पटनाः कोरोना वायरस को लेकर पूरे देश में लॉक डाउन किया गया है. जिसका सबसे ज्यादा असर भारतीय अर्थव्यवस्था पर देखने को मिल रहा है. साथ ही इस लॉक डाउन ने सिनेमा जगत के व्यवसाय को भी काफी प्रभावित किया है. लॉक डाउन की वजह से पटना के तमाम सिनेमाघर लॉक डाउन की अवधि से ही बंद पड़े है और इस कारण सिनेमा जगत को भी करोड़ों के नुकसान का सामना करना पड़ रहा है.
पटना में कुल कितने है सिनेमा घर
अगर हम पटना के सिनेमा घरों की बात करें, तो पटना में सभी सिनेमाघर पिछले 23 मार्च से बन्द पड़े है. इसके साथ ही पटना के पाटलिपुत्र स्थित पीएनएम मॉल में स्थित चार स्क्रीनों वाला मल्टीप्लेक्स भी बंद पड़ा हुआ है, तो गांधी मैदान स्थित मोना, एलेफिस्टन और रिजेंट के साथ पटना जंक्शन स्थित वीणा सिनेमा पिछले 1 महीनों से बंद पड़ा है.
क्या कहते है सिनेमा हॉल मालिक और कर्मचारी
इस मामले पर बोलते हुए रिजल्ट सिनेमा हॉल के मैनेजर संजीत पांडे कहते हैं कि हर दिन सिनेमाघर मालिकों को लॉक डाउन के अवधि के दौरान लाखों का नुकसान उठाना पड़ रहा है. हालांकि इस लॉक डाउन के दौरान भी सिनेमा हॉल मालिक सिनेमा हॉल में मौजूद 30 से 40 स्टाफ का वेतन दे रहे है.
क्या कहते है फिल्म समीक्षक
वहीं, फिल्म समीक्षक विनोद अनुपम कहते हैं कि लॉक डाउन की अवधि के दौरान पूरे फिल्म जगत को करीब 100 करोड़ रुपये का आर्थिक नुकसान उठाना पड़ा है. फिल्म जगत एक ऐसा व्यवसाय है. जहां रोज कमाना और रोज खाना पड़ता है और पिछले 1 महीने से लॉक डाउन हुआ है और कहीं ना कहीं इससे फिल्म जगत भी काफी प्रभावित हुआ है. वहीं, उन्होंने कहा कि इस लॉक डाउन के दौरान फिल्म जगत में काम करने वाले स्पॉटबॉय से लेकर निर्माता-निर्देशक तक को आर्थिक नुकसान का सामना करना पड़ रहा है.