पटना: मसौढ़ी नगर परिषद अध्यक्ष सुनीता सिन्हा को अविश्वास प्रस्ताव से गुजरना पड़ा है. जिसमें उनकी कुर्सी सही सलामत रह गई है. उनके खिलाफ लाया गया अविश्वास प्रस्ताव खारिज हो गया. सुनीता सिन्हा पुनः अपनी कुर्सी बचाने में कामयाब हो गई.
नगर परिषद् अध्यक्ष पर लगा था अनियमितता का आरोप
बिहार में इन दिनों नगर निगम और नगर परिषद् के अध्यक्ष, उपाध्यक्ष की कुर्सी खतरे में आ रही है. पटना नगर निगम और बिहारशरीफ नगर निगम के डिप्टी मेयर ने कुर्सी गंवाई तो पटना मेयर की कुर्सी बचाने में सफल रही. वही मसौढ़ी नगर परिषद अध्यक्ष सुनीता सिन्हा के खिलाफ 25 जून को कुछ पार्षदों ने अविश्वास प्रस्ताव लाया था. अध्यक्ष पर नगर परिषद के योजना में अनियमितता का आरोप लगाया था.
एक वोट से बच गई कुर्सी
नगर परिषद कार्यालय में इस पर वोटिंग की गई. कार्यपालक पदाधिकारी कुणाल किशोर ने बताया कि चर्चा में 26 में से कुल 12 पार्षदों ने वोटिंग प्रक्रिया में हिस्सा लिया. प्रस्ताव के पक्ष में 4 पार्षदों ने जबकि 5 पार्षदों ने विपक्ष में वोट डाले. वोटिंग के बाद एक बार फिर से सुनीता सिन्हा नगर अध्यक्ष की कुर्सी हासिल करने में सफलता हासिल की. सिन्हा के जीत हासिल करते ही उनके समर्थकों का जमावड़ा लग गया. लोगों ने उन्हें फूल-मालाओं पहना कर स्वागत किया. जीत के साथ ही समर्थकों के बीच खुशी की लहर दौड़ पड़ी.