पटना: लॉकडाउन के बीच दूसरे राज्यों में फंसे लोगों की राज्य वापसी का सिलसिला जारी है. इसके लिए सरकार स्पेशल ट्रेन चला रही है. प्रवासियों के लिए बिहार सरकार लगातार 50 से अधिक ट्रेन चला रही है. बुधवार को दूसरे प्रदेशों से 66 ट्रेनें आ रही है. इससे एक लाख 76 सौ प्रवासी लोग बिहार पहुंचेंगे.
जानकारी के अनुसार सबसे अधिक उत्तर प्रदेश से 11 ट्रेनें प्रवासियों को लेकर बिहार पहुंचेगी. महाराष्ट्र और गुजरात से आठ-आठ ट्रेनें आएंगी. बिहार सरकार 28 मई तक 570 से अधिक ट्रेनों को लाने की तैयारी कर रही है, जिसमें 9 लाख से अधिक प्रवासी बिहार पहुंचेंगे.
28 मई तक आने वाली ट्रेनों की संख्या और लोगों की संख्या:
- 20 मई को 66 ट्रेनों से 107600 लोग
- 21 मई को 77 ट्रेनों से 123200 लोग
- 22 मई को 70 ट्रेन से 112000 लोग
- 23 मई को 74 ट्रेन से 118400 लोग
- 24 मई को 68 ट्रेन से 108800 लोग
- 25 मई को 54 ट्रेन से 86400 लोग
- 26 मई को 52 ट्रेन से 83200 लोग
- 27 मई को 47 ट्रेन से 75200 लोग
- 28 मई 62 को ट्रेनसे 99200 लोग
बुधवार को बिहार पहुंचने वाली 66 ट्रेन:-
- उत्तर प्रदेश से 11
- तिरूपुरा से 01
- तेलंगाना से 02
- तमिलनाडु से 03
- पंजाब से 06
- आसाम से 01
- महाराष्ट्र से 08
- मध्य प्रदेश से 01
- कर्नाटका से 02
- हरियाणा से 02
- गुजरात से 08
- दिल्ली से 05
- उत्तराखंड से 02
- आंध्र प्रदेश से 01
दो राजधानी ट्रेन और बिहार के अंदर 11 ट्रेन चलेगी, जो बॉर्डर इलाके से प्रवासियों को लाएगी.
विभिन्न राज्यों से आज बिहार आने वाली ट्रेन:- - उत्तराखंड से खगड़िया और अररिया
- उत्तर प्रदेश से सहरसा, मोतिहारी, भागलपुर, गया, समस्तीपुर, सहरसा, छपरा, रक्सौल, कटिहार, दरभंगा और मुजफ्फरपुर.
- त्रिपुरा से गया.
- तेलंगाना से बरौनी और गया.
- तमिलनाडु से बरौनी, मधुबनी और सहरसा.
- पंजाब से पूर्णिया, अररिया , बेतिया, सीतामढ़ी और बरौनी.
- महाराष्ट्र से मुजफ्फरपुर, दरभंगा, भागलपुर, कटिहार, मोतिहारी, मधुबनी, किशनगंज और पूर्णिया.
- मध्य प्रदेश से अररिया.
- कर्नाटका से मधुबनी और कटिहार.
- हरियाणा से भागलपुर.
- गुजरात से छपरा , दानापुर, मोतिहारी, दरभंगा, मुजफ्फरपुर और सीतामढ़ी.
- दिल्ली से बांका, भागलपुर, हाजीपुर, मुजफ्फरपुर, बिहार शरीफ.
- आसाम से भागलपुर.
- आंध्र प्रदेश से मुजफ्फरपुर.
इसके साथ बिहार में गोपालगंज और कैमूर के इलाकों से बड़ी संख्या में प्रवासी लोग पैदल पहुंच रहे हैं. 11 ट्रेन और सैकड़ों बसों के माध्यम से उन्हें उनके गृह जिला में बना क्वारंटाइन सेंटर पहुंचाया जा रहा है.