पटना : बिहार में मुखिया संघ की हड़ताल शुरू हो गई है. सभी पंचायतों के मुखिया अपनी मांगों को लेकर आज से 31 अगस्त तक 16 दिनों की हड़ताल पर चलें गए हैं. इस बाबत बिहार मुखिया संघ के अध्यक्ष मिथिलेश कुमार राय ने विधानसभा पहुंचकर एमएलए एमएलसी से समर्थन की मांग की है. ईटीवी भारत से बातचीत के दौरान बिहार मुखिया संघ के अध्यक्ष ने कहा कि बिहार सरकार और केंद्र सरकार को कई बार आगाह किया गया, लेकिन सरकार ने इस पर कोई अमल नहीं किया.
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वार्ड सदस्यों का मिल रहा समर्थन : मिथिलेश कुमार राय ने कहा कि हमारे हड़ताल को हमें वार्ड सदस्यों का भी समर्थन मिल रहा है. विधायक, एमएलसी भी समर्थन करें, ताकि सरकार हम लोगों की मांगों को पूरा कर सकें. बिहार विधानसभा पहुंचकर एमएलए एमएलसी के बॉक्स में लेटर गिराए हैं, मेल भी किए हैं. उन्होंने कहा कि बिहार में बीते कुछ दिनों में दर्जनों मुखिया की हत्या हुई है. इसी को ध्यान में रखते हुए मुखिया के लिए आर्मस लाइसेंस की मांग की गई है.
" बिहार में जिस तरह से अपराध चरम सीमा पर है. इसको लेकर मुखिया संघ बिहार सरकार से सुरक्षा के लिए आर्म्स लाइसेंस की मांग की है. इस पर कोई ध्यान नहीं दिये जाने पर आज से बिहार के तमाम मुखिया 31 अगस्त तक हड़ताल पर रहेंगे. इस दौरान ग्राम पंचायत के सभी प्रकार के कार्यों, सरकारी कार्यक्रमों, बैठकों का बहिष्कार किया गया है".-मिथिलेश कुमार राय, अध्यक्ष, बिहार मुखिया संघ
आर्म्स लाइसेंस देने की मांग प्रमुख : मिथिलेश कुमार राय ने कहा कि 19 सूत्री मांगों को लेकर के हड़ताल किया गया है. इसमें वेतन वृद्धि के साथ-साथ आर्म्स लाइसेंस की भी मांग है. जिन मुखिया को धमकी मिल रही है या जो मुखिया आर्म्स के लिए आवेदन दे रहे हैं. उस पर सरकार विचार कर उन्हें लाइसेंस देने का काम करे. उन्होंने कहा कि वेतन भत्ते में बढ़ोतरी, आपराधिक घटना में मृत जनप्रतिनिधियों के परिजनों को 50 लख रुपये मिलनी चाहिए.
मुखिया संघ अपनी मांगों को लेकर रहेगा : मुखिया संघ के अध्यक्ष ने कहा की अगर इस कार्य बहिष्कार के बाद भी सरकार नहीं जगी, तो सरकार की आंखें खोलने के लिए 22 अगस्त को प्रखंड मुख्यालय और 29 अगस्त को जिला मुख्यालय में एक दिवसीय विशाल धरना दिया जाएगा. मिथिलेश राय ने कहा कि बिहार के मुखिया अपनी मांगों को लेकर रहेंगे और इसके लिए सड़क से सदन तक भी लड़ना पड़ेगा तो लड़ाई होगी. हमलोगों ने जनता की हक लड़ाई और अपनी सुरक्षा को लेकर प्रथम चरण की लड़ाई में हड़ताल रखे हैं.
31 अगस्त के बाद पटना में होगी रैली : मिथलेश राय ने कहा कि 31 अगस्त के बाद निर्णय लेकर पटना में विशाल रैली और सड़क मार्च भी निकालने की जरूरत पड़ी तो निकल जाएगी. जब तक मांग पूरी नहीं होगी तब तक बिहार सरकार और केंद्र सरकार से लड़ाई जारी रहेगी. मुझे उम्मीद है कि बिहार सरकार बिहार मुखिया संघ की मांगों को अमल करते हुए लागू करेगी. पंचायती राज विभाग ,ग्रामीण कार्य विभाग के जो कर्मचारी अधिकारी हैं वह मुख्यमंत्री को मुद्दे से भटकाकर कान फूसी करते हैं जिसका नतीजा है की मुखिया संघ के मांग को पूरा नहीं किया जा रहा है.
मुखिया संघ की मुख्य मांगें : जिसमें वेतन बढ़ोतरी सुरक्षा के साथ-साथ ग्राम पंचायत को पुनः जन्म मृत्यु प्रमाण पत्र बनाने का अधिकार दिया जाए, मनरेगा में ग्राम पंचायत को प्रशासनिक का अधिकारी पंचायती राज विभाग की तरह 20 लाख तक किया जाए, ग्राम पंचायत का भुगतान अधिकार दिया जाए. मनरेगा में मजदूरी दर बढ़ाया जाए तथा बाजार दर के अनुसार समय पर भुगतान सुनिश्चित कराया जाए.