पटना: हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक से पहले वीआईपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मुकेश सहनी ने हम प्रमुख जीतन राम मांझी से मुलाकात की. मांझी के आवास पर हुई मुलाकात के बाद बिहार की सियासत गरमा गई है. इन दोनों नेताओं के बीच बंद कमरे में 2 घंटे बैठक चली. हालांकि, बैठक किन बिंदुओं पर हुई है, अभी तक इसकी औपचारिक घोषणा नहीं हो पाई है.
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कोरोना काल को लेकर लॉकडाउन के दौरान हम सुप्रीमो और वीआईपी प्रमुख की मुलाकात ने बिहार की सियासत में गर्माहट ला दी है. एनडीए के दो सहयोगी दलों के नेताओं की मुलाकात को लेकर सियासत शुरू है. दोनों दलों के नेता एनडीए सरकार में मंत्री भी हैं और सरकार द्वारा किए जा रहे कार्यों पर तंज भी कसते रहे हैं. ऐसे में मुकेश साहनी और जीतन राम मांझी की यह मुलाकात तो बेहद महत्वपूर्ण मानी जा रही है.
2 जून को राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक
कोरोना काल में एक तरफ जहां तमाम राजनीतिक गतिविधियां ठप पड़ी हैं. वहीं, जीतन राम मांझी ने 2 जून को राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक बुलाई है. वर्चुअल मोड में मांझी राष्ट्रीय कार्यकारिणी के महत्वपूर्ण मसलों पर पार्टी के नेताओं से चर्चा करेंगे. राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक से पहले मांझी की मुकेश साहनी की मुलाकात के कुछ मायने तो जरूर निकाले जाएंगे.
पिछले दिनों राज्यपाल कोटे से एमएलसी मनोनयन को लेकर जीतन राम मांझी नाराज थे. उन्होंने इस कोटे से एक सीट की भी डिमांड की थी. वहीं, मुकेश सहनी भी एमएलसी कोटा से एक सीट चाहते थे. लेकिन दोनों के हाथ खाली रहे. अब देखने वाली बात यह होगी कि सहनी और मांझी की मुलाकात के बाद जदयू और बीजेपी के तरफ से क्या प्रतिक्रिया आती है.