अपनी मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल (Indefinite Strike) पर बने रहे. ऐसे में पटना शहर की स्थिति नारकीय हो गई है. क्या गली क्या चौक-चौराहा, हर जगह बस कचरा ही दिख रहा है. कचरे इतने फैले हुए हैं कि सड़कें संकीर्ण हो गई हैं. कई जगह कचरे का ढेर पर मरे हुए जानवर के शव फेंके पड़े हुए हैं. जिससे आसपास से चलना दूभर हो गया है.
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पटना के छज्जू बाग स्थित पुलिस लाइन के ठीक सामने सड़क पर शनिवार को काफी मात्रा में कचरे का ढेर नजर आया. इस कचरे पर एक मरे हुए मवेशी को किसी ने फेंक दिया था. मरे जानवर से दुर्गंध आ रही थी. दुर्गंध के कारण आसपास के लोग काफी परेशान नजर आए और सड़क से गुजरने वाले राहगीर भी. स्थानीय युवक बबन सिंह ने कहा कि गंदगी की वजह से स्थिति काफी दयनीय हो गई है. 5 दिन से कचरा नहीं उठा है. अब किसी ने कचरे के ऊपर मरा जानवर रख दिया है. ऐसे में दुर्गंध घर के अंदर तक आ रही है. अभी वायरल फीवर का समय चला हुआ है. घर में बच्चे बीमार हैं. इस प्रकार की स्थिति से लग रहा है कि कहीं घर के बड़ों को भी अन्य कोई संक्रामक बीमारियां ना हो जाए.
रास्ते से गुजर रहे साइकिल सवार सनी ने कहा कि गंदगी के वजह से परेशानी बढ़ गई है. शहर में चारों तरफ सड़क पर कचरे का अंबार है. कचरे से अब दुर्गंध काफी निकल रही है. स्थानीय रानी देवी ने कहा कि पहले यह जगह साफ सुथरा रहती थी. सुबह शाम सफाई गाड़ी आकर कचरा उठाकर लेकर जाती थी. लेकिन 5 दिनों से कचरा नहीं उठा है और कचरे का ढेर लग जाने से बीमारियों का खतरा बढ़ गया है. किसी मूर्ख ने इस कचरे पर मरे हुए जानवर को लाकर रख दिया है.
रास्ते से गुजर रहे वृद्ध मोहम्मद नौशाद आलम ने कहा कि पटना में विगत 5 दिनों से स्थिति दयनीय हो गई है. लोग अब कचरे में रहने का आदत डालने लगे हैं. चारों तरफ कचरे का अंबार लगा हुआ है. कचरे के ऊपर मृत जानवर और पिछले कई दिनों से सड़ गल रहे अनाज के कचरे से जो बदबू फैली हुई है, उससे संक्रामक बीमारियां फैलने का डर है. स्थानीय राजन कुमार ने कहा कि उनके घर के सामने यह कचरा लग गया है. इस वजह से उनकी परेशानी काफी बढ़ गई है. घर में रहना और सांस लेना दूभर हो गया है. मरा हुआ जानवर बिखरा पड़ा हुआ है और वह सड़ रहा है. मक्खियां मंडरा रही है. इस वजह से संक्रामक बीमारियों का उन्हें डर काफी लग रहा है.
बताते चलें कि सफाईकर्मियों की हड़ताल के मुद्दे को लेकर यूनियन के नेताओं और सरकार के नगर विकास विभाग के प्रधान सचिव आनंद किशोर के बीच शनिवार को वार्ता हुई. लेकिन देर शाम तक वार्ता का कोई रिजल्ट सामने नहीं आया. वार्ता विफल नजर आई. ऐसे में सफाईकर्मियों के अनिश्चितकालीन हड़ताल पर रविवार के दिन लगातार छठे दिन बने रहने की संभावना बन रही है.
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