पटना: शहर में हो रही मूसलाधार बारिश ने सरकार के विकास के दावे की पोल खोलकर रख दी है. शहर को स्मार्ट बनाने के लिए सरकार करोड़ों रुपए खर्च करती है फिर भी बारिश के समय विभिन्न इलाकों में जलजमाव की स्थिति उत्पन्न हो जा रही है.
वीआईपी इलाकों में लगा 3 से 4 फीट पानी
पटना को स्मार्ट बनाने के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कई योजना के साथ डीपीआर बनाया और करोड़ों रुपए भी खर्च किए लेकिन लगातार 5 दिनों से हो रही बारिश में स्मार्ट सिटी का सपना पानी-पानी हो गया. पाटलिपुत्र और बोरिंग रोड यहां के वीआईपी इलाके माने जाते हैं. यहां भी लगभग 3 से 4 फीट पानी लग जाता है.
ड्रेनेज सिस्टम और संप हाउस की स्थिति खराब
यहां की सड़क कॉलोनी और घरों में 3 से 4 फीट पानी अभी भी जमा है. पटना को स्मार्ट बनाने के लिए मुख्यमंत्री लगातार अधिकारियों के साथ बैठक कर रहे थे. इसके लिए सरकार ने नगर निगम के साथ स्मार्ट सिटी बोर्ड का भी गठन किया था, फिर भी यहां नाले की सफाई, ड्रेनेज सिस्टम और संप हाउस की यह स्थिति है. सरकार लगातार जल निकासी के लिए काम कर रही है.